मेरे बेटे ने टिकट नहीं मांगा, यदि लोग चाहेंगे तो वह चुनाव लड़ेगा: सिद्धारमैया
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मेरे बेटे ने टिकट नहीं मांगा, यदि लोग चाहेंगे तो वह चुनाव लड़ेगा: सिद्धारमैया

अटकलें हैं कि सिद्धारमैया अपने बेटे यतींद्र को मैसूरू के वरुणा से चुनाव मैदान में उतारना चाहते हैं.

मेरे बेटे ने टिकट नहीं मांगा, यदि लोग चाहेंगे तो वह चुनाव लड़ेगा: सिद्धारमैया

बेंगलुरु: कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने गुरुवार को कहा कि 2018 के राज्य विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए उनके बेटे ने टिकट नहीं मांगा है और उसने इस पर फैसला भी नहीं किया है. सिद्धारमैया ने होसदुर्ग में पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में कहा, "मेरे बेटे ने टिकट नहीं मांगा है. उसने नहीं कहा है, न ही फैसला किया है. यदि लोग चाहेंगे कि वह चुनाव लड़े तो वह लड़ेगा."  

पार्टी के अन्य नेताओं एवं मंत्रियों के बेटे- बेटी को टिकट देने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, "देखते हैं, इस पर आलाकमान फैसला करता है."

अटकलें हैं कि सिद्धारमैया अपने बेटे यतींद्र को मैसूरू के वरुणा से चुनाव मैदान में उतारना चाहते हैं. सिद्धारमैया पहले ही संकेत कर चुके हैं कि‘‘ ज्यादा संभावना’’ है कि2018 के विधानसभा चुनाव उनके आखिरी चुनाव होंगे. पेशे से डॉक्टर यतींद्र जुलाई 2016 में अपने बड़े भाई राकेश की मौत तक चर्चा से दूर ही रहते थे. अब वह अपने पिता के चुनाव क्षेत्र में विकास कार्यों पर नजर रखते हैं. वरुणा सीट से विधायक सिद्धारमैया ने अपने पहले के क्षेत्र चामुंडेश्वरी से चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की है. सिद्धारमैया चामुंडेश्वरी सीट से पांच बार विधायक रह चुके हैं.

विकास पर कर्नाटक को भाषण न दें योगी: सिद्धारमैया
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने उत्तरप्रदेश लोकसभा उपचुनाव में बीजेपी की हार के बाद उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को उनके राज्य जाकर विकास पर भाषण नहीं देने की सलाह दी. सिद्धारमैया ने एक ट्वीट कर कहा, "बीजेपी को मुख्यमंत्री आदित्यनाथ और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की सीट से अपमानजनक हार का सामना करना पड़ा. समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी को इस ऐतिहासिक जीत पर शुभकामनाएं. गैर-बीजेपी पार्टी की एकता ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. शायद योगी आदित्यनाथ को विकास पर कर्नाटक को भाषण देने में कम वक्त खर्च करना चाहिए."

चार बार कर्नाटक का दौरा कर चुके हैं योगी
आदित्यनाथ ने कर्नाटक में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर गत दो माह में अब तक मुख्यमंत्री के तौर पर चार बार दौरे किए हैं जिसमें उन्होंने हुब्बाली, बेंगलुरु, देवानागरे और मंगलुरू में भाषण दिए. अपने भाषण में, आदित्यनाथ ने कांग्रेस द्वारा राज्य का विकास नहीं करने का हवाला देकर कर्नाटक के लोगों से राज्य को 'कांग्रेस मुक्त' बनाने का आग्रह किया था.

गोरखपुर में सपा उम्मीदवार प्रवीण निषाद ने बीजेपी के उपेन्द्र शुक्ल को 21 हजार से ज्यादा मतों से हराया. यहां आदित्यनाथ ने वर्ष 2014 से पहले लगातार पांच चुनावों में जीत दर्ज की थी. फूलपुर लोकसभा सीट पर सपा के नागेंद्र प्रताप सिंह पटेल ने बीजेपी के कौशलेंद्र सिंह को लगभग 59 हजार मतों से हराया. 2014 लोकसभा चुनाव में बीजेपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य यहां से विजयी हुए थे.

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