हलाला प्रथा पर देवबंद का फतवा, कहा- 'प्लानिंग के तहत कराया गया हलाला इस्लाम में नाजायज'
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हलाला प्रथा पर देवबंद का फतवा, कहा- 'प्लानिंग के तहत कराया गया हलाला इस्लाम में नाजायज'

देवबन्दी उलेमा मुफ्ती असद कासमी ने बताया कि इस्लाम में ये नापसंद है और इसे इस्लाम में 'लानत' माना गया है.

दारुल उलूम के फतवा विभाग में ने एक सवाल के जवाब में ये कहा. (फाइल फोटो)

सहारनपुर: सहारनपुर स्थित इस्लामिक शिक्षण संस्थान दारुल उलूम देवबंद ने हलाला प्रथा को लेकर फतवा जारी किया है. अपने फतवे में दारुल उलूम देवबंद ने कहा कि एक प्लानिंग के तहत कराया गया हलाला इस्लाम में नापंसद और नाजायज है. दरअलल, मोहल्ला अब्दुलहक निवासी मोहम्मद उस्मान ने दारुल उलूम के फतवा विभाग में मुफ्तियों की खंडपीठ से लिखित में हलाला को लेकर सवाल पूछा था, जिसके जवाब में मुफ्तियों ने कहा कि तलाक के बाद वह औरत और शौहर पर 'हराम' हो जाती है. उन्होंने कहा कि औरत को ये हक मिल जाता है कि वह तलाक देने वाले मर्द के अलावा जिस किसी भी मर्द से चाहे निकाह कर सकती है. बावजूद इसके अगर कुछ लोग हलाला के नाम पर बैठकर यह तय कर देते हैं कि महिला दूसरे मर्द के साथ केवल हलाला करेगी और फिर से अपने पुराने शौहर के साथ निकाह करेगी तो यह गलत है.

देवबन्दी उलेमा मुफ्ती असद कासमी ने बताया कि इस्लाम में ये नापसंद है और इसे इस्लाम में 'लानत' माना गया है. औरत पर तीन तलाक होने के बाद उसे निकाहे सानी यानि दूसरा निकाह करने का पूरा इख्तियार हो जाता है. उस पर किसी भी तरह का दबाव डालना जायज नहीं है. 

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उन्होंने बताया कि इस्लाम में औरत को खुदमुखतार (आजाद) है कि वह अपने पहले शौहर के अलावा जिसे चाहे अपने निकाह सानी के लिए चुन सकती है. मुफ्ती असद कासमी ने बताया कि पहले शौहर से दोबारा निकाह करने के लिए दूसरे शौहर से जबरदस्ती तलाक कराना जायज नहीं है, लेकिन अगर दूसरा शौहर खुद ही किसी वजह से बाद में उसको तलाक दे दें, तो इद्दत के बाद फिर औरत को नए निकाह का हक हो जाएगा.

फतवे में कहा गया कि अब अगर चाहे तो औरत अपनी मर्जी से पहले शौहर से नया निकाह कर सकती है. यदि दूसरा निकाह करने वाले व्यक्ति की खुद यह नीयत हो कि, मैं बाद में इसे तलाक दे दूंगा ताकि ये अपने पहले शौहर से दोबारा निकाह कर इज्जत और खुशियों के साथ अपनी जिंदगी गुजारे तो इसमें कुछ हद तक गुंजाइश है. वहीं, दारुल उलूम के इस फतवे को देवबंदी उलेमाओं ने सही ठहराया है.

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