'कैशलेस' ATM से यूपी के लोग बेहाल, सहालग की वजह से हालात बदतर
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'कैशलेस' ATM से यूपी के लोग बेहाल, सहालग की वजह से हालात बदतर

शादियों का सीजन चल रहा है, लेकिन उत्तर प्रदेश में राजधानी लखनऊ, वाराणसी, आगरा, कानपुर, इलाहाबाद और अन्य जिलों में ATM मशीनों में कैश नहीं होने की वजह से लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. 

वाराणसी में खाली ATM से लोग परेशान. (फोटो-ANI)

नई दिल्ली: शादियों का चल रहा है, लेकिन उत्तर प्रदेश में राजधानी लखनऊ, वाराणसी, आगरा, कानपुर, इलाहाबाद और अन्य जिलों में ATM मशीनों में कैश नहीं होने की वजह से लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. लखनऊ में ज्यादातर ATM कैशलेस हैं, जिसकी वजह से लोग एक ATM से दूसरे ATM के चक्कर लगा रहे हैं. पिछले कई दिनों से ATM में पैसे नहीं डाले गए हैं. कैश की बढ़ी किल्लत के बावजूद बैंकों की तरफ से कोई ठोस कदम नहीं उठाय गया है. कैश किल्लत की यह स्थिति कमोबेश सभी शहरों की है. ATM में कैश नहीं होने की वजह से लोग बैंकों का रुख कर रहे हैं, जिसकी वजह से बैंकों के बाहर ग्राहकों की भीड़ देखी जा सकती है.

  1. अचानक से मांग बढ़ने से बढ़ी कैश किल्लत- अरुण जेटली
  2. सरकारी और प्राइवेट सभी एटीएम का एक जैसा हाल
  3. शादियों के सीजन में कैश किल्लत से परेशानी बढ़ी

वाराणसी में एटीएम के चक्कर लगाते लोग
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में लोग कैश के लिए एक  ATM से दूसरे  ATM भटकते नजर आए. लोगों का कहना है, 'समझ में नहीं आ रहा है कि कहां समस्या है, लेकिन ATM मशीन से कैश नहीं निकल पाने की वजह से बहुत परेशानी हो रही है. बच्चों के स्कूल की फीस जमा करनी है, घर का सामान खरीदना है, लेकिन कैश नहीं होने की वजह से बहुत ज्यादा परेशानी हो रही है.' जी मीडिया के रिपोर्टर ने वाराणसी के कई  ATM का जायजा लिया. इस दौरान ज्यादातर एटीएम तो खुले नजर आए, लेकिन किसी में कैश नहीं था. लोग निराश होकर लौट रहे थे. एटीएम की सुरक्षा में लगे गार्ड का कहना है कि पिछले दो-तीन दिनों से मशीन खराब है, लेकिन सच तो ये है कि किसी भी एटीएम में कैश नहीं है.

 

 

सरकारी, प्राइवेट सभी बैंकों के एटीएम खाली
जी मीडिया के रिपोर्टर ने जब उत्तर प्रदेश के अलग-अलग शहरों में एटीएम मशीन का हाल जाना तो पता चला कि ज्यादातर एटीएम मशीन खाली पड़े हैं. कुछ मशीनों में कैश है भी तो, वहां कैश निकालने के लिए लंबी लाइनें लगी हुई है. ऐसा नहीं है कि यह स्थिति केवल सरकारी बैंकों के एटीएम के साथ है, बल्कि प्राइवेट बैंकों के एटीएम मशीनें भी खाली हैं.

अचानक से कैश किल्लत की क्या वजह है?
अब कैश किल्लत को लेकर सवाल यह उठता है कि, आखिर क्या वजह है कि ज्यादातर एटीएम मशीनें खाली हैं. लगन के मौसम में कैश के बिना लोगों का काम कैसे चलेग? इस पूरे मामले पर इलाहाबाद बैंक के प्रबंधक का कहना है की पिछले दो चार दिनों से जिले में कैश की किल्लत है, RBI से पैसे की डिमांड की गई है और बहुत जल्द इस समस्या का निपटारा हो जाएगा. लेकिन, अचानक से एटीएम में कैश की किल्लत क्यों आई, इस सवाल का जवाब किसी के पास नहीं है.

 

 

हालांकि, कई राज्यों में कैश किल्लत को लेकर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि कुछ इलाकों में अचानक से कैश की मांग बढ़ गई है. उन्होंने ट्वीट के जरिए कहा कि मार्केट में जरूरत से ज्यादा नकद सर्कुलेटेड है. बैंकों के पास भी पर्याप्त मात्रा में कैश उपलब्ध है.

 

 

वित्त राज्यमंत्री एसपी शुक्ल के कैश किल्लत को लेकर कहा कि वर्तमान में हमारे पास 1.25 लाख करोड़ कैश उपलब्ध है. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि कुछ राज्यों के पास जरूरत से ज्यादा पैसे हैं, तो कुछ राज्यों के पास जरूरत से कम पैसे हैं. इस असमानता को दूर करने के लिए राज्य स्तरीय समिति का गठन किया गया है. इसके अलावा RBI  ने भी एक टीम का गठन किया है जो राज्यों में जरूरत के हिसाब से कैश फ्लो बनाकर रखेगी.

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