मोदी और शाह को बचाने के लिए भाजपा फैला रही भ्रामक सूचनाओं की सुनामी : कांग्रेस
Advertisement

मोदी और शाह को बचाने के लिए भाजपा फैला रही भ्रामक सूचनाओं की सुनामी : कांग्रेस

इशरत जहां फर्जी मुठभेड़ मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पर निशाना साधते हुए कांग्रेस ने शनिवार को आरोप लगाया कि मामले में ‘उनकी खाल बचाने’ के लिए ‘भ्रामक जानकारियों की सुनामी’ फैलाई जा रही है।

मोदी और शाह को बचाने के लिए भाजपा फैला रही भ्रामक सूचनाओं की सुनामी : कांग्रेस

नई दिल्ली : इशरत जहां फर्जी मुठभेड़ मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पर निशाना साधते हुए कांग्रेस ने शनिवार को आरोप लगाया कि मामले में ‘उनकी खाल बचाने’ के लिए ‘भ्रामक जानकारियों की सुनामी’ फैलाई जा रही है।

मल्लिकार्जुन खड़गे और आनंद शर्मा समेत पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘सीधा सा सच यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की खाल बचाने के लिए सरकार और मीडिया के कुछ वर्ग छल और कपट का यह जाल बुन रहे हैं।’ उनके साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में पार्टी नेता कपिल सिब्बल, अभिषेक सिंघवी और शक्तिसिंह गोहिल ने एक मजिस्ट्रेट के समक्ष रखे गये गुजरात के पुलिस अधिकारी डी एच गोस्वामी के चार पन्नों के बयान की प्रति जारी की जिसमें ‘काली दाढ़ी’ और ‘सफेद दाढ़ी’ की बात कही गयी है।

सिब्बल ने दावा किया कि गोस्वामी ने गुजरात के तत्कालीन वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी डी जी वंजारा के हवाले से कहा था कि मुठभेड़ से पहले उन्हें ‘काली दाढ़ी और सफेद दाढ़ी से हरी झंडी’ मिल गयी थी। उस वक्त मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे और शाह गृह राज्यमंत्री थे।

उन्होंने दावा किया कि गोस्वामी के बयान की पृष्ठभूमि में कड़वी हकीकत यह है कि इशरत जहां और उसके तीन अन्य साथियों के साथ फर्जी मुठभेड़ का आदेश तत्कालीन मुख्यमंत्री और मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के तत्कालीन गृह राज्यमंत्री अमित शाह के साथ दिया था।

उन्होंने संयुक्त बयान में कहा, ‘अगर इशरत जहां मामले में सुनवाई आगे बढ़ती तो प्रधानमंत्री और भाजपा अध्यक्ष को आरोपी के तौर पर अपरिहार्य रूप से बुलाया जाता।’ संसद सत्र की पूर्व संध्या पर उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार इशरत जहां मामले में देश का ध्यान हटाने की जो साजिश रच रही है, वह सामने आ गयी है।

सिब्बल ने कहा कि पिछले तीन महीने से भ्रामक जानकारियों की सुनामी फैलाई जा रही है और लोग पूछ रहे हैं कि इशरत जहां आतंकवादी थी या नहीं। सिब्बल जाहिर तौर पर पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम पर भाजपा के समन्वित हमलों की ओर इशारा कर रहे थे। कांग्रेस नेताओं ने भाजपा को इस मामले में सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर निशाना नहीं साधने की चेतावनी देते हुए कहा कि वह माफी मांगने पर जोर देगी।

खड़गे ने कहा कि कांग्रेस समान सोच वाले लोगों के साथ काम करेगी, वहीं शर्मा ने कहा कि सरकार कई मुद्दों पर घिरी नजर आएगी।

उन्होंने भाजपा की इस बात को खारिज कर दिया कि उत्तराखंड का मुद्दा नहीं उठना चाहिए क्योंकि यह अदालत में विचाराधीन है। खड़गे ने संकेत दिया कि कांग्रेस कल उत्तराखंड के मुद्दे पर लोकसभा में कार्यस्थगन प्रस्ताव के लिए नोटिस दे सकती है।

सिब्बल ने कहा कि मजिस्ट्रेटी जांच, एसआईटी जांच और सीबीआई की जांच में यह (इशरत जहां) मुठभेड़ फर्जी कही गयी है। उन्होंने कहा, ‘हम मांग करते हैं कि अगले छह महीने में सुनवाई पूरी हो। आरोपियों को कठघरे में खड़ा किया जाए और उचित सजा दी जाए।’ उन्होंने कहा, ‘हम पूछना चाहते हैं कि इस मामले में सुनवाई आगे क्यों नहीं बढ़ रही?’ सिब्बल ने कहा कि 2004 में हुई मुठभेड़ के मामले में आरोपपत्र 2013 में दाखिल किया गया था और हम 2016 में हैं और मामला बिल्कुल आगे नहीं बढ़ा है।

संयुक्त बयान में कांग्रेस नेताओं ने कहा, ‘सीधी सादी साजिश यह सुनिश्चित करने की है कि भाजपा और सरकार के अति महत्वपूर्ण लोग मुकदमे का सामना नहीं करें।’ उन्होंने दावा किया कि पी पी पांडेय (गुजरात के कार्यवाहक डीजीपी) और एक और पुलिस अधिकारी जी एल सिंघल के बीच बातचीत के टेप रिकॉर्ड से भारत सरकार द्वारा हलफनामा दाखिल करने को प्रभावित करने तथा भारतीय संघ के वकील को प्रलोभन दिये जाने की साजिश सामने आ गयी है।

सिंघवी ने आरोप लगाया कि भाजपा का पूरा अभियान आतंकवादी डेविड हेडली के बयान पर आधारित है जो सत्तारूढ़ पार्टी के लिए शराफत की मिसाल बन गया है।

Trending news