UP: सस्ते दाम पर सामान बेचने का दावा कर लोगों के करोड़ों रुपए ले भागा फर्म मालिक
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UP: सस्ते दाम पर सामान बेचने का दावा कर लोगों के करोड़ों रुपए ले भागा फर्म मालिक

उत्तर प्रदेश के बहराइच के नानपारा इलाके में सस्ते दामों पर इलेक्ट्रिक्स और होम एप्लायंसेज बेचने का दावा कर ठकी करने का मामला सामने आया है. तमिलनाडु की एक कंपनी के मालिक ने बाजार से 45 प्रतिशत कम दाम पर इलेक्ट्रिक्स और होम एप्लायंसेज देने का दावा कर उपभोक्ताओं के दो करोड़ों रुपए लेकर फरार हो गया.

ग्राहकों के करोड़ों रुपए ले उड़ा कंपनी का मालिक (प्रतीकात्मक फोटो)

बहराइच. सस्ते दामों पर ब्रांडेड कंपनियों के इलेक्ट्रिक सामान देने का दावा करने वालों से सावधान हो जाएं. उत्तर प्रदेश के बहराइच के नानपारा इलाके में सस्ते दामों पर इलेक्ट्रिक्स और होम एप्लायंसेज बेचने का दावा कर ठकी करने का मामला सामने आया है. तमिलनाडु की एक कंपनी के मालिक ने बाजार से 45 प्रतिशत कम दाम पर इलेक्ट्रिक्स और होम एप्लायंसेज देने का दावा कर उपभोक्ताओं के दो करोड़ों रुपए लेकर फरार हो गया. पुलिस के मताबिक 24 लोगों ने इस फर्म के खिलाफ नानपारा कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई है. 

  1. सस्ते दाम पर इलेक्ट्रॉनिक्स बेचने का झूठा दावा
  2. बाजार से 45% कम दाम पर इलेक्ट्रिक्स देने का दावा कर की ठगी
  3. ग्राहकों के करोड़ों रुपए लेकर फरार हुआ कंपनी का मालिक

पुलिस प्रवक्ता के अनुसार लोगों का आरोप है कि नानपारा कोतवाली के हसनगंज इलाके में करीब एक महीने पहले ताजुद्दीन नाम के व्यक्ति ने 'ताज ट्रेडर्स हाउस होल्ड एजेंसी' के नाम से एक कंपनी शुरू की. प्रॉपराइटर ताजुद्दीन स्वयं को तमिलनाडु का निवासी बताता था. कंपनी ने प्रचार किया कि ब्रांडेड कंपनियों से सीधी डील के चलते ग्राहक को बाजार मूल्य से 45 फीसदी कम दाम पर सामान मुहैया कराया जाएगा. ग्राहकों को सामान की प्री-बुकिंग के समय पूरे पैसे देने होंगे. पैसे देने के 14 दिन बाद सामान की डिलीवरी का वादा किया गया.

कंपनी खोलने के बाद पहली खेप में जमा धन के बदले करीब 15 दिनों में सामान की डिलीवरी कर दी गई. इससे लोगों का विश्वास जमने लगा और सैकड़ों लोगों ने अपनी मेहनत की कमाई के करोड़ों रुपए कंपनी में जमा करा दिए.

मंगलवार को दूसरी खेप के सामान की डिलीवरी होनी थी. लेकिन इससे पहले ही कंपनी के संचालक दरवाजे पर ताला बंद कर फरार हो गए. पुलिस उपाधीक्षक सुरेन्द्र यादव ने बताया कि 24 पीड़ितों की तहरीर पर कंपनी के खिलाफ अमानत में खयानत और अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज कर तहकीकात शुरू कर दी गई है. उन्होंने बताया कि रसीदों पर लिखे जीएसटी नंबर और मोबाइल नंबर की जांच की जा रही है. मंगलवार से ही संचालक का मोबाइल बंद है.

 

(इनपुट भाषा से भी)

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