उत्तर प्रदेश में बारिश से कहीं राहत,कहीं आफत
Advertisement

उत्तर प्रदेश में बारिश से कहीं राहत,कहीं आफत

उत्तर प्रदेश में मानसून पूरी तरह सक्रिय हो गया है और पिछले 24 घंटे के दौरान लगभग पूरे राज्य में अनेक इलाके बारिश से तर-बतर हुए। इस वष्रा के कारण नदियों के जलस्तर में तेजी से बढ़ोत्तरी हो रही है। खासकर तराई के इलाकों में लोगों के लिये यह वर्षा आफत लेकर आयी है।

उत्तर प्रदेश में बारिश से कहीं राहत,कहीं आफत

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में मानसून पूरी तरह सक्रिय हो गया है और पिछले 24 घंटे के दौरान लगभग पूरे राज्य में अनेक इलाके बारिश से तर-बतर हुए। इस वष्रा के कारण नदियों के जलस्तर में तेजी से बढ़ोत्तरी हो रही है। खासकर तराई के इलाकों में लोगों के लिये यह वर्षा आफत लेकर आयी है।

आंचलिक मौसम विज्ञान केन्द्र की रिपोर्ट के मुताबिक दक्षिण-पश्चिमी मानसून पूरे प्रदेश में सक्रिय हो चुका है। पिछले 24 घंटे के दौरान राज्य में ज्यादातर स्थानों पर रिमझिम बारिश हुई। कहीं-कहीं भारी वर्षा भी हुई।

इस अवधि में जलेसर में सबसे ज्यादा 31 सेंटीमीटर बारिश रिकार्ड की गयी। इसके अलावा मथुरा में 23, लालगंज में 19, मिर्जापुर में 18, अलीगढ़ में 15, बुढ़ाना और आजमगढ़ में 13-13, कैसरगंज, जौनपुर, मुहम्मदाबाद, भटपुरवाघाट और देवबंद में 12-12, करहल में 11, आगरा में 10, महराजगंज, सहसवान, बहेड़ी और मिर्जापुर में नौ-नौ, सलेमपुर, जमानिया, चुनार, गुन्नौर, बरेली, बिजनौर और सहारनपुर में आठ-आठ, छतनाग, रसड़ा, हैदरगढ़, नरौरा और हाथरस में सात-सात सेंटीमीटर वर्षा दर्ज की गयी।

बारिश का यह दौर अभी जारी रहने का अनुमान है। अगले 24 घंटे के दौरान भी राज्य के पूर्वी भागों में अनेक स्थानों पर जबकि पश्चिमी हिस्सों में कुछ जगहों पर वष्रा होने की सम्भावना है।

जलभरण क्षेत्रों और उत्तराखण्ड के उंचाई वाले क्षेत्रों में व्यापक वर्षा होने से उत्तर प्रदेश में गंगा, शारदा तथा घाघरा नदियों का जलस्तर तेजी से चढ़ रहा है। खासकर तराई के इलाकों में नदियों का पानी गांवों में घुसने से यह बारिश लोगों के लिये आफत बन गयी है।

केन्द्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार शारदा नदी पलियाकलां में खतरे के निशान से एक मीटर से ज्यादा उपर बह रही है। वहीं, शारदानगर में इसका जलस्तर लाल चिहन के नजदीक पहुंच गया है।

इसके अलावा घाघरा नदी एल्गिनब्रिज पर खतरे के निशान से उपर बह रही है और इसका जलस्तर भी लगातार बढ़ रहा है। इसके अलावा अयोध्या और तुर्तीपार में इसका जलस्तर तेजी से खतरे के निशान के नजदीक पहुंच रहा है। गंगा नदी बलिया में लाल निशान के नजदीक पहुंच गयी है। 

इस बीच, बाराबंकी से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार एल्गिनब्रिज से लगे क्षेत्रों में घाघरा का कहर जारी है और आज यह नदी दूसरी बार खतरे के निशान को पार कर गई। बाढ़ के पानी से घिरे गांव नैपुरा, परसावल, रायपुर गांवों के निवासी नदी के तटबंध पर ठहरे हुए हैं और बारिश उनकी मुसीबत लगातार बढ़ा रही है।

नदी का पानी दो सेंटीमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है। नदी के बढ़ते जलस्तर को देख तराई में हड़कम्प मच गया है। यहां के बाशिंदों का कहना है कि बारिश के चलते सबसे ज्यादा डर जंगली जानवरों और कीडों से बना हुआ है।

घाघरा नदी के पानी की चपेट में आकर सूरतगंज क्षेत्र का प्राथमिक विद्यालय कचनापुर, रामसनेहीघाट क्षेत्र का प्राथमिक विद्यालय परसावल और नैपुरा पूरी तरह से पानी की चपेट में आ गया है जिससे यहां पर पढ़ाई का कार्य पूरी तरह से ठप हो गया है।

अपर जिलाधिकारी हरिकेश चौरसिया के अनुसार घाघरा नदी का जलस्तर फिर से बढ़ने के मद्देनजर बाढ़ चौकियों पर तैनात सभी कर्मचारियों को सतर्क कर दिया गया है। प्रभावित क्षेत्र की तहसीलों के उपजिलाधिकारियों को भी आदेशित कर दिया गया है कि वह पूरी तरह से मुस्तैद रहें और नदी के जलस्तर पर बराबर नजर रखें।

 

Trending news