नीतीश के शपथग्रहण समारोह में जुटे जनता परिवार के दिग्गज
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नीतीश के शपथग्रहण समारोह में जुटे जनता परिवार के दिग्गज

गैर-भाजपा दलों के नए गठबंधन के प्रयासों के बीच कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, जदयू, राजद, समाजवादी पार्टी और इनेलो के वरिष्ठ नेताओं ने आज स्पष्ट संकेत दिया कि वे आगामी चुनाव लड़ने के लिए एक साथ आएंगे।

पटना : गैर-भाजपा दलों के नए गठबंधन के प्रयासों के बीच कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, जदयू, राजद, समाजवादी पार्टी और इनेलो के वरिष्ठ नेताओं ने आज स्पष्ट संकेत दिया कि वे आगामी चुनाव लड़ने के लिए एक साथ आएंगे।

बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में नीतीश कुमार के शपथ लेने के बाद पूर्व प्रधानमंत्री और जनता दल (सेक्यूलर) नेता एच.डी. देवेगौड़ा ने भाजपा का मुकाबला करने के लिए विभिन्न दलों के बीच एकता पर जोर दिया। ममता बनर्जी और अखिलेश यादव सहित कई मुख्यमंत्रियों ने इसका समर्थन किया।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, ‘अच्छा होगा अगर हम सभी एक साथ आते हैं। हम सामूहिक परिवार हैं और हम जितना एक साथ आएंगे, राजनीतिक और चुनावी रूप से उतना ही अच्छा होगा।’ देवेगौड़ा ने कहा कि समय आ गया है कि ‘एकसमान और धर्मनिरपेक्ष’ सोच वाली पार्टियां एक साथ आएं।

देवेगौड़ा ने नीतीश कुमार के शपथ ग्रहण समारोह में कहा, ‘मैं आज सबसे ज्यादा खुश हूं क्योंकि यहां बिहार में धर्मनिरपेक्ष दल एकजुट हो रहे हैं। मुझे विश्वास है कि हम अगला आम चुनाव भाजपा के खिलाफ एकसाथ लड़ेंगे।’ 81 वर्षीय पूर्व प्रधानमंत्री ने कुमार के साथ अपने 30 साल पुराने सहयोग को याद किया।

उन्होंने कहा कि जनता परिवार के एक सहयोगी तथा जनता पार्टी के एक पूर्व सदस्य के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होना खुशी की बात है। उन्होंने कहा, ‘समय आ गया है कि समान और धर्मनिरपेक्ष सोच वाली पार्टियां एकसाथ आएं।’

ममता ने कहा कि अगर समान सोच वाली सभी पार्टियां एक साथ आती हैं तो ‘अच्छा’ होगा। अखिलेश यादव ने कहा कि लगातार बदलते राजनीति के परिदृश्य में यह आवश्यक है कि धर्मनिरपेक्ष और समाजवादी विचारधारा में भरोसा करने वाली पार्टियों को एकसाथ आना चाहिए ताकि उनके संदेश जनता तक पहुंचाए जा सकें।

ऐसी किसी एकता की पहली परीक्षा इस साल के अंत में होगी जब बिहार में चुनाव होंगे। असम के मुख्यमंत्री तरूण गोगोई ने कहा कि कुमार के शपथ ग्रहण समारोह में उनका साथ आना ‘प्रदर्शित करता है कि सभी धर्मनिरपेक्ष पार्टियां विभाजनकारी, देश में धनी लोगों के मद्देनजर लागू की जा रही नीतियों के खिलाफ एकजुट हो रही हैं।’

भाजपा पर प्रत्यक्ष रूप से हमला बोलते हुए गोगोई ने कहा कि वे (भाजपा) बाजार अर्थव्यवस्था और आर्थिक नीतियों के उदारीकरण की काफी बातें कर रहे हैं तथा यह उचित है कि ऐसी नीतियों से मुकाबला करने के लिए गरीबों और मध्यम वर्ग का ख्याल रखने वाली ताकतें एकसाथ हों।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोरा और पार्टी महासचिव तथा बिहार प्रभारी सीपी जोशी भी समारोह में उपस्थित हुए। कार्यक्रम राजभवन में आयोजित किया गया। वोरा ने कहा, ‘धर्मनिरपेक्ष दलों को एकसाथ मिलकर काम करना चाहिए। देश के सामाजिक आर्थिक विकास के लिए यह काफी अहम है।’ इस मौके पर खुशी का इजहार करते हुए जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने कहा कि बिहार में संविधान पटरी से उतर गया था और अब वह वापस पटरी पर आ गया है।

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