कर्नाटक में 20 मार्च से चुनाव प्रचार का तीसरा चरण शुरू करेंगे राहुल गांधी
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कर्नाटक में 20 मार्च से चुनाव प्रचार का तीसरा चरण शुरू करेंगे राहुल गांधी

कांग्रेस के कर्नाटक प्रभारी महासचिव के सी वेणुगोपाल ने कहा कि राहुल गांधी 20 और 21 मार्च को कर्नाटक में तीसरे चरण का प्रचार करेंगे. इस दौरान वह मैसूर एवं तटीय क्षेत्रों में नुक्कड़ सभाएं एवं चुनावी रैलियां करेंगे. 

राहुल गांधी 20 और 21 मार्च को कर्नाटक में तीसरे चरण का प्रचार करेंगे (फाइल फोटो)

नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले 20 और 21 मार्च को राज्य में अपनी पार्टी का प्रचार करेंगे. पार्टी के एक अधिकारी ने बताया कि यह पार्टी के अभियान का तीसरे चरण होगा. कांग्रेस ने 10 फरवरी को राज्य में चुनाव प्रचार की शुरूआत की थी और राहुल ने चुनाव प्रचार के पिछले दो चरणों में छह जिलों में रैलियां एवं जनसभाएं की थीं.

  1. राहुल गांधी 20 और 21 मार्च को कर्नाटक में प्रचार करेंगे
  2. राहुल मैसूर एवं तटीय क्षेत्रों में नुक्कड़ सभाएं एवं चुनावी रैलियां करेंगे
  3. राहुल ने चुनाव प्रचार के पिछले दो चरणों में छह जिलों में रैलियां एवं जनसभाएं की थीं

नुक्कड़ सभाएं और चुनावी रैलियां करेंगे राहुल
कांग्रेस के कर्नाटक प्रभारी महासचिव के सी वेणुगोपाल ने कहा कि राहुल गांधी 20 और 21 मार्च को कर्नाटक में तीसरे चरण का प्रचार करेंगे. इस दौरान वह मैसूर एवं तटीय क्षेत्रों में नुक्कड़ सभाएं एवं चुनावी रैलियां करेंगे. मौजूदा प्रदेश विधानसभा का कार्यकाल 28 मई को समाप्त हो रहा है. भाजपा मौजूदा कांग्रेस सरकार से सत्ता छीनने के लिए पूरी जोर आजमाइश कर रही है.

'पूर्वोत्तर के नतीजों से कर्नाटक पर असर नहीं पड़ेगा'
वहीं कांग्रेस नेताओं का मानना है कि पूर्वोत्तर राज्यों में आए निराशाजनक चुनाव नतीजों का कर्नाटक पर कोई असर नहीं होगा. पार्टी के एक नेता ने कहा कि पूर्वोत्तर में भाजपा की जीत एक ‘‘विचलन’’ है जिससे देश भर में ‘‘कांग्रेस के फिर से उदय’’ की झलक नहीं मिलती.

कांग्रेस को मेघालय में जहां बहुमत नहीं मिला वहीं वह त्रिपुरा एवं नगालैंड में एक भी सीट नहीं जीत पाई. पार्टी नेताओं का दावा है कि वे इस नतीजों को लेकर परेशान नहीं हैं और वे कर्नाटक में सफलता पाने को लेकर आश्वस्त हैं. कर्नाटक विधानसभा के चुनाव जल्द ही निर्धारित हैं.  कांग्रेस के सूत्रों ने कहा कि पूर्वोत्तर क्षेत्र की अपनी सीमितताएं हैं और इससे दक्षिण भारत के लिए कोई सबक हासिल नहीं किया जा सकता.

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पार्टी के सूत्र मानते हैं कि राजस्थान एवं मध्य प्रदेश में हाल के उप चुनावों में कांग्रेस को मिली सफलता और गुजरात विधानसभा चुनाव में उसके अच्छे प्रदर्शन से पार्टी में जो उत्साह का माहौल बना था, पूर्वोत्तर राज्यों के कल आये चुनावी नतीजों ने उस पर काफी हद तक तुषारापात किया है.

बहरहाल, पार्टी के प्रवक्ता एवं रिसर्च प्रकोष्ठ के अध्यक्ष राजीव गौड़ा ने कहा कि पूर्वोत्तर के नतीजे एक ‘विचलन’ है और राष्ट्रीय रुख भाजपा के खिलाफ है.  उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा का पूर्वोत्तर में विकास पाला बदल कर आए लोगों को प्रोत्साहन देने और भ्रष्ट राजनीतिक नेताओं का समर्थन करने के कारण हो रहा है.’’ गौड़ा ने कहा कि इस प्रकार की‘‘खोखली जीत’’ से कर्नाटक पर कोई असर नहीं पड़ेगा जो भाजपा एवं उसके नेताओं का वास्तविक चेहरा पहले ही देख चुका था.

गौड़ा ने कहा कि देश ने देखा कि गुजरात और राजस्थान एवं मध्य प्रदेश किस तरह कांग्रेस का पुनरूद्धार और फिर से उदय हुआ है. ‘भाजपा के भ्रष्टाचार और काम न कर पाने के कारण उसके उसका वास्तविक स्वरूप दिखा दिया गया है.’ उन्होंने कहा,‘‘ परिणामों से जमीनी वास्तविकता नहीं बदल जाएगी जो कांग्रेस के पक्ष में है. ’’

(इनपुट - भाषा)

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