असम के पूर्व सीएम बोले- NRC से बाहर किए गए 40 लाख लोगों में से अधिकांश भारतीय
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असम के पूर्व सीएम बोले- NRC से बाहर किए गए 40 लाख लोगों में से अधिकांश भारतीय

तरुण गोगोई ने ने स्वीकार किया कि अवैध बांग्लादेशी लोग असम में रह रहे हैं लेकिन कहा कि उनकी संख्या राष्ट्रीय नागरिकता पंजी (एनआरसी) में दिए गए 40 लाख के आंकड़े से कम है.

असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई. (फाइल फोटो)

गुवाहाटी: असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने मंगलवार को एनआरसी के पूर्ण मसौदे को ‘दोषपूर्ण’ बताया और दावा किया कि इस सूची से बाहर किये गए 40 लाख लोगों में से अधिकतर भारतीय हैं. गोगोई ने कहा कि असम में कांग्रेस ने कभी भी बांग्लादेशी लोगों के मतों से चुनाव नहीं जीता. उन्होंने जोर देकर कहा कि वह और मौजूदा मुख्यमंत्री समान मतदाता सूची के आधार पर जीते हैं. 

वरिष्ठ कांग्रेसी नेता ने स्वीकार किया कि अवैध बांग्लादेशी लोग असम में रह रहे हैं लेकिन कहा कि उनकी संख्या राष्ट्रीय नागरिकता पंजी (एनआरसी) में दिए गए 40 लाख के आंकड़े से कम है.   एनआरसी का अंतिम मसौदा जारी होने के एक दिन बाद गोगोई ने कहा, ‘यह पूरी तरह दोषमुक्त एनआरसी नहीं है. इसमें कुछ गड़बड़ियां हैं. यह दोषपूर्ण है. 40 लाख लोगों में से अधिकतर लोग भारतीय नागरिक हैं.’

गोगोई ने कहा,‘जिन लोगों के नाम इसमें नहीं हैं सरकार को उन्हें कानूनी मदद देनी चाहिए. कांग्रेस पार्टी की तरफ से हम हर संभव तरीके से उनकी मदद करने जा रहे हैं. इन लोगों को विदेशी मानना सही नहीं है.’

उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय द्वारा विदेशी घोषित किए गए कई लोगों के नाम इसमें शामिल कर लिया गया है जबकि विदेशियों के लिये बनाए गए हिरासत शिविरों में रह रहे कुछ लोगों के नाम इस सूची में है.

एनआरसी की वजह से देश में रक्तपात और गृह युद्ध छिड़ जाएगा : ममता
वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को आरोप लगाया कि असम में एनआरसी की कवायद राजनैतिक उद्देश्यों से की गई ताकि लोगों को बांटा जा सके. उन्होंने चेतावनी दी कि इससे देश में रक्तपात और गृह युद्ध छिड़ जाएगा. भाजपा पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि यह पार्टी देश को बांटने का प्रयास कर रही है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

बनर्जी ने  एक सम्मेलन में कहा,‘एनआरसी राजनैतिक उद्देश्यों से किया जा रहा है. हम ऐसा होने नहीं देंगे. वे (भाजपा) लोगों को बांटने का प्रयास कर रहे हैं. इस स्थिति को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. देश में गृह युद्ध, रक्तपात हो जाएगा.’ 

(इनपुट - भाषा)

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