भारतीय जनता पार्टी (BJP) 2019 के लोकसभा चुनाव में जीत के लिए बहुजन समाज पार्टी (BSP) का फॉर्मूला अपनाएगी.
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नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (BJP) 2019 के लोकसभा चुनाव में जीत के लिए बहुजन समाज पार्टी (BSP) का फॉर्मूला अपनाएगी. वह लोकसभा की 543 लोकसभा सीट पर हरेक पर एक इंचार्ज बिठाएगी. साथ ही हर राज्य में 11 सदस्यीय कमेटी भी बनाएगी ताकि लोकसभा चुनाव की तैयारियां शुरू की जा सकें. इस मामले से जुड़े दो पार्टी नेताओं ने बताया कि इंचार्ज या प्रभारी लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से बाहर का होगा, जो निगरानी करेंगे. वहीं 11 सदस्यीय पैनल को 'चुनाव तैयारी टोली' नाम दिया गया है, जो राज्य से जुड़े 13 विशेष कार्यों की निगरानी करेंगे. ऐसा पहली बार होगा जब बीजेपी हरेक लोकसभा सीट प्रभारी नियुक्त करेगी. यह मॉडल बीएसपी अपनाती आ रही है और वह हरेक राज्य में एक टीम गठित करती रही है ताकि संसदीय चुनाव की तैयारी हो सके.
बीजेपी ने शुरू की लोकसभा चुनाव की तैयारियां
बीजेपी से जुड़े नेता ने कहा कि हमने चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी हैं. शुरुआत में हम अपनी कमजोरियों और ताकत को पहचानेंगे. पार्टी की कोशिश 2019 का चुनाव 2014 के मुकाबले और बड़े अंतर से जीतने की है. मोदी-शाह की जोड़ी संगठन के कामकाज पर पूरी तरह ध्यान दे रही है. यह पूरी प्रक्रिया संगठन के सामने मौजूद चुनौतियों को पहचानने की है. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने हर राज्य का दौरा शुरू कर दिया है. वह 10 जून को छत्तीसगढ़ गए थे और उनकी योजना जुलाई के अंत तक हर राज्य का दौरा करने की है. इस दौरान वह चुनाव तैयारियों की समीक्षा करेंगे. बीजेपी को कुछ राज्यों में चुनौती मिल रही है. मसलन यूपी में एसपी और बीएसपी उसके लिए चुनौती हैं. वहीं कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस गठबंधन रास्ते का रोड़ा है. बीजेपी इस चुनौती से पार पाने के लिए पहले ही कदम उठाएगी.
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हरेक राज्य से सामाजिक मुद्दों पर बन रही रिपोर्ट
हरेक राज्य से मौजूदा सामाजिक मुद्दों पर विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने को कहा गया है. हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक हरेक राज्य को वहां के राजनीतिक हालात, विपक्ष की रणनीति, गठबंधन की संभावनाओं पर रिपोर्ट और केंद्रीय योजनाओं के लाभार्थियों के नाम मांगे गए हैं. पार्टी की राज्य इकाइयों से कहा गया है कि वह बीते कुछ माह में बीजेपी से जुड़ने वाले नेताओं की पारिवारिक पृष्ठभूमि चेक करें और यह ब्योरा शाह के दौरे से पहले तैयार रहना चाहिए. हरेक निर्वाचन क्षेत्र में प्रभारी के साथ एक तीन सदस्यीय सोशल मीडिया टीम भी बनेगी. साथ ही मीडिया से बातचीत के लिए भी एक 3 सदस्यीय टीम होगी. कानूनी सलाह के लिए टीम में भी 3 सदस्य होंगे. वहीं केंद्रीय और राज्य की योजनाओं के क्रियान्यवन की निगरानी के लिए 2 सदस्यीय टीम होगी.
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ब्रेन स्टॉर्मिंग सेशन से जीतेंगे चुनाव
शाह के राज्यों की यात्रा के दौरान ब्रेन स्टॉर्मिंग सेशन आयोजित किए जाएंगे. इसमें 11 सदस्यीय पोल पैनल, आरएसएस, विस्तार में लगे पूर्ण-कालिक स्वयंसेवक और लोकसभा सीट के प्रभारी शामिल होंगे. हरेक महासचिव को एक-एक राज्य दिया गया है, जो शाह के आने से पहले फॉलोअप रिपोर्ट बनाएगा.