Trending Photos
मेरठ: उत्तर प्रदेश पुलिस (Uttar Pradesh police) की ATS विधान सभा चुनाव ( UP Assembly Elections 2022) से पहले अवैध तरीके से उत्तर प्रदेश में रह रहे रोहिंग्या मुसलमानों (Rohingya) के खिलाफ ऑपरेशन चला रही है. अब तक 11 रोहिंग्या मुलसमानों को गिरफ्तार किया जा चुका है. शुक्रवार को (18 जून) को एटीएस ने 4 रोहिंग्या मुसलमानों को मेरठ के खरखौदा के अल्लीपुर गांव और बुलंदशहर से गिरफ्तार किया है.
अल्लीपुर गांव से गिरफ्तार किए मुख्य आरोपी हाफिज शफीक ने पुलिस को बताया कि वो म्यांमार से रोहिंग्या मुलसमानों (Rohingya) को भारत की सीमा में दाखिल करवाता है और फिर यूपी लाकर उनके फर्जी पहचान पत्र तैयार करवाता है. फिर ये ही रोहिंग्या मुसलमान गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल होते हैं और ये बात भी निकल कर सामने आई कि इनको लाने के एवज में जो रुपए मिलते हैं, उनको देश विरोधी गतिविधियों में लगाया जाता है.
जिस मेरठ के खरखौदा के अल्लीपुर गांव में रोहिंग्या मुसलमान हाजी शफीक को गिरफ्तार किया. ज़ी मीडिया की टीम उस गांव में पहुंची तो हैरान करने वाला खुलासा हुआ. स्थानीय लोगों ने कहा, यहां काफी तादात में रोहिंग्या मुसलमान रहते थे, लेकिन वक्त के साथ संख्या कम हुई है. लेकिन UP ATS का रोहिंग्या मुसलमान के खिलाफ ऑपरेशन इतना सीक्रेट रखा गया है कि यहां रहने वाले लोगों को भी नहीं मालूम है कि UP ATS की टीम ने यहां से रोहिंग्या को गिरफ्तार किया है.
यह भी पढ़ें: अब हफ्ते में सिर्फ 4 दिन जाना होगा ऑफिस, 3 दिन मिलेगी छुट्टी? जानें नए नियम
VIDEO-
यूपी एटीएस के ऑपरेशन के बाद अब लोकल पुलिस भी इस गांव में गश्त कर रही है. इस गांव में हिन्दू और मुस्लिम दोनों समुदाय के लोग रहते हैं. लेकिन गांव में मुस्लिम समुदाय के लोगों की तादात ज्यादा है. सवाल यह उठता है कि रोहिंग्या को उत्तर प्रदेश में अचानक से बसाने का पीछे की सजिश क्या है? क्या इसके पीछे विधान सभा चुनाव हैं.
LIVE TV