जेडीएस और उसके सहयोगी दलों के 37 विधायकों में से 20 को मंत्री पद दिया जाएगा. वहीं 78 सीटें जीतने वाली कांग्रेस को 13 मंत्री पद से संतोष करना होगा.
Trending Photos
बेंगलुरु : जेडीए नेता एचडी कुमारस्वामी बुधवार, 23 मार्च को कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री के तौर पर पद और गोपनीयता की शपथ लेंगे. नई गठबंधन सरकार में कांग्रेस की भूमिका क्या होगी, यह अभीतक स्पष्ट नहीं हो पाया है. लेकिन सूत्रों के मुताबिक, सरकार गठन के लिए 20-13 का फार्मूला निकाला गया है. कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन में कांग्रेस के रोल को लेकर कुमारस्वामी सोमवार को नई दिल्ली में यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात करेंगे.
एचडी कुमारस्वामी ने बताया कि न्यूनतम साझा कार्यक्रम बनाया जाएगा. दोनों ही दल मिलकर इस कार्यक्रम को तैयार करेंगे. उन्होंने कहा कि बारी-बारी से कांग्रेस या जेडीएस का मुख्यमंत्री नहीं बनाया जाएगा. मुख्यमंत्री जेडीएस का ही रहेगा. उन्होंने कहा कि दोनों ही दल मिलकर ऐसी रणनीति तैयार करेंगे जिसमें बिना किसी विवाद के गठबंधन सरकार 5 साल का कार्यकाल पूरा करे. कुमारस्वामी ने यहां तक कहा कि वह शपथ लेने के 24 घंटे के अंदर बहुमत साबित कर दिखाएंगे.
Tomorrow I will be going to Delhi, where I will meet Sonia ji and Rahul ji. We will decide about cabinet expansion. I will discuss everything with them on how to give a stable government for the next 5 years: HD Kumaraswamy, #Karnataka CM designate pic.twitter.com/f4H4mgaZhP
— ANI (@ANI) 20 मई 2018
20-13 के फार्मूले पर समझौता
उधर, कर्नाटक की राजनीति पर पैनी नजर रखने वालों का कहना है कि नई सरकार में जेडीएस के पास मुख्यमंत्री समेत 20 पद हो सकते हैं, बाकि 13 कांग्रेस के खाते में जाएंगे. जानकार बताते हैं कि सरकार चलाने में मुख्य भूमिका कांग्रेस की ही रहेगी, क्योंकि वह गठबंधन का सबसे बड़ा दल है. सूत्रों के मुताबिक, जेडीएस और उसके सहयोगी दलों के 37 विधायकों में से 20 को नई सरकार में मंत्री पद दिया जाएगा. वहीं 78 सीटें जीतने वाली कांग्रेस को महज 13 मंत्री पद से संतोष करना होगा.
कर्नाटक में सरकार बनाने में फंस सकता है पेंच, मल्लिकार्जुन खड़गे ने दिया बड़ा बयान
फ्लोर टेस्ट में फेल हो गए थे येदियुरप्पा
बता दें कि शनिवार को सियासत के हाईवोल्टेज ड्रामे के बाद मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. येदियुरप्पा के इस्तीफे के बाद कांग्रेस और जेडीएस खेमे में खुशी की लहर दौड़ गई और जश्न मनाया जाने लगा.
कर्नाटक इंपैक्ट: क्या 11 राज्यों में विपक्ष को गोलबंद होने का मिल गया है सिग्नल?
इस घटनाक्रम के बाद मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बीजेपी समेत पीएम मोदी पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद ही विधायकों की खरीद-फरोख्त में लगे हुए थे. उन्होंने कहा कि इस देश का प्रधानमंत्री खुद ही भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहा है. राहुल गांधी ने कल के घटनाक्रम को लोकतंत्र और न्यायपालिका की जीत बताया और कहा कि प्रधानमंत्री को यह जान लेना चाहिए कि वह लोकतंत्र से बड़े नहीं हैं.
कांग्रेस ने बेच दिया पूरा अस्तबल
कांग्रेस के आरोपों का जवाब देते हुए बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि कर्नाटक में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर सामने आई है. इससे साफ है कि राज्य की जनता का कांग्रेस से मोहभंग हो गया है और रही जेडीएस की बात तो उसका सरकार बनाना लोकतंत्र के खिलाफ है. अमित शाह ने कहा कि राहुल गांधी बीजेपी पर हॉर्स ट्रेडिंग का आरोप लगा रहे हैं, जबकि खुद ने पूरा अस्तबल ही बेच दिया. कर्नाटक विधानसभा में बीजेपी के पास 104 विधायक हैं. कांग्रेस के पास 78 और जेडीएस के पास 38 विधायक हैं.