जवानों के बलिदान के बाद डीजे बजाकर नाचने वालों की सरकार नहीं चाहिए : उद्धव ठाकरे
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जवानों के बलिदान के बाद डीजे बजाकर नाचने वालों की सरकार नहीं चाहिए : उद्धव ठाकरे

शिवसेना के मुखपत्र सामना के जरिए उद्धव ठाकरे ने केंद्र सरकार पर फिर से तीखा हमला बोला है. इस बार उन्होंने सीमा पर शहीद होते जवानों को लेकर सरकार को घेरा है.  

जवानों के बलिदान के बाद डीजे बजाकर नाचने वालों की सरकार नहीं चाहिए : उद्धव ठाकरे

नई दिल्ली/मुंबई : शिवसेना और भाजपा के बीच रिश्तों मे आई तल्खी किसी से छिपी नहीं है. इसका उदाहरण आए दिन शिवसेना नेताओं के बयानों से हो ही जाता है. यहां तक कि उनकी पार्टी के मुखिया उद्धव ठाकरे भी केंद्र सरकार पर निशाना साधने से पीछे नहीं हटते हैं. अब शिवसेना के मुखपत्र सामना के जरिए उन्होंने केंद्र सरकार पर फिर से तीखा हमला बोला है. इस बार उन्होंने सीमा पर शहीद होते जवानों को लेकर सरकार को घेरा है.  

सामना में लिखे संपादकीय में उन्होंने कहा, आज शहीदों को श्रद्धाजंलि देना और पुष्पचक्र अर्पण करना नेताओं का सिर्फ यही काम बन गया है. उद्धव ठाकरे ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा, महाराष्ट्र में  सांगली, जलगांव नगर निगम के चुनाव तो आपने जीत लिए.  राज्यसभा का उपसभापति पद भी आप लोग जीत गए. लेकिन कश्मीर के आतंकवाद पर कब विजय प्राप्त करोगे.

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कश्मीर में हाल में हुए एक एनकाउंटर में 4 जवान शहीद हुए थे. इसमें मेजर कौस्तुभ राणे भी शामिल थे. उनकी शहादत को लेकर शिवसेना प्रमुख ने बीजेपी सरकार पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने पूछा है कि और कितने मेजर का बलिदान लिया जाएगा. 2019 के चुनाव में जाते वक्त जवानों की शहदात की जुमलेबाजी ना करें. उद्धव ठाकरे ने कहा, जवान कि बलिदान के बाद भी  डीजे बजाकर नाचने वालों की सरकार हमें नहीं चाहिए.

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शिवसेना और भाजपा भले केंद्र और राज्य में साझीदार हैं. लेकिन दोनों के रिश्ते इस कदर खराब हो चुके हैं कि दोनों ने घोषणा कर दी है कि वह अगले चुनाव में अलग अलग लड़ेंगे. हालांकि दोनों विधानसभा चुनाव अलग अलग लड़ चुके हैं, लेकिन ये पहली बार होगा जब दोनों लोकसभा चुनाव अलग लड़ेंगे.

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