जांच के डर से गृह मंत्रालय के अंडर सेक्रेटरी हुए गायब, पत्‍नी के नाम छोड़ी चिट्ठी
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जांच के डर से गृह मंत्रालय के अंडर सेक्रेटरी हुए गायब, पत्‍नी के नाम छोड़ी चिट्ठी

केंद्रीय गृह मंत्रालय में अंडर सेक्रेटरी आनंद जोशी बुधवार सुबह गाजियाबाद स्थित घर से गायब हो गए। बता दें कि सीबीआई ने मंगलवार को जोशी के घर छापा मारा था और पूछताछ के लिए उन्हें साथ ले गई थी। आनंद जोशी को सीबीआई ने बुधवार को भी पूछताछ के लिए बुलाया था लेकिन वे आज सुबह ही घर छोड़कर कहीं चले गए।

जांच के डर से गृह मंत्रालय के अंडर सेक्रेटरी हुए गायब, पत्‍नी के नाम छोड़ी चिट्ठी

नई दिल्‍ली : केंद्रीय गृह मंत्रालय में अंडर सेक्रेटरी आनंद जोशी बुधवार सुबह गाजियाबाद स्थित घर से गायब हो गए। बता दें कि सीबीआई ने मंगलवार को जोशी के घर छापा मारा था और पूछताछ के लिए उन्हें साथ ले गई थी। आनंद जोशी को सीबीआई ने बुधवार को भी पूछताछ के लिए बुलाया था लेकिन वे आज सुबह ही घर छोड़कर कहीं चले गए।

जानकारी के अनुसार, आनंद ने पत्नी के नाम एक पत्र छोड़ा है, जिसमें लिखा है कि पिछले कुछ महीने से उन्हें मानसिक रूप से प्रताडि़त किया जा रहा है। आनंद की पत्‍नी मीनाक्षी का दावा है कि उनके पति को प्रताडि़त किया गया।

बता दें कि आंनद जोशी के खिलाफ सोमवार को सीबीआई ने मामला दर्ज किया था। उनके खिलाफ भ्रष्टाचार और आपराधिक साजिश का मुकदमा दर्ज किया गया है। सीबीआई ने ये मुकदमा गृह मंत्रालय के निर्देश पर दर्ज किया है। आनंद जोशी पर गलत ढंग से कई एनजीओ को नोटिस जारी कर उनसे रिश्वत लेने का आरोप है। साथ ही उनपर तीस्ता शीतलवाड़ के एनजीओ से जुड़ी दो फाइलें गायब करने का भी आरोप है।

गौर हो कि कई गैर सरकारी संगठनों (एनजीओ) को भेजे गए एफसीआरए नोटिस के सिलसिले में सीबीआई द्वारा नामजद गृह मंत्रालय के अवर सचिव आनंद जोशी ने दावा किया था कि उनके एक वरिष्ठ ने फोर्ड फाउंडेशन सहित कुछ संगठनों को क्लीन चिट देने के लिए उनपर ‘दबाव डाला’ था। सीबीआई ने मंगलवार को जोशी के घर की तलाशी ली थी। उन्होंने दावा किया कि ‘गृह मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव बी के प्रसाद ने उनपर कुछ एनजीओ को क्लीन चिट देने के लिए दबाव डाला था और धमकाया था’ लेकिन उन्होंने प्रसाद की बात मानने से इनकार कर दिया था।

प्रसाद एनजीओ और विदेश नियमन चंदा अधिनियम (एफआरसीए) से संबंधित मामले देख रहे विदेश प्रभाग का नेतृत्व कर रहे हैं। उन्होंने अपने खिलाफ लगाए गए आरोपों से इनकार किया है। प्रसाद ने कहा कि मामला सीबीआई के पास है और वह सबसे सक्षम संगठन है। मुझे यकीन है कि सच्चाई सामने आएगी। जोशी जो कुछ भी कह रहे हैं वह बकवास है। जोशी ने दावा किया कि प्रसाद ने उनसे ‘मौखिक रूप से’ कहा था कि वह फोर्ड फाउंडेशन के पक्ष में टिप्पणियां करें और ‘मैंने इनकार कर दिया। इसके बाद उन्होंने सुनिश्चित किया कि मेरा विदेश प्रभाग से तबादला हो जाए। उन्होंने कहा कि मैं सीबीआई से बीके प्रसाद की जांच करने की मांग करता हूं। फोर्ड फाउंडेशन को क्लीन चिट क्यों दिया गया इसकी जांच की जानी चाहिए। तमिलनाडु कैडर के आईएएस अधिकारी प्रसाद जून 2014 में गृह मंत्रालय का हिस्सा बने थे और 31 मई को सेवानिवृत्त होंगे।

 

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