यदि आप कम बजट में घूमने का बेहतर विकल्प ढूंढ रहे हैं. तो आप उत्तराखंड में स्थित ऋषिकेश जा सकते हैं.
रेलवे मार्ग से हरिद्वार उतरने के बाद महज़ 40 से 45 मिनट में बस के द्वारा आसानी से आप ऋषिकेश पहुंच जायेंगे.
लक्ष्मण झूले का अद्भुत दृश्य देख सकते हैं. भगवान श्रीराम के छोटे भाई लक्ष्मण ने इसी स्थान पर जूट की रस्सियों के सहारे गंगा नदी को पार किया था.
आश्रमों के लिए भी प्रसिद्ध इस क्षेत्र के स्वर्गाश्रम में पहुंचकर एक अजीब सी शांति ले सकते हैं. यह आश्रम रामझूला के पास स्थित है. यह आश्रम ध्यान योग के लिए काफी लोकप्रिय है.
भगवान राम के छोटे भाई भरत का मन्दिर यहां का सबसे पुराना मन्दिर बताया जाता है. जिसे चौदहवीं सदी में ध्वस्त करने की कोशिश भी की गई.
नीलकंठ महादेव ऋषिकेश से 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है कहा जाता है कि भगवान शिव ने इसी स्थान पर समुद्र मंथन से निकला विष ग्रहण किया गया था. ऋषिकेश के सबसे पूज्य मंदिरों में से एक है.
ऋषिकुंड तालाब ऋषिकेश के रघुनाथ मंदिर के पास स्थित है. इस तालब की खास बात इसमें हमेशा प्रभु राम और सीता की छवि प्रतिबिंबित होती है.
भगवान राम को समर्पित एक प्रतिष्ठित हिंदू मंदिर है. यह मंदिर त्रिवेणी घाट के पास स्थित है.जहां हर शाम गंगा आरती होती है. ऋषिकेश में रघुनाथ मंदिर हिंदुओं के लिए सबसे पवित्र स्थानों में से एक माना जाता है.
आधुनिक समय में यह राफ्टिंग के लिए भी काफी प्रसिद्ध हो चला है. यहां पर रोजाना हजारों पर्यटक राफ्टिंग के लिए भी पहुंचते हैं.
यहां पर चोटी वाला रेस्टोरेंट का खाना सबसे अच्छा बताया जाता है. वैसे असली चोटी वाला ढूंढना यहां पर कौतूहल का विषय लगता है. क्यों कि यहां पर इस नाम के काफी सारे रेस्टोरेंट हैं.
उत्तराखंड के इस शहर में जुलाई अगस्त के महीने को छोड़ कर कभी भी यहां घूमने आ सकते हैं. क्योंकि बरसात के मौसम में राफ्टिंग और बहुत सी चीजें यहां पर बंद कर दी जाती है.
गंगा के दाहिने किनारे स्थित इस शहर का नज़ारा बेहद ही अद्भुत और आकर्षक है. ऋषिकेश में आपको सबसे ज्यादा भीड़ सावन मास में देखने को मिलेगी. ऋषिकेश में स्थित गंगा की रेती बेहद नरम है. जो आपको मां की गोद सा अहसास करवाती है.