यूपी चुनाव 2017: समाजवादी पार्टी-कांग्रेस के बीच गठबंधन का आज हो सकता है ऐलान, 300 सीटों पर लड़ सकती है अखिलेश की पार्टी
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यूपी चुनाव 2017: समाजवादी पार्टी-कांग्रेस के बीच गठबंधन का आज हो सकता है ऐलान, 300 सीटों पर लड़ सकती है अखिलेश की पार्टी

उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के नेतृत्व में महागठबंधन का ऐलान बुधवार को किया जा सकता है। बता दें कि उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस का गठबंधन में चुनाव लड़ना तय हो गया है। कांग्रेस ने सपा के साथ गठबंधन पर मुहर लगा दी है और आज इसका औपचारिक ऐलान होगा। सूत्रों के अनुसार, समाजवादी पार्टी 300 सीटों पर लड़ सकती है।

यूपी चुनाव 2017: समाजवादी पार्टी-कांग्रेस के बीच गठबंधन का आज हो सकता है ऐलान, 300 सीटों पर लड़ सकती है अखिलेश की पार्टी

लखनऊ : उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के नेतृत्व में महागठबंधन का ऐलान बुधवार को किया जा सकता है। बता दें कि उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस का गठबंधन में चुनाव लड़ना तय हो गया है। कांग्रेस ने सपा के साथ गठबंधन पर मुहर लगा दी है और आज इसका औपचारिक ऐलान होगा। सूत्रों के अनुसार, समाजवादी पार्टी 300 सीटों पर लड़ सकती है।

सपा सूत्रों के मुताबिक पार्टी खुद करीब 300 सीटों पर लड़ेगी। कांग्रेस को सपा की ओर से 90 से 100 सीटों की पेशकश की गई है। वहीं, चौधरी अजीत सिंह की पार्टी 30 सीट चाहती है लेकिन सूत्रों के मुताबिक 22 सीट देने की पेशकश की गई है। अजित सिंह के राष्ट्रीय लोकदल को पाले में लाने की पूरी कोशिश जारी है जिसका पश्चिमी उत्तर प्रदेश में प्रभाव है जहां पहले दो चरणों में 11 और 15 फरवरी को मतदान होगा। इस बीच, रामगोपाल यादव और गुलाम नबी आजाद सीट बंटवारे पर कुछ मतभेदों को दूर करने के लिए बातचीत कर रहे हैं। सपा सूत्रों ने कहा कि पार्टी उम्मीदवारों की सूची एक या दो दिन में जारी की जाएगी। ऐसी खबरें भी हैं कि तीनों दल साझा न्यूनतम कार्यक्रम ला सकते हैं।

अखिलेश के प्रमुख सलाहकार रामगोपाल यादव और नरेश अग्रवाल (दोनों राज्यसभा सदस्य) कल शाम लखनऊ पहुंचे और उम्मीदवारों की सूची को अंतिम रूप देने के वास्ते चर्चा करने के लिए तत्काल अखिलेश से बात करने उनके घर गए। पार्टी सूत्रों ने कहा कि सूची कांग्रेस के साथ संभावित गठबंधन को ध्यान में रखकर तैयार की जाएगी क्योंकि नामांकन प्रक्रिया पहले ही शुरू हो चुकी है। इस बीच, दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने कहा कि यदि गठबंधन होता है तो वह अखिलेश के पक्ष में हट जाएंगी। शीला को कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार के रूप में पेश किया था।

बता दें कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बिहार की तर्ज पर महागठबंधन की तैयारी है। सपा और कांग्रेस के साथ राष्ट्रीय लोकदल, जनता दल (यूनाइटेड), बीएस-फॉर और तृणमूल कांग्रेस सहित कई छोटी पार्टियां शामिल हो सकती हैं। पार्टी के एक नेता ने कहा कि कई छोटी पार्टियों के साथ चर्चा चल रही है। सपा, कांग्रेस और रालोद के बीच गठबंधन पर अंतिम फैसला होते ही, दूसरे धर्मनिरपेक्ष दलों को भी साथ जोड़ लिया जाएगा। वहीं, शरद पवार की अगुवाई वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने भी कहा है कि वह उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के नेतृत्व में महागठबंधन में शामिल होने के लिए तैयार है।

बता दें कि चुनाव आयोग के पार्टी का चुनाव चिन्ह साइकिल उन्हें आवंटित किये जाने से उत्साहित उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भाजपा को सत्ता में आने से रोकने के लिए कांग्रेस-रालोद से गठबंधन की रणनीति बना रहे अपने सलाहकारों से मंगलवार को विचार-विमर्श किया।

चुनाव आयोग के आदेश के बाद सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी का समूचा नियंत्रण अखिलेश के हाथों में आने के साथ कल कांग्रेस के साथ गठबंधन को लेकर लखनऊ और दिल्ली दोनों में काफी गहमागहमी रही। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने लखनऊ में कहा था कि गठबंधन पर फैसला एक या दो दिन में कर लिया जाएगा। वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने राष्ट्रीय राजधानी में कहा कि प्रस्तावित भागीदारी के महत्वपूर्ण पहलुओं पर अगले कुछ दिन में फैसला होगा। अखिलेश ने लखनउ में पत्रकारों से कहा कि गठबंधन (कांग्रेस के साथ) पर एक या दो दिन में फैसला होगा। उधर, सपा में घमासान के समय अखिलेश के साथ खड़े रहे उनके चाचा एवं पार्टी रणनीतिकार रामगोपाल यादव ने राज्य विधानसभा चुनाव के लिए एक धर्मनिरपेक्ष महागठबंधन की उम्मीद जताई। राज्य में विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया आज शुरू हो गई जब 11 फरवरी को होने वाले पहले दौर के मतदान के लिए अधिसूचना जारी की गई।

कांग्रेस महासचिव गुलाम नबी आजाद ने नई दिल्ली में कल कहा था कि मुझे विश्वास है कि समाजवादी पार्टी-कांग्रेस गठबंधन उत्तर प्रदेश में अगली सरकार बनाएगा। उत्तर प्रदेश में पार्टी मामलों के प्रभारी आजाद ने कहा कि अभी यह गठबंधन प्रक्रिया की शुरूआत है और महत्वपूर्ण पहलुओं पर अगले एक-दो दिन में फैसला होगा। बाद में, अखिल भारतीय कांग्रेस समिति की ब्रीफिंग में उत्तर प्रदेश के लिए पार्टी के समन्वयक मीम अफजल ने भी इसी तरह की बात कही। उन्होंने कहा कि गठबंधन का ब्योरा अगले दो दिन में घोषित किया जाएगा।

अखिलेश ने कल अपने आवास पर एक अनौपचारिक बातचीत में कहा था कि दोनों सूचियों में 90 प्रतिशत से अधिक उम्मीदवारों के नाम समान हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी प्राथमिकता फिर से सपा की सरकार बनाने की है। उन्होंने हर किसी को साथ लेकर चलने का वायदा किया। उन्होंने कहा कि मैं नेताजी (मुलायम सिंह यादव) को साथ लेकर चलूंगा, उनके साथ मेरा संबंध अटूट है। मुझे विश्वास था कि साइकिल (चिह्न) मुझे मिलेगी। कम समय बचा है। यह एक बड़ी जिम्मेदारी है और मैं हर किसी को अपने साथ लेकर चलूंगा।

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