नोटबंदी व अन्‍य मसलों पर संसद के दोनों सदनों में हंगामा, बीजेपी-कांग्रेस में नोंकझोंक
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नोटबंदी व अन्‍य मसलों पर संसद के दोनों सदनों में हंगामा, बीजेपी-कांग्रेस में नोंकझोंक

संसद में गुरुवार को भी गतिरोध बना रहा। लोकसभा की कार्यवाही आज शुरू होते ही विपक्षी सांसदों ने नोटबंदी व अन्‍य मुद्दों पर हंगामा किया। वहीं, राज्‍यसभा में विपक्ष ने हंगामा किया। शीतकालीन सत्र के अब केवल दो दिन बचे हैं। संसद में बुधवार को भी गतिरोध कायम रहा तथा लोकसभा में नोटबंदी के मुद्दे पर और राज्यसभा में एक केन्द्रीय मंत्री पर कांग्रेस के आरोपों को लेकर विपक्ष और सत्ता पक्ष ने भारी हंगामा किया।

नोटबंदी व अन्‍य मसलों पर संसद के दोनों सदनों में हंगामा, बीजेपी-कांग्रेस में नोंकझोंक

नई दिल्‍ली : संसद में गुरुवार को भी गतिरोध बना रहा। लोकसभा की कार्यवाही आज शुरू होते ही विपक्षी सांसदों ने नोटबंदी व अन्‍य मुद्दों पर हंगामा किया। वहीं, राज्‍यसभा में विपक्ष ने हंगामा किया। शीतकालीन सत्र के अब केवल दो दिन बचे हैं। संसद में बुधवार को भी गतिरोध कायम रहा तथा लोकसभा में नोटबंदी के मुद्दे पर और राज्यसभा में एक केन्द्रीय मंत्री पर कांग्रेस के आरोपों को लेकर विपक्ष और सत्ता पक्ष ने भारी हंगामा किया।

लाइव अपडेट :-

-विभिन्न मुद्दों को लेकर सत्तापक्ष एवं विपक्ष के हंगामे के कारण राज्यसभा की बैठक तीन बार के स्थगन के बाद दोपहर दो बजकर करीब पांच मिनट पर दिनभर के लिए स्थगित।

-राज्यसभा में आज सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ने नोटबंदी सहित विभिन्न मुद्दों पर भारी हंगामा किया जिसके चलते सदन की कार्यवाही दो बार के स्थगन के बाद दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी।

-हंगामे के बाद लोकसभा कल तक के लिए स्‍थगित।

-पीएम मोदी नोटबंदी पर चर्चा से भाग रहे हैं : खड़गे।  

-हम बिना किसी नियम के चर्चा के लिए तैयार हैं: मल्लिकार्जुन : खड़गे।  

-विपक्ष 20 दिनों से चर्चा को रोक रहा है : अनंत कुमार1

-चर्चा से हम नहीं, राहुल गांधी भाग रहे हैं: अनंत कुमार।

-कांग्रेस नोटों के जुगाड़ में लगी है: अनंत कुमार।

-विभिन्न मुद्दों को लेकर सत्तापक्ष एवं विपक्ष के हंगामे के कारण राज्यसभा की बैठक दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।

-नोटबैन के मुद्दे पर राज्‍यसभा में भी हंगामा।

-बीजेपी ने ऑगस्‍टा घोटाले का मुद्दा उठाया।

-सत्ता पक्ष की ओर से अगस्ता वेस्टलैंड से जुड़ी खबर का मामला उठाने और विपक्ष की ओर से नोटबंदी पर चर्चा की मांग को लेकर हुए हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित कर दी गई।

-लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी दलों ने हंगामा शुरू कर दिया।

-विपक्ष यह शिकायत करने के लिए शुक्रवार को राष्ट्रपति से मुलाकात करना चाहता है कि सत्तापक्ष संसद में ‘उन्हें नहीं बोलने दे रहा है।’

-कांग्रेस लोकसभा और राज्यसभा दोनों में नोटबंदी से हो रही लोगों की समस्या उठाएगी, स्थगन प्रस्ताव प्रस्ताव पेश किया।

-किरण रिजिजू पर लगे आरोपों पर वैंकेया नायडू ने कहा कि कांग्रेस पहले ऑगस्‍टा पर जवाब दे।  

-बीजेपी ने कहा कि अरुणाचल का जवाब ऑगस्‍टा से देंगे।

-सरकार राहुल गांधी से घबराई हुई है: मल्लिकार्जुन खड़गे।

-विपक्ष आज संसद में अरुणाचल स्‍कैम का मुद्दा उठाएगी।

-बीजेपी अब कांग्रेस उपाध्‍यक्ष राहुल गांधी को घेरने की तैयारी कर रही है।

-नोटबंदी को लेकर संसद परिसर में टीएमएसी सांसदों ने प्रदर्शन किया।

-लगता नहीं है कि आज संसद चल पाएगी: सपा नेता नरेश अग्रवाल।

लोकसभा में कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, वामदलों ने मतविभाजन के प्रावधान वाले नियम के तहत नोटबंदी पर चर्चा कराने की मांग की जबकि सत्तारूढ़ भाजपा के सदस्यों ने पूर्ववर्ती संप्रग सरकार के दौरान अगस्तावेस्टलैंड सौदे से जुड़े कथित रिश्वतखोरी के मामले से जुड़ी खबर का मुद्दा उठाया। सत्ता पक्ष और विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही शुरू होने के करीब 10 मिनट बाद दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी गई। सुबह कार्यवाही शुरू होने पर अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सदन को पूर्व सदस्य उन अन्बुचेजियन और पी वी राजेश्वर राव के निधन की जानकारी दी। सदस्यों ने कुछ पल मौन रहकर दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि दी।

इसके बाद अध्यक्ष ने जैसे ही प्रश्नकाल की कार्यवाही शुरू करने को कहा, वैसे ही कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, वामदलों के सदस्य नोटबंदी के मुद्दे पर मतविभाजन के प्रावधान वाले नियम के तहत चर्चा कराने की मांग करने लगे। इसी समय सत्तारूढ़ भाजपा के सदस्य अपने हाथों में एक अखवार की प्रति लहराने लगे जिसमें पूर्ववर्ती कांग्रेस नीत संप्रग सरकार के दौरान अगस्तावेस्टलैंड सौदे में कथित रिश्वतखोरी के मामले से जुड़ी खबर प्रकाशित थी। अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सदस्यों से पर्चे और अखबार नहीं लहराने को कहा। उन्होंने कहा कि ये पेपर लहराना ठीक नहीं है।

उन्होंने कहा कि आप चाहे किसी भी पक्ष के क्यों न हों, आप जिम्मेदार सांसद हैं। और किसी भी पक्ष का पेपर लहराना ठीक नहीं है। इस दौरान तृणमूल कांग्रेस के सदस्य अपने हाथों में पर्चे लहरा रहे थे जिन पर नोटबंदी के विरोध में कुछ नारे लिखे थे। सदन में व्यवस्था बनते नहीं देख अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही शुरू होने के कुछ ही देर बाद दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी। बैठक शुरू होने से पहले गृह मंत्री राजनाथ सिंह विपक्षी सदस्यों की सीट की ओर गए। उन्हें सदन में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे से बातचीत करते देख गया। कांग्रेस के मुख्य सचेतक ज्योतिरादित्य सिंधिया और तृणमूल कांग्रेस के नेता सुदीप बंदोपाध्याय को सिंह का हालचाल पूछते देखा गया।

उधर, राज्यसभा में आज सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ने नोटबंदी सहित विभिन्न मुद्दों पर भारी हंगामा किया जिसके चलते सदन की कार्यवाही दो बार के स्थगन के बाद दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी। सुबह कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा के कुछ सदस्य पोस्टर दिखाते हुए अपने स्थानों से आगे आ गए। वे एक समाचार पत्र की रिपोर्ट को प्रदर्शित कर रहे थे। उपसभापति पी जे कुरियन ने उन्हें पोस्टर दिखाने से मना करते हुए कहा कि उन्होंने विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद को बोलने की अनुमति दी है।

उन्होंने कहा कि सदन की परंपरा रही है कि जब सदन के नेता या विपक्ष के नेता बोलते हैं तो दोनों पक्ष शांति से सुनते हैं। उन्होंने सत्तापक्ष के हंगामा कर रहे सदस्यों से अपनी सीटों पर जाने की अपील की। इस दौरान कांग्रेस के भी कुछ सदस्य अपने स्थानों से आगे आ गए और वे आजाद को बोलने का मौका देने की मांग कर रहे थे। हंगामे के बीच ही आजाद ने कहा कि उन्होंने सूखा, बाढ़ और नोटबंदी के कारण किसानों को हो रही परेशानी के मुद्दे पर चर्चा के लिए नियम 267 के तहत नोटिस दिया है। उन्होंने कहा कि यह आजाद भारत के इतिहास में यह पहली बार हो रहा है कि सत्तापक्ष सदन को नहीं चलने दे रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि सत्तापक्ष दोनों सदनों की कार्यवाही को बाधित कर रहा है। विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने सरकार पर किसान विरोधी होने का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने किसानों का कर्ज माफ करने तथा उनकी परेशानी दूर किए जाने की मांग पर चर्चा के लिए नोटिस दिया है। उन्होंने कहा कि किसान मर रहे हैं और उनकी सब्जियां सड़ रही हैं। उनकी फसलों की कीमतें आधी हो गयी हैं। लेकिन सत्तापक्ष सदन चलने नहीं दे रहा। सदन में शोर के कारण उनकी बात पूरी तरह से नहीं सुनी जा सकी।

कुरियन ने एक बार फिर सत्ता पक्ष के सदस्यों को अपने स्थानों पर जाने की अपील की। शोर शराबे के बीच ही संसदीय कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस का एक और भ्रष्टाचार सामने आया है और सत्तापक्ष के सदस्य उस पर चर्चा चाहते हैं। इस पर कुरियन ने कहा कि वे इसके लिए नोटिस दें। इस दौरान तृणमूल कांग्रेस के कुछ सदस्य भी पोस्टर दिखा रहे थे। कुरियन ने उन्हें ऐसा करने से मना किया। हंगामे के बीच ही केंद्रीय मंत्री एम वेंकैया नायडू, बसपा प्रमुख मायावती सहित कई सदस्य कुछ बोलते दिखे। लेकिन शोर के कारण उनकी बात सुनी नहीं जा सकी। बाद में कांग्रेस के सदस्य आसन के समीप आकर हंगामा करने लगे।

बता दें कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को यह सनसनीखेज दावा किया कि उनके पास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के व्यक्तिगत भ्रष्टाचार के बारे में जानकारी है, वहीं दूसरे विपक्षी नेताओं ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नोटबंदी पर संसद में चर्चा से भाग रहे हैं और संसदीय प्रणाली खतरे में है। दूसरी ओर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘निजी भ्रष्टाचार’ के बारे में सूचना होने के राहुल गांधी के सनसनीखेज आरोप से हैरान सरकार के शीर्ष मंत्रियों ने इस आरोप को ‘झूठा और आधारहीन’ करार देकर खारिज कर दिया और जोर देकर कहा कि इससे बड़ा ‘झूठ’ नहीं हो सकता। वरिष्ठ मंत्रियों मनोहर पर्रिकर, अनंत कुमार, रविशंकर प्रसाद और प्रकाश जावड़ेकर ने कांग्रेस उपाध्यक्ष पर पलटवार करते हुए इस आरोप को उनकी ‘निराशा और हताशा’ का परिणाम बताया तथा उनसे माफी की मांग की।

संसद में बुधवार को भी गतिरोध कायम रहा तथा लोकसभा में नोटबंदी के मुद्दे पर और राज्यसभा में एक केन्द्रीय मंत्री पर कांग्रेस के आरोपों को लेकर विपक्ष और सत्ता पक्ष ने भारी हंगामा किया। हंगामे के कारण दोनों सदनों की बैठक एक-एक बार के स्थगन के बाद पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गयी।

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