इस फर्जी मैसेज में कहा गया है कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में यह भूकंप 7 अप्रैल-15 अप्रैल के बीच आ सकता है.
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नई दिल्ली: भूकंप की संभावित चेतावनी संबंधी एक वाट्सऐप मैसेज इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इसमें कहा गया है कि दिल्ली में रिक्टर पैमाने पर 9.1 तीव्रता का भयानक भूकंप आने वाला है. इस मैसेज में यह भी बताया जा रहा है कि यह भूकंप सात अप्रैल से लेकर 15 अप्रैल के बीच आ सकता है. इस मैसेज में सूचना का आधार नासा की वेबसाइट को बताया गया है. स्पष्ट रूप से एक फर्जी मैसेज है. पहले यह बताते हैं कि इस फर्जी मैसेज में क्या लिखा है, उसके बाद इसकी सच्चाई भी पेश करेंगे.
मैसेज
अंग्रेजी में लिखे इस मैसेज में कहा गया है कि नासा के मुताबिक दिल्ली में जल्द ही बड़ा भूकंप आने वाला है. इसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 9.1 या 9.2 हो सकती है. अभी स्पष्ट डाटा उपलब्ध नहीं है लेकिन राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में यह भूकंप 7 अप्रैल-15 अप्रैल के बीच आ सकता है. इसके कारण लाखों जिंदगियां तबाह हो सकती हैं. इस भूकंप का केंद्र गुरुग्राम होगा. ऐसा विश्व इतिहास में दूसरी बार होगा जब नासा ने इस तरह के जन-धन हानि के बारे में घोषणा की है. दिल्ली-एनसीआर में यह अब तक का सबसे बड़ा भूकंप होगा.''
भूकंप आने की स्थिति में क्या करें?
इसके साथ ही इस मैसेज में लिखा है, ''दिल्ली-एनसीआर में रहने वाले रिश्तेदारों और दोस्तों तक इस संदेश को फैलाइए. यह भूकंप भारत में अपने आप में सबसे बड़ा होगा क्योंकि इसको भारत में दिल्ली से लेकर बिहार तक महसूस किया जा सकेगा.'' पाकिस्तान में रिक्टर स्केल में इसकी तीव्रता अधिकतम 4-4.2 के बीच होगी. ऐसे में यदि संभव हो तो इस दौरान एक हफ्ते के लिए दिल्ली-एनसीआर से बाहर चले जाइए. लोगों की जिंदगियां बचाने के लिए सरकार जल्द ही एक्शन लेगी. विस्तृत जानकारी www.nasaalert.com से ली जा सकती है.
सच्चाई
इस मैसेज की सच्चाई यह है कि यह पूरी तरह से झूठा और भ्रामक है. लिहाजा इसके झांसे में आपको किसी भी प्रकार से आने की जरूरत नहीं है और न ही घबराने की आवश्यकता है. ऐसा इसलिए क्योंकि अभी तक ऐसी कोई तकनीक विकसित नहीं हो पाई है जो भूकंप के बारे में किसी भी प्रकार का कोई पूर्वानुमान जाहिर कर सके. समुंदर में उठने वाली सुनामी के बारे में तो चेतावनी प्रणाली विकसित हो गई है लेकिन भूकंप के बारे में कोई भविष्यवाणी करना अभी तक संभव नहीं हो पाया है. इसलिए स्पष्ट है कि अभी कोई ऐसी भविष्यवाणी नहीं कर सकता. दूसरी अहम बात यह है कि जिस वेबसाइट का इसमें हवाला दिया जा रहा है, वह वेबसाइट भी नासा की नहीं है. नासा की आधिकारिक वेबसाइट https://www.nasa.gov/ है और नासा ने ऐसी कोई भविष्यवाणी नहीं की है.