सपा अध्यक्ष ने कहा कि सीएम योगी पर कई धाराएं लगी हैं, डिप्टी सीएम पर भी कई केस दर्ज हैं. ऐसे में कानून व्यवस्था कैसी होगी, उसकी कल्पना की जा सकती है.
Trending Photos
नई दिल्ली/लखनऊ : लखनऊ में पुलिस की गोली से हुई विवेक तिवारी की मौत के मामले में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने सोमवार को कहा कि यह हत्याकांड इतना उछला कि सरकार की मजबूरी हो गई है कार्रवाई करने की. उन्होंने कहा कि अगर पुलिस ही गोली मारने लगे तो कानून व्यवस्था क्या होगी. अगर प्रदेश में कानून व्यवस्था खराब है तो इसके लिए सरकार जिम्मेदार है.
अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी इस हत्याकांड को लेकर घेरा. उन्होंने कहा कि सीएम योगी पर कई धाराएं लगी हैं, डिप्टी सीएम पर भी कई मुकदमे दर्ज हैं. ऐसे में कानून व्यवस्था कैसी होगी, उसकी कल्पना की जा सकती है. उन्होंने कहा कि ऐसा ही प्रदेश के नोएडा में जितेंद्र यादव का फर्जी एनकाउंटर किया गया है. ऐसे सैकड़ों मामले हैं. सीएम योगी की भाषा है कि इनको ठोंक दिया जाए.
सपा अध्यक्ष ने कहा कि मानवाधिकार के इतने नोटिस प्रदेश सरकार को कभी नहीं मिले होंगे. दुनिया में उत्तर प्रदेश का सम्मान नीचे हुआ है. प्रदेश सरकार को विवेक तिवारी के परिवार को कम से कम 5 करोड़ की मदद होनी चाहिए. सरकार के मंत्री और विधायक भी सरकार के ऊपर सवाल उठा रहे हैं.
बसपा प्रमुख मायावती ने सोमवार को यूपी की योगी सरकार पर निशाना साधा. मायावती ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा 'अगर मैं यूपी की मुख्यमंत्री होती तो सबसे पहले आरोपी पुलिसवालों पर कड़ी कार्रवाई करती और तब विवेक तिवारी के परिवार से मिलती. जैसा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया वैसा ना करती.' मायावती ने कहा कि योगी सरकार में ब्राह्मणों का शोषण हो रहा है. उत्तर प्रदेश में खुली सड़कों पर हत्याएं हो रही हैं.
बसपा प्रमुख मायावती ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए सोमवार को कहा कि यूपी में डर का वातावरण है. लोग चिंतित रहते हैं. चुनाव के समय में बीजेपी ने लोगों को बड़े-बड़े सपने दिखाए थे कि जब उनकी सरकार सत्ता में आएगी तो कानून का राज होगा. लेकिन मौजूदा समय में तो इसका उलटा हो रहा है. अब तो ऐसा लग रहा है कि उत्तर प्रदेश में कानून नाम की कोई चीज ही नहीं है. यूपी में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है.
बीजेपी सांसद कलराज मिश्र ने विवेक तिवारी हत्याकांड पर कहा कि किसी को भी सीधे-सीधे गोली मार देना, यह अधिकार पुलिस को किसने दिया. आपराधिक मानसिकता वाले पुलिसकर्मी हमारी सरकार को भी धब्बा लगा रहे हैं. यह साधारण घटना नहीं है. इसका संदेश पूरे देश और प्रदेश में बहुत ही खराब गया है.