AMU विवाद: दो छात्रों के खिलाफ देशद्रोह का केस दर्ज, 7 से मांगा जवाब
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AMU विवाद: दो छात्रों के खिलाफ देशद्रोह का केस दर्ज, 7 से मांगा जवाब

एएमयू प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए दोनों छात्रों को सस्पेंड कर दिया है. 

मनान वानी की मौत के बाद बवाल हुआ था.

नई दिल्ली/अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में आजादी-आजादी के नारे लगने का वीडियो वायरल होने के बाद एएमयू प्रशासन ने 9 कश्मीरी छात्रों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. यूनिवर्सिटी प्रशासन ने मामले में 9 कश्मीरी छात्रों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. एएमयू प्रशासन ने मामले में कार्रवाई करते हुए दो छात्रों को सस्पेंड भी कर दिया है. बताया जा रहा है, ये दोनों वही छात्र हैं, जिनके खिलाफ पुलिस ने नामजद केस दर्ज किया है. आपको बता दें कि इन दोनों छात्रों के खिलाफ पुलिस ने धारा 121, 121A (देशद्रोह) का मुकदमा दर्ज किया है.

एएमयू प्रशासन 48 घंटों में मांगा जवाब
एएमयू प्रशासन ने 9 में से दो छात्रों को सस्‍पेंड कर दिया है. वहीं मामले में सात छात्रों को कारण बताओ नोटिस जारी करके उनसे घटना पर 48 घंटे के अंदर जवाब मांगा है. बताया जा रहा है कि सस्पेंड किए दोनों छात्र पीएचडी के छात्र हैं. इनका नाम वसीम अयूब मालिक और अब्दुल हसीब मीर हैं. वहीं, पुलिस वाकी आरोपियों की पहचान के लिए मोबाइल वीडियो और सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है. एएमयू प्रशासन ने आतंकवादी मन्नान बशीर वानी के समर्थन में देशद्रोही नारेबाजी करने वाले नौ कश्मीरी छात्रों के नाम सामने आए हैं. इनमें वसीम अयूब मालिक, अब्दुल हसीब मीर के साथ पीरजादा दानिश शाबिर, ऐयाज अहमद भट्ट, मो. सुल्तान खान, रकीब सुल्तान, समीउल्ला रॉथर, शौकत अहमद लोन और महबुबुल हक के नामों को एएमयू प्रशासन ने जारी किया है.   

नमाज-ए-जनाजा को लेकर शुरू हुआ बवाल
आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा में गुरुवार (11 अक्टूबर) को सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को मार गिराया था. मारे गए आतंकियों में से एक अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के स्कॉलर से हिजबुल मुजाहिदीन का आतंकी बना मन्नान बशीर वानी भी है. जैसे ही मन्नान के मारे जाने की खबर एएमयू पहुंची तो कुछ छात्रों ने उसे शहीद घोषित कर नमाज-ए-जनाजा पढ़ने की कोशिश की, जिस पर बवाल हो गया. इसके बाद अनुशासनहीनता में दो छात्रों को निलंबित कर दिया गया. जबकि सात छात्रों को कारण बताओ नोटिस दिया गया है.

सीनियर छात्रों ने किया था विरोध
दरउसल, गुरुवार (11 अक्टूबर) को सोशल मीडिया पर दोपहर साढ़े तीन बजे कैनेडी हॉल परिसर में नमाज-ए-जनाजा के आयोजन की सूचना दी गई थी. निर्धारित समय पर कश्मीर के करीब 150 छात्र जमा हो गए. सीनियर छात्रों ने इसका विरोध किया. सूचना पर प्रोक्टोरिअल बोर्ड भी मौके पर पहुंचा. इस दौरान कश्मीरी छात्रों की उनसे नोकझोंक भी हुई और विवाद शुरू हो गया. 

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इसी साल जनवरी महीने में जब उसने हिजबुल को ज्वाइन किया था.

कौन था मनान वानी
मनान वानी कुपवाड़ा जिले के ताकीपुरा गांव का रहने वाला था. इसी साल जनवरी महीने में जब उसने हिजबुल को ज्वाइन किया था, उस वक्त उसने AK-47 के साथ सोशल मीडिया पर अपनी फोटो डाला था. बता दें, मनान के पिता प्रिंसिपल हैं, जबकि एक भाई इंजीनियर है.

AMU का छात्र था मनान वानी
मनान वानी AMU का छात्र था. AMU से मिली जानकारी के मुताबिक, वह भूगर्भ विज्ञान (जियोलॉजी) में PhD की पढ़ाई कर रहा था. एएमयू ने बताया कि अटेंडेंस रजिस्टर के मुताबिक, वह आखिरी बार दो जनवरी को यूनिवर्सिटी पहुंचा था. 6 जनवरी 2018 को उसे दिल्ली से कश्मीर जाना था. इसी दौरान उसकी एके-47 के साथ तस्वीर सोशल मीडिया पर आ गई थी. यह खबर मिलते ही AMU प्रशासन ने उसे यूनिवर्सिटी से निष्काषित कर दिया था.

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