मुजफ्फरनगर तक पहुंची पलायन की चिनगारी, मकानों के बाहर लिखा 'बिकाऊ'
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मुजफ्फरनगर तक पहुंची पलायन की चिनगारी, मकानों के बाहर लिखा 'बिकाऊ'

पलायन का यह मामला मुजफ्फरनगर के थाना सिखेड़ा क्षेत्र के गांव निराना का है. एसपी सिटी ने दिए हैैं जांच के आदेश.

मुजफ्फरनगर के गांव नैराना का है मामला.

मुजफ्फरनगर : उत्‍तर प्रदेश के पलायन की चिनगारी कैराना के बाद अब मुजफ्फरनगर तक पहुंच गई है. वहां वर्ग विशेष के लोगों की हरकतों से तंग आकर दस से अधिक हिंदू परिवारों ने अपने मकानों के बाहर 'यह मकान बिकाऊ है' लिखकर पलायन की बात कही है. वहीं लड़कियों ने छेड़छाड़ से तंग आकर पढ़ाई तक छूट जाने की बात कही है. पलायन की बात का पता चलते ही जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया. पुलिस के आला अधिकारियों ने गांव में पहुंचकर पीड़ित परिवारों से बात कर पलायन करने के कारणों का पता लगाया है. एसपी सिटी ने पलायन को मजबूर करने वाले असामाजिक तत्वों को तत्काल गिरफ्तारी के आदेश दिए है.

  1. असामाजिक तत्‍वों से परेशान हैं परिवार
  2. घर के बाहर लिखा 'यह मकान बिकाऊ है'
  3. पुलिस ने अब तक नहीं की है कोई कार्रवाई

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दरअसल मामला थाना सिखेड़ा क्षेत्र के गांव निराना का है. यहां पिछले दिनों गांव में एक बारात आई हुई थी. इसमें कुछ असामाजिक तत्वों ने बारात में घुसकर कुछ लोगों के साथ जमकर मारपीट की थी. पीड़ित की तहरीर पर थाने में मुकदमा दर्ज हो गया था. लेकिन दस दिन बीत जाने के बाद भी सिखेड़ा पुलिस ने ना तो आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कोई दबिश दी और ना ही किसी को गिरफ्तार किया. वहीं पीड़ितों का आरोप है कि हलके के इंचार्ज आरोपियों के परिजनों को अपने साथ बाइक पर बैठाकर गांव में घूमते हैं. साथ ही ये असामाजिक तत्व गांव में बने कब्रिस्तान में क्रिकेट खेलते हैं और जानबूझकर घर मे गेंद डालते हैं. फिर दीवारें कूदकर हमारे घर मे घुसते हैं और हम मना करते हैं तो गाली गलौच करते हुए मारपीट करते हैं.

इन असामाजिक तत्वों की इन्हीं हरकतों से तंग आकर इन पीड़ित परिवारों ने अपने घरों के बाहर 'यह मकान बिकाऊ' लिखकर गांव से पलायन की मजबूरी जताई है. पलायन की सूचना मिलते ही मुजफ्फरनगर जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया. आनन फानन में एसपी सिटी पुलिस फोर्स के साथ गांव में पहुंचे और पीड़ित परिवार से मुलाकात कर असामाजिक तत्वों पर सख्त कार्यवाही का आश्वासन दिया.

साथ ही सिखेड़ा थाना इंचार्ज इंस्पेक्टर विक्रम सिंह को तत्काल आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए आदेश दिए. वहीं पीड़ित परिवार की लड़की का कहना है कि पहले तो हमारी इन असामाजिक तत्वों के कारण पढ़ाई छूट गई थी. अब घर छूट रहा है. वहीं पीड़ित परिवारों की महिलाओं का कहना है 'हम मजबूर हो गए हैं घर छोड़ने के लिए क्योकि ये हमें बहुत परेशान करते हैं. छेड़छाड़ करते हैं. इससे अच्छा है कि हम गांव ही छोड़ दें. वहीं पुलिस अधिकारी ओमवीर सिंह ने बताया कि इन असामाजिक तत्वों की गिरफ्तारी के लिए निर्देशित कर दिया गया है. साथ ही लोगों को समझा गया है.

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