आरएसएस कार्यकर्ता ने तर्क दिया है कि वो ऐसा अल्पसंख्यक समूह के बीच राइट विंग संगठनों के बारे में बनी गलत धारणाओं को दूर करने के लिए करना चाहता है.
Trending Photos
नई दिल्ली/अलीगढ़ : अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के कुलपति तारिक मंसूर को आरएसएस के कार्यकर्ता ने पत्र लिखकर विश्वविद्यालय परिसर में शाखा लगाने के लिए अनुमति देने की मांग की है. इस पत्र में आरएसएस कार्यकर्ता ने तर्क दिया है कि वो ऐसा अल्पसंख्यक समूह के बीच राइट विंग संगठनों के बारे में बनी गलत धारणाओं को दूर करने के लिए करना चाहता है. उन्होंने कहा कि शाखा लगाने से संगठन की असली विचारधारा से छात्रों को परिचित कराया जा सकता है.
RSS worker Md.Amir Rashid writes to Aligarh Muslim University VC seeking to conduct 'Shakhas' in the campus, says, 'Wrong perception is being created that RSS is anti-Muslim, they're actually a nationalist organisation. If 'Shakhas' are held students will know what RSS is about.' pic.twitter.com/6ndmClPTNE
— ANI UP (@ANINewsUP) 27 अप्रैल 2018
खत्म होगी गलत धारण- आरएसएस कार्यकर्ता
आरएसएस कार्यकर्ता मोहम्मद आमिर राशिद ने अपने पत्र में कहा है, 'आरएसएस के बारे में छात्रों को सच जानना बहुत जरूरी है. बहुत से छात्र संघ के खिलाफ आधारहीन बयान देकर भ्रम फैला रहे हैं'. उन्होने पत्र में लिखा है कि संघ बिना किसी धार्मिक भेदभाव के राष्ट्र सेवा करती है. अगर एक बार शाखा लगी तो अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्रों के मन से संघ को लेकर गलत धारणा खत्म हो जाएगी.
संघ नहीं करता भेदभाव- मोहम्मद आमिर
आरएसएस कार्यकर्ता मोहम्मद आमिर राशिद ने अपने पत्र में कहा है कि आरएसएस पूरी तरह देशसेवा को समर्पित है और धर्म के आधार पर किसी तरह का भेदभाव नहीं करता. उन्होंने लिखा है, 'एक बार कैंपस में शाखा लगना शुरू हो जाए तो एएमयू छात्रों के बीच फैलाए गए आरएसएस से जुड़े मिथक दूर हो जाएंगे.'
स्टूडेंट्स यूनियन ने किया विरोध
वहीं इस मसले पर विश्वविद्यालय के स्टूडेंट्स यूनियन प्रेसिडेंट का कहना है कि वो संघ के इस पत्र का विरोध करते हैं. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय शिक्षण संस्थान है न की राजनीतिक अखाड़ा. अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स यूनियन ने कहा कि संघ ने हमेशा से देश को बांटने की राजनीति की है और वो संघ को यूनिवर्सिटी परिसर में घुसने नहीं देंगे.