नोटबंदी पर संसद में घमासान जारी; आज भी चर्चा नहीं, विपक्ष ने फिर किया हंगामा
Advertisement

नोटबंदी पर संसद में घमासान जारी; आज भी चर्चा नहीं, विपक्ष ने फिर किया हंगामा

नोटबंदी के मुद्दे पर संसद में घमासान जारी है। गुरुवार को भी संसद के दोनों सदनों राज्‍यसभा एवं लोकसभा में विपक्षी सांसदों ने कार्यवाही शुरू होते ही हंगामा और नारेबाजी की। बता दें कि संसद के शीतकालीन सत्र में अब तक कोई काम नहीं हो पाया है। नोटबंदी को एक महीना पूरा हो गया है और इस पर विपक्ष झुकने को तैयार नहीं दिख रहा। आज भी इसे लेकर संसद में हंगामा मचा हुआ है।

नोटबंदी पर संसद में घमासान जारी; आज भी चर्चा नहीं, विपक्ष ने फिर किया हंगामा

नई दिल्‍ली : नोटबंदी के मुद्दे पर संसद में घमासान जारी है। गुरुवार को भी संसद के दोनों सदनों राज्‍यसभा एवं लोकसभा में विपक्षी सांसदों ने कार्यवाही शुरू होते ही हंगामा और नारेबाजी की। बता दें कि संसद के शीतकालीन सत्र में अब तक कोई काम नहीं हो पाया है। नोटबंदी को एक महीना पूरा हो गया है और इस पर विपक्ष झुकने को तैयार नहीं दिख रहा। आज भी इसे लेकर संसद में हंगामा मचा हुआ है।

लाइव अपडेट:-

-नोटबंदी पर विपक्ष के हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही दो बार के स्थगन के बाद दिनभर के लिए स्थगित।

-नोटबंदी मुद्दे पर हंगामे के कारण राज्यसभा की बैठक दो बार के स्थगन के बाद दिन भर के लिए स्थगित।

-नोटबंदी के मुद्दे पर विपक्ष के हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद भोजनावकाश से 15 मिनट पहले दो बजे तक के लिए स्थगित।

-नोटबंदी के मुद्दे पर हंगामे के चलते राज्यसभा की बैठक एक बार के स्थगन के बाद दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित।

-विपक्ष ने दावा किया कि नोटबंदी के कारण देश भर में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। विपक्ष का आरोप था कि सरकार उन्हें सदन में श्रद्धांजलि देने को तैयार नहीं है।

-सत्ता पक्ष ने विपक्ष पर राजनीति करने और नोटबंदी मुद्दे पर सदन में अधूरी चर्चा को आगे बढ़ाने की मांग की।

-नोटबैन के कारण हुई मौतों पर श्रद्धांजलि देने की मांग पर हंगामा हुआ।

-लोग मर रहे हैं और आप (सरकार) कह रहे हैं कि सब ठीक है: कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद।  

-सूचना एवं प्रसारण मंत्री वेंकैया नायडू ने विपक्ष के हंगामे पर आपत्ति जताई और कहा कि यह पूरी तरह से राजनीति है। उन्होंने कहा कि नोटबंदी मुद्दे पर सदन में चर्चा पूरी हो और आठ नवंबर का दिन ऐतिहासिक दिन है। उल्लेखनीय है कि उसी प्रधानमंत्री ने नोटबंदी के बारे में घोषणा की थी।

-नायडू ने कहा कि विपक्ष लगागार सदन की कार्यवाही को बाधित कर रहा है।

-नोटबंदी के मुद्दे पर हंगामे के चलते राज्यसभा की बैठक दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित।

-नोटबंदी के मुद्दे पर विपक्षी दलों के शोर शराबे और नारेबाजी के कारण गुरुवार को लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान कार्यवाही बाधित रही।

-लोकसभा दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।

-लोकसभा में भी विपक्ष के सांसदों ने हंगामा किया।

-विपक्षी दल के नेताओं ने काला दिवस मनाया और पार्लियामेंट में काली पट्टी बांधकर आए।

--विरोध-प्रदर्शन में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद समेत कई अन्य नेता भी शामिल हुए।

-नोटबंदी के फैसले को भी एक महीना पूरा हो गया है। विपक्षी दलों ने आज सुबह संसद परिसर में गांधी जी की मूर्ति के पास नोटबंदी के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया।

नोटबंदी के मुद्दे पर राज्यसभा में आज भी गतिरोध बना रहा और दोनों पक्षों के हंगामे के कारण सदन की बैठक एक बार के स्थगन के बाद दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी। विपक्ष ने दावा किया कि नोटबंदी के कारण देश भर में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। विपक्ष का आरोप था कि सरकार उन्हें सदन में श्रद्धांजलि देने को तैयार नहीं है, वहीं सत्ता पक्ष ने विपक्ष पर राजनीति करने और नोटबंदी मुद्दे पर सदन में अधूरी चर्चा को आगे बढ़ाने की मांग की। सुबह, सदन की कार्यवाही शुरू पर तृणमूल कांग्रेस के सुखेन्दु शेखर राय ने नोटबंदी का मुद्दा उठाया और कहा कि इस फैसले को आज एक महीना हो गया। उन्होंने कहा कि नोटबंदी के कारण 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गयी है। उन्होंने मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दिए जाने की मांग की। राय अपनी बात पूरी कर पाते, इसके पहले ही सूचना एवं प्रसारण मंत्री वेंकैया नायडू ने इस पर आपत्ति जताई और सभापति हामिद अंसारी से कहा कि यह पूरी तरह से राजनीति है। उन्होंने कहा कि नोटबंदी मुद्दे पर सदन में चर्चा पूरी हो और आठ नवंबर का दिन ऐतिहासिक दिन है। उल्लेखनीय है कि उसी प्रधानमंत्री ने नोटबंदी के बारे में घोषणा की थी। नायडू ने कहा कि विपक्ष लगागार सदन की कार्यवाही को बाधित कर रहा है। इस बीच, विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने बोलने की अनुमति मांगी। इस पर सत्ता पक्ष के सदस्यों ने आपत्ति जतायी। सभापति हामिद अंसारी ने कहा कि सदन की यह परंपरा रही है कि जब सदन के नेता या विपक्ष के नेता बोलना चाहें तो उन्हें बोलने का मौका दिया जाता है। उन्होंने कहा कि मंत्रियों को उत्तेजित नहीं होना चाहिए और उन्होंने आजाद को बोलने की अनुमति दी है।

नायडू ने कहा कि वह व्यक्तिगत रूप से विपक्ष के नेता का संस्थान के तौर पर काफी सम्मान करते हैं लेकिन उनकी आपत्ति इस बात को लेकर है कि विपक्षी सदस्य अपनी बात कह लेने के बाद आसन के समक्ष आकर हंगामा शुरू कर देते हैं और सरकार को अपनी बात कहने का मौका नहीं देते। आजाद ने कहा कि नोटबंदी के बाद पिछले एक महीने में देश भर में 100 से ज्यादा किसानों, युवाओं और वृद्धों की जान चली गई है। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि सदन उन लोगों को श्रद्धांजलि दे लेकिन सरकार ने ऐसा करने से इंकार कर दिया। उन्होंने कहा कि इसलिए आज विपक्ष की 16 पार्टियों के करीब 150 सांसदों ने संसद भवन परिसर में गांधी जी की प्रतिमा के सामने काला दिवस मनाया। भाजपा सदस्यों की नारेबाजी के बीच आजाद ने कहा कि सरकार के लिए यह शर्म की बात है कि उसने सदन में उन लोगों को श्रद्धांजलि नहीं देने दी। उन्होंने कहा कि सरकार को शर्म करनी चाहिए, बेशर्मी की भी हद होती है। सदन के नेता और वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अपनी बात रखने की कोशिश की लेकिन नारेबाजी के कारण वह अपनी बात नहीं कह सके। इस बीच, माकपा के सीताराम येचुरी भी कुछ कहते दिखे जो हंगामे के चलते सुना नहीं जा सका। हंगामे के बीच, संसदीय कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि लोग कितनी भी कोशिश कर लें, लेकिन भ्रष्टाचारी और काला धन रखने वाले बच नहीं पाएंगे। हंगामे के बीच, बसपा की मायावती ने कहा कि नोटबंदी के फैसले से देश की 90 फीसदी जनता परेशान है। सत्ता पक्ष तथा विपक्ष के सदस्य अपने स्थानों से आगे आकर नारेबाजी करते रहे।

सत्तापक्ष के सदस्य जहां अधूरी चर्चा को आगे बढ़ाने की मांग कर रहे थे, वहीं कांग्रेस सहित कई विपक्षी दलों के सदस्य नोटबंदी के कारण जान गंवाने वाले लोगों को सदन में श्रद्धांजलि दिए जाने की मांग कर रहे थे। कांग्रेस, तृणमूल आदि दलों के सदस्य अपने स्थानों से आगे आकर नारेबाजी कर रहे थे। बसपा, सपा, माकपा आदि दलों के सदस्य अपने स्थानों पर खड़े थे। उधर, भाजपा के कई सदस्य भी अपने स्थानों से आगे आकर नारेबाजी कर रहे थे।

नोटबंदी के फैसले की घोषणा को एक महीना होने पर ‘काला दिवस’ मनाने को लेकर विपक्ष पर तीखा प्रहार करते हुए केंद्रीय शहरी विकास मंत्री एम वेंकैया नायडू ने आज कहा कि वास्तव में विपक्षी दल ‘कालाधन समर्थन दिवस’ मना रहे हैं। वेंकैया ने कहा कि मुझे बताया गया कि हमारे प्रतिद्वन्द्वी खासतौर पर कांग्रेस काला दिवस मना रहे हैं। मैं कहना चाहता हूं कि वे कालाधन समर्थन दिवस मना रहे हैं। उन्होंने कहा कि संसद भवन परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष विपक्षी दलों का धरना प्रदर्शन एक बड़ा ‘तमाशा’ है और यह राष्ट्रपिता का अपमान है।

उधर, नोटबंदी के मुद्दे पर विपक्षी दलों के शोर शराबे और नारेबाजी के कारण गुरुवार को लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान कार्यवाही बाधित रही और इस विषय पर मतविभाजन के प्रावधान वाले नियम के तहत चर्चा कराने की मांग कर रहे कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस एवं वामदलों के सदस्यों के हंगामे के कारण बैठक 11 बजकर 40 मिनट पर दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी। कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, वामदल अपनी मांग के समर्थन में अध्यक्ष के आसन के समीप आकर नारेबाजी करने लगे और मतविभाजन वाले किसी नियम के तहत चर्चा की मांग करने लगे। कांग्रेस सदस्य विरोध स्वरूप अपने हाथों पर कालीपट्टी बांधे हुए थे।

लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कांग्रेस सदस्यों से कहा कि विरोध करने का यह तरीका ठीक नहीं है। आप चाहे तो चर्चा करें और इस प्रकार से दूसरे सदस्यों के अधिकारों का उल्लंघन ठीक नहीं है। इस बीच विपक्षी सदस्यों का शोर शराबा जारी रहा। हंगामे के बीच ही कुछ प्रश्नों के उत्तर दिए गए। अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सदस्यों से कई बार अपने स्थान पर जाने का आग्रह किया लेकिन विपक्षी सदस्यों का शोर शराबा जारी रहा। सदन में व्यवस्था नहीं बनती देख अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही 11 बजकर 40 मिनट पर दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। 16 नवंबर को संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने के बाद से लोकसभा में नोटबंदी के मुद्दे पर चर्चा को लेकर गतिरोध बना हुआ है। विपक्ष जहां मतविभाजन के प्रावधान वाले नियम 56 या नियम 184 के तहत चर्चा की मांग कर रहा है, वहीं सरकार नियम 193 के तहत चर्चा कराने पर जोर दे रही है। इस सप्ताह सोमवार को आसन के निर्देश पर नियम 193 के तहत चर्चा शुरू हुई लेकिन हंगामे के कारण चर्चा आगे नहीं बढ़ पायी। आज भी लोकसभा की कार्यसूची में ए पी जितेन्द्र रेड्डी द्वारा कालेधन को समाप्त करने के लिए करेंसी नोटों के विमुद्रीकरण के प्रस्ताव पर चर्चा का उल्लेख है।

Trending news