दाउद को घेरने की तैयारी, वसूली के आरोप में दायर हुई चार्जशीट
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दाउद को घेरने की तैयारी, वसूली के आरोप में दायर हुई चार्जशीट

ठाणे के एंटी एक्सटॉरशन सेल ने जबरन वसूली के तीसरे मामले में अपनी चार्ज शीट फाइल कर दी है. इसमे दाऊद इब्राहिम के भाई इक़बाल कासकर के अलावा दाऊद इब्राहिम व अनीस इब्राहिम का नाम भी शामिल किया गया है . ये पूरा मामला गोराई के 38 एकड़ जमीन और वहाँ होने वाले निर्माण के लेकर की जा रही जबरन वसूली से जुड़ा हुआ है.

एंटी एक्सटॉरशन सेल ने जबरन वसूली के एक मामले में दाऊद का नाम शामिल किया (फाइल फोटो)

नई दिल्ली : ठाणे के एंटी एक्सटॉरशन सेल ने जबरन वसूली के तीसरे मामले में अपनी चार्ज शीट फाइल कर दी है. इसमे दाऊद इब्राहिम के भाई इक़बाल कासकर के अलावा दाऊद इब्राहिम व अनीस इब्राहिम का नाम भी शामिल किया गया है . ये पूरा मामला गोराई के 38 एकड़ जमीन और वहाँ होने वाले निर्माण के लेकर की जा रही जबरन वसूली से जुड़ा हुआ है. कई हज़ार पन्नो की इस चार्ज शीट में एंटी एक्सटॉरशन सेल ने 1 करोड़ रूपये के कॅश वाउचर्स और चेक के अलावा गवाहों के बयान और बहुत सारे कानूनी दस्तावेज भी पेश किये हैं.   

  1. ठाणे के एंटी एक्सटॉरशन सेल ने जबरन वसूली के मामले में चार्ज शीट फाइल की 
  2. दाऊद इब्राहिम के भाई इक़बाल कासकर के अलावा अनीस इब्राहिम का नाम भी है शामिल
  3. कई हज़ार पन्नो की चार्ज शीट में गवाहों के बयान व कानूनी दस्तावेज भी पेश किये गए 
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क्या है पूरा मामला 
इस पूरी कहानी की शुरूआत साल 2008 से हुई, जब बिल्डर बिज़नेसमेन गोराई की 38 एकड़ जमीन का सौदा टोनी लेविस नाम के एक शख्स से 2 करोड़ में हुआ, लेकिन ये जमीन एक और किसी टोनी लेविस नाम के शख्स की थी, और ये पूरा लिटिगेशन मामला कोर्ट में चल रहा था. इस जमीन के कानूनी कागजात तैयार करने में एक साल से ज़्यादा का वक्त बीत चूका था की तभी अचानक टोनी ने बिल्डर से जमीन के लिए 1 करोड़ रूपये और देने के लिए कहा. टोनी का कहना था की जमीन की मार्किट वैल्यू बहुत ज़्यादा बढ़ चुकी है, जिस के लिए बिल्डर ने और ज़्यादा पैसे देने से मना कर दिया और ये मामला अधर में लटक गया. टोनी ने फिर इसी जमीन को साल 2012 में दाऊद इब्राहिम के लिए काम करने वाले भावर कोठारी और भारत जैन को बेच दी जिसके बाद पीड़ित बिल्डर ने ये मामला सिविल कोर्ट में फाइल कर दिया, बिल्डर का कहना था की जब टोनी ने ये जमीन पीड़ित बिल्डर को 2008 में दो करोड़ में बेच दी है तो फिर अब वो दुबारा इस जमीन को भावर कोठारी और भारत जैन को कैसे बेच सकता है, इस पर भारत जैन नाराज हो गया और उसने दाऊद इब्राहिम, अनीस इब्राहिम का नाम लेते हुए पीड़ित बिल्डर को धमकाना शुरू कर दिया.

विवाद सुलझाने सामने आया इकबाल कासगर
 इस विवाद के बाद इस मामले को सुलझाने के लीए इक़बाल कासगर सामने आया. मुंबई के शुक्ला स्ट्रीट पर एक बैठक हुई यहां इक़बाल कासगर के कई लड़के मौजूद थे. जिनमे से एक विक्की माली के मोबाइल से इक़बाल पीड़ित बिल्डर से बात करता है. कासकर ने पीड़ित बिल्डर को दाऊद इब्राहिम के नाम पर धमकियाँ देना शुरू की. इसके साथ ही 2 करोड़ रूपये जो टोकन के तौर पर जमीन के मालिक को दिए गए थे, उन्हें भी इक़बाल कासकर को दे दिया गया और इक़बाल अब उलटे बिल्डर से और एक करोड़ रूपये का एक्सटॉरशन मांगने लगा.

बताया दाउद ने खरीदरी प्रापर्टी 
 कासगर पीड़ित बिल्डर को कहता है की मेरे बड़े भाई दाउद भाई और अनीस भाई ने ये प्रापर्टी खरीदी है. तुम इसका पीछा छोड़ दो और आगे की बात करने के लिए मेरे पास आओ. 
इसके बाद पीड़ित बिल्डर को इक़बाल कासगर से मिलाने के लिए पाकमोड़िआ स्ट्रीट पर मौजूद इक़बाल के घर पर लेकर जाया गया. यहां इक़बाल ने पीड़ित बिल्डर से कहा कि टोनी ने उस 38 एकड़ जमीन को दाऊद भाई के कहने के बाद ही भावर कोठारी और भारत जैन को बेचा था. इसी मीटिंग में मौजूद भारत जैन ने पीड़ित बिल्डर से मीटिंग में मराठी में कहा की " तुम इक़बाल से क्या पूछ रहे हो, मेरी खुद दाऊद भाई और अनीस से बात हुई है , इस मामले में तुम दखल मत दो वरना हम तुम्हे ऊपर भेज देंगे " 
जमीन तो गई, एक करोड़ रुपये और मांग 
जुलाई 2016 में पीड़ित बिल्डर को किसी प्राइवेट नंबर से एक कॉल आता है , ये कॉल करने वाला शख्स खुद को दाऊद का आदमी अनीस इब्राहिम बताता है. ये पीड़ित बिल्डर से कहता है की " तुमने जो लेविस की जमीन खरीदी थी उसका पीछा छोड़ दो, और तुमने जो 2 करोड़ रूपये टोनी भाई को दिए थे, वो हमने ले लिए है तुमको ज़िंदा रहना है तो ओर एक करोड़ रुपये इक़बाल भाई के ऑफिस में एक हफ्ते में भिजवा दो, नहीं तो दाऊद गैंग का आदमी तुम्हारा गेम बजा देगा, और दाऊद भाई ने तुम्हे हाई कोर्ट वाला केस ( भावर कोठारी और भारत जैन को वही जमीन दुबारा बेचे जाने वाला मामला ) वापस लेने के लिए बोला है. दरसल इस पूरे मामले में ये दाऊद गैंग का जाल था जिसमे वो एक ऐसी प्रॉपर्टी हथियाना चाहते थे जो लिटिगेशन में थी और दाऊद गैंग के ही आदमी को बेचीं गया थी, और इसके लिए पीड़ित बिल्डर को फसाया जा रहा था और उलटे उससे ही और एक करोड़ की रकम वसूलने वाले थे. 

जुलाई 2016 में अनीस इब्राहिम ने पीड़ित बिल्डर को एक बार कॉल किया था और उस पर 1 करोड़ रूपये की एक्सटॉरशन मनी देने का दबाव बनाया था, इसके साथ ही जो 2 करोड़ रूपये बिल्डर ने जमीन के मालिक को टोकन के तौर पर दिए थे उन्हें भी भूल जाने के लिए कहा था. पुलिस ने इस मामले में इक़बाल कासकर,भगोड़े अंडर वर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम, दाऊद के छोटे भाई और अंडर वर्ल्ड का काम देखने वाले अनीस इब्राहिम, अन्थोनी पैट्रिक लेविस उर्फ़ टोनी, और भारत जैन को मुख्य अभियुक्त बनाया है.  आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 384 , 386 और 387 के तहत मामला दर्ज़ किया गया है | 

270 पेजो की चार्ज शीट में मुम्बई , नवी मुम्बई, ठाणे और इसके बाहरी इलाकों में किस तरह से दाऊद इब्राहिम का नेटवर्क काम करता है इसके बारे में भी बताया गया है | 
इसके अलावा दाऊद इब्राहिम के काम करने के तरीके के साथ ही कैसे टॉप बिल्डर बिज़नेस मेन की लिस्ट दाऊद गिरोह ने तैयार की है, इसके साथ ही उन एड्रेस, मोबाइल नंबर्स, फैमली डिटेल्स, इनके मूवमेंट की टाइमिंग जैसे डिटेल्स के बारे में बताया गया है. चार्ज शीट के मुताबिक दाऊद का भाई और इस मामले में मुख्य अभियुक्त इक़बाल कासकर दाऊद के भारत में मौजूद नेटवर्क को नियंत्रित कर रहा . 

इक़बाल कासकार के खिलाफ पूरे देश में कुल 61 मामले दर्ज़ है जिनमे से 5 मामले ओर्गनइजेड क्राइम से जुड़े हुए है जबकि 23 मामलो में खुद दाऊद इब्राहिम सह अभियुक्त है. 
इस  चार्ज शीट में बताया गया है की किस तरह दाऊद और उसके छोटे भाई अनीस और इक़बाल कासकर ने पहले तो पीड़ित बिल्डर के 2 करोड़ रूपये हथिया लिए इसके अलावा 1 करोड़ रूपये की एक्सटॉरशन मनी की मांग की जा रही थी. इन सबके साथ ही पीड़ित बिल्डर ने डी गैंग के एक मेंबर के खिलाफ जो सिविल केस कोर्ट में फाइल किया है उसे भी वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा था. 

इस चार्ज शीट में पहली वाली एफआईआर का भी जिक्र किया गया है जिसके बाद इक़बाल कासगर को गिरफ्तार किय गया था, इक़बाल के साथ ही उसके दो और लोगो को भी गिरफ्तार किया गया था जो इसरार जमील अली सैय्यद और मुमताज़ एजाज़ शेख है. मई 2015 में ये दोनों बिल्डर के ठाणे वाले ऑफिस गए थे और वही से इन्होंने पीड़ित बिल्डर की बात इक़बाल कासगर से करवाई थी. इस बातचीत में इक़बाल ने कहा था " मैं अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का भाई बोल रहा हूँ , इसरार और मुमताज़ हमारे आदमी है, भारती भोसले और गुरुनाथ भोसले की जमीन हमने ले लिए है,मैं जैसा बोलता हु वैसे मामला सुलटा दो नहीं तो तुम्हें मार दिया जाए "  

 कुछ दिनों के बाद इक़बाल ने फिर पीड़ित बिल्डर को कॉल किया और कहा की "भारती भोसले वाले मामले का क्या हुआ, तुम्हे अगर ये मामला सुलझाना है तो मुझे इस साइट पर 4 फ्लैट्स और 30 लाख रूपये दो वरना मेरे आदमी तुमको मार देंगे". इसके बाद पीड़ित बिल्डर डर गया और वो 4 फ्लैट देने को भी तैयार हो गया. इसमें से एक फ्लैट की रजिस्ट्री मुर्तजा के नाम से कर भी दी गई. 

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