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ज़ी न्यूज ब्यूरो
नई दिल्ली: पुणे की यरवदा जेल में पाकिस्तानी आतंकी आमिर अजमल कसाब को जिस रस्सी से फांसी दी गई वह संसद हमले के अभियुक्त अफजल गुरु के लिए इस्तेमाल की जानी थी यानी इस रस्सी को अफजल गुरु को फांसी देने के लिये लाया गया था। कसाब को जिस रस्सी से सूली पर लटकाया गया वह बिहार में बक्सर सेंट्रल जेल के कैदियों ने बनाई थी।
अखबार हिंदुस्तान टाइम्स में छपी खबर के हवाले से कहा गया है कि इस रस्सी को कैदियों ने बनाई थी जो अफजल गुरु को फांसी देने के लिए इस्तेमाल की जानी थी लेकिन नीयती को कुछ और ही मंजूर था और सबसे पहले फांसी कसाब को दी गई।
अखबार में छपी रिपोर्ट के मुताबिक इस रस्सी को कसाब के लिए अधिकारिक रुप से नहीं मांगा गया था। लेकिन इस रस्सी को बिहार के बक्सर जेल से पांच साल पहले अफजल गुरु की फांसी के मद्देनजर भेजा गया था। तब से इस रस्सी का इस्तेमाल नहीं हो पाया था। अफजल गुरु इस वक्त जेल में है जो संसद हमले का मुख्य अभियुक्त है। कसाब को फांसी की सूली पर चढ़ाए जाने के बाद अब अफजल गुरु को भी फांसी दिए जाने की मांग उठने लगी है।
गौरतलब है कि चार साल पहले मुम्बई पर हुए आतंकवादी हमले में जिंदा गिरफ्तार किए गए एकमात्र पाकिस्तानी आतंकवादी अजमल आमिर कसाब को बुधवार सुबह 7.30 बजे पुणे की ऐतिहासिक यरवडा जेल में फांसी दे दी गई। कसाब 26 नवंबर, 2008 की रात मुम्बई में आतंकवादी हमला करने वाले 10 पाकिस्तानी आतंकवादियों में शामिल था। इस आतंकवादी घटना में 26 से 29 नवंबर के बीच 166 लोग मारे गए और 300 घायल हुए थे।