VIDEO: अटल बिहारी वाजपेयी ने दिखाया था कि इस्तीफा भी किस स्टाइल से दिया जाता है
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VIDEO: अटल बिहारी वाजपेयी ने दिखाया था कि इस्तीफा भी किस स्टाइल से दिया जाता है

एम्स के मीडिया एवं प्रोटोकाल डिविजन की अध्यक्ष प्रो. आरती विज की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि गहरे शोक के साथ हम पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन की सूचना दे रहे हैं. एम्स के अनुसार, पूर्व प्रधानमंत्री का निधन आज शाम 5 बजकर 5 मिनट पर हुआ.

VIDEO: अटल बिहारी वाजपेयी ने दिखाया था कि इस्तीफा भी किस स्टाइल से दिया जाता है

नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का लंबी बीमारी के बाद गुरुवार को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में निधन हो गया. एम्स के मीडिया एवं प्रोटोकाल डिविजन की अध्यक्ष प्रो. आरती विज की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि गहरे शोक के साथ हम पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन की सूचना दे रहे हैं. एम्स के अनुसार, पूर्व प्रधानमंत्री का निधन आज शाम 5 बजकर 5 मिनट पर हुआ. विज्ञप्ति में कहा गया है कि वाजपेयी को 11 जून 2018 को एम्स में भर्ती कराया गया था और डाक्टरों की निगरानी में पिछले नौ सप्ताह से उनकी हालत स्थिर बनी हुई थी. 

एम्स के अनुसार, दुर्भाग्यवश, उनकी स्थिति पिछले 36 घंटों में बिगड़ी और उन्हें जीवन रक्षक प्रणाली पर रखा गया . हमारे सर्वश्रेष्ठ प्रयासों के बावजूद आज हमने उन्हें खो दिया. एम्स ने कहा कि हम पूरे देश को हुई इस अपूरणीय क्षति एवं दुख में शरीक हैं.

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विरोधी भी रहे वाजपेयी के कायल
शानदार भाषण शैली की वजह से अटल बिहारी वाजपेयी विरोधी नेताओं के भी चहेते रहे. यही वजह है कि उनकी मौत की खबर सुनकर हर दल का नेता स्तब्ध हैं. भारतीय राजनीति में कहा जाता है कि वाजपेयी जो भी करते थे वह परफेक्ट होता था. इसी कड़ी में साल 1998 में जब वे लोकसभा में बहुमत साबित नहीं कर पाए तो शानदार तरीके से इस्तीफे की पेशकश की थी. वाजपेयी ने संसद में ऐतिहासिक भाषण दिया, जिसके बाद इस्तीफे का ऐलान कर दिया था.

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मालूम हो कि अटल बिहारी वाजपेयी अपने विरोधियों पर तीखे प्रहार करते थे, लेकिन कभी भी अपने शब्दों की मर्यादा को नहीं लांघते थे. यूं कहे कि वाजपेयी के दौर में राजनीतिक शब्दों की मर्यादा बेहद सभ्य थी. एक बार की बात है सोनिया गांधी ने नेता प्रतिपक्ष होने के नाते अंग्रेजी के तल्ख शब्दों के साथ एनडीए सरकार पर हमला की थीं, जिसके बाद वाजपेयी ने गुस्से में आकर उनसे कहा था कि मतभेद को जाहिर करने के लिए ऐसे शब्द प्रयोग करना ठीक नहीं है.

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