अयोध्या में बनने वाला रिंग- रोड बस्ती गोंडा से होकर गुजरेगा. नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने रिंग रोड़ के निर्माण के लिए सर्वे पूरा कर लिया है.
रामनगरी में मंदिर निर्माण के बाद विकास को रफ्तार दी जा रही है. शहर की सड़कों की मरम्मत और चौड़ीकरण के साथ आधुनिक योजनाओं पर काम किया जा रहा है.
दरअसल, रिगं रोड गोंडा के महेशपुर गांव से शुरू होकर बिष्णोहरपुर होते हुए अयोध्या के मगलसी तक पहुंचेगी.
अयोध्या के सरायराशी से रिंग रोड बस्ती जिले के सीतापुर गांव तक पहुंचेगी. वहीं यह रोड दोबारा महेशपुर में मिल जाएगी.
जानकारी के मुताबिक रिंग रोड 67.5 किलोमीटर लंबी होगी. इस योजना पर कुल खर्च 5000 करोड़ रुपये किए जा सकते हैं.
सूत्रों के मुताबिक 392 हेक्टेयर जमीन रिंग रोड के लिए अधिग्रहण किया जाएगा. जमीन के अधिग्रहण पर 690 करोड़ रुपए खर्च हो सकते हैं.
रिंग रोड के निर्माण से अयोध्या शहर पर ट्रैफिक का दबाव कम होगा. इस सड़क के बनने से यातायात की व्यवस्था पहले की तुलना में बेहतर होगी.
रिंग रोड के प्लान में 11 बड़े और 12 छोटे ब्रिज बनाए जाएंगे. वहीं चार स्थानों पर रेलवे ओवर ब्रिज का निर्माण किया जाएगा. साथ ही 22 व्हीकल अंडरपास या फ्लाईओवर का भी निर्माण होगा.
रिंग रोड के लिए बस्ती, अयोध्या, गोंडा में जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया 2022 से शुरू हो चुकी है. वहीं बस्ती में सड़क के लिए 618 किसानों से 30 करोड़ की लागत से जमीन ली जाएगी.
अयोध्या में अभी तक पर्वो पर रास्ता खुलने का इंतजार करना पड़ता है. मगर अयोध्या बस्ती और गोंडा समेत तीन जिलों से होकर बनने वाले रिंग रोड से काफी आसान हो जाएगा.