लखनऊ के मॉल एवेन्यू में स्थित है कांग्रेस का प्रदेश मुख्यालय. मीडिया सेंटर की दीवार को रंगवाया गया था भगवा.
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लखनऊ : 'भगवा' रंग इन दिनों भारतीय राजनीति की धुरी बना हुआ है. 'भगवाकरण' शब्द के इर्द-गिर्द भारतीय राजनीति घूम रही है और खास कर उत्तर प्रदेश में तो माहौल अधिक गर्म है. हिन्दू वोट बैंक को साधने में बड़े-बड़े दिग्गज भी भगवा अपनाने को आतुर दिखाई पड़ने लगे हैं. ताजा मामला कांग्रेस मुख्यालय का है. यहां भी भगवा का जादू देखने को मिल रहा है. दरअसल कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय में इन दिनों रंगाई पुताई को काम चल रहा है. इसी के तहत यहां के मीडिया सेंटर की एक दीवार को भगवा रंग में रंग दिया गया. इसके बाद जब कांग्रेसियों को इसमें गलती नजर आई तो आनन फानन में उसपर सफेद रंग चढ़वाया जा रहा है.
A section of Media centre at Congress office in Lucknow which was painted saffron recently,again repainted to white pic.twitter.com/vLxv9RCBYJ
— ANI UP (@ANINewsUP) August 3, 2018
लखनऊ में उत्तर प्रदेश कांग्रेस के मॉल एवेन्यू स्थित मुख्यालय के मीडिया सेंटर के कमरे की दीवार पर रंग रोगन का काम चल रहा था. इसी दौरान कमरे की दीवार को भगवा रंग का कर दिया गया था. बाद में गलती नजर आने पर कांग्रेसी नेताओं ने आनन-फानन में इस गलती को सुधारते हुए इसे हटाने को कहा. लिहाजा भगवा हो चुकी कांग्रेस मीडिया कक्ष के भगवा रंग को उतरा जाने लगा और उस पर फिर से सफेद रंग चढ़ाया जाने लगा है. हालांकि ये खबर मीडिया में आने के बाद कांग्रेस प्रवक्ता इस पर कुछ भी बोलने से बचते नजर आए.
बता दें कि यूपी में इससे पहले रोडवेज बसों, मुख्यमंत्री कार्यालय, शौचालय, थाने, टोल प्लाजा और हज हाउस समेत कई इमारतों को भगवा रंग में रंगा जा चुका है. इसे लेकर कांग्रेस समेत अन्य दलों ने प्रदेश की योगी सरकार पर निशाना साधा था.
हालांकि सत्ता और विपक्ष दोनों ही पक्ष भगवाकरण शब्द को नकार रहे हैं किन्तु अपनाने में परहेज भी नहीं कर रहे हैं. एक तरफ जहां सत्तारूढ़ भाजपा ‘भगवा’ रंग को विकास और उन्नति का प्रतीक बताता है वहीं विपक्षी दल एकमत हो इसे कट्टर हिंदुत्व का रंग मानते हैं. यूपी में बीजेपी के सत्ता में आने और योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद विपक्ष ने इसे और ज्यादा धार दी. योगी आदित्यनाथ को कट्टर हिंदूवादी नेता माना जाता है. वे स्वयं भगवा वस्त्र धारण करते हैं. इस कारण विपक्ष को भगवा विरोध का और बल मिलता है.