देश के कई हिस्सों में महापुरुषों की मूर्ति तोड़े जाने की घटनाओं के बाद उत्तर प्रदेश में भी ऐसे मामले सामने आ रहे हैं.
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लखनऊ: देश के कई हिस्सों में महापुरुषों की मूर्ति तोड़े जाने की घटनाओं के बाद उत्तर प्रदेश में भी ऐसे मामले सामने आ रहे हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को इन घटनाओं पर कड़ा रुख अख्तियार करते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को कहा है, ताकि भविष्य में दोबारा ऐसी घटनाएं न हों. साथ ही मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों तथा पुलिस अधीक्षक व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिया है कि वे जिलों में स्थापित महापुरुषों की मूर्तियों की सुरक्षा के प्रति पूरी सतर्कता बरतें. गौरतलब है कि मेरठ के मवाना खुर्द में बुधवार (7 मार्च) को शरारती तत्वों ने भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त कर दिया था.
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ऐसे तत्वों को चिन्हित कर करें तत्काल कार्रवाई
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि राज्य में अमन-चैन का माहौल कायम रखना प्रदेश सरकार की पहली प्राथमिकता है. शांति व्यवस्था को बाधित करने वाले असामाजिक तत्वों के खिलाफ सरकार सख्त कार्रवाई करेगी. उन्होंने पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह अपने-अपने जनपद में स्थापित महापुरुषों की मूर्तियों की सुरक्षा के सम्बन्ध में पूरी सतर्कता बरतें. उन्होंने जनपद मेरठ की घटना को गंभीरता से लेते हुए निर्देश दिए कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए. मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे तत्वों को चिन्हित कर तत्काल कार्रवाई करें ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों.
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आपको बता दें कि त्रिपुरा में जीत के बाद रूसी क्रांति के नायक व्लादिमीर लेनिन की प्रतिमा ढहाए जाने के बाद भड़की हिंसा और तमिलनाडु के वेल्लोर जिले में द्रविड़ आंदोलन के संस्थापक ईवी रामासामी ‘पेरियार’ की प्रतिमा क्षतिग्रस्त किए जाने के बाद कोलकाता में जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मूर्ति तोड़ दी गई. साथ ही प्रतिमा पर कालिख भी पोत दी गई थी.