नितिन गडकरी पर बढ़ा दबाव, दिल्‍ली का दौरा किया रद्द
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नितिन गडकरी पर बढ़ा दबाव, दिल्‍ली का दौरा किया रद्द

भाजपा के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष नितिन गडकरी ने भ्रष्‍टाचार और कंपनी फंड (पूर्ति पॉवर एंड शुगर लिमिटेड) में हेराफेरी के कथित आरोपों के दबाव में गुरुवार को अपना दिल्‍ली का दौरा रद्द कर दिया।

ज़ी न्‍यूज ब्‍यूरो
नई दिल्‍ली : भाजपा के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष नितिन गडकरी ने भ्रष्‍टाचार और कंपनी फंड (पूर्ति पॉवर एंड शुगर लिमिटेड) में हेराफेरी के कथित आरोपों के दबाव में गुरुवार को अपना दिल्‍ली का दौरा रद्द कर दिया।
एक रिपोर्ट के अनुसार, वित्‍तीय अनियमितताओं के एक नए मामले सामने आने के बाद गडकरी अभी नागपुर में ही रुकेंगे। वित्‍तीय अनियमितताओं के घेरे में आई कंपनी आइडियल इनर्जी के बीजेपी अध्‍यक्ष के फर्म के साथ लिंक सामने आए हैं।
गडकरी के खिलाफ भ्रष्‍टाचार के मामलों में कांग्रेस और अरविंद केजरीवाल के नेतृत्‍व वाली इंडिया अगेंस्‍ट करप्‍शन की ओर लगातर हमले किए जाने के बाद आरएसएस और वरिष्‍ठ भाजपा नेता लालकृष्‍ण आडवाणी बीजेपी अध्‍यक्ष के समर्थन में उतर आए। पार्टी नेताओं ने कहा कि गडकरी ने कुछ भी गलत नहीं किया है। बीजेपी का कहना है कि गडकरी किसी भी तरह का जांच का सामना करने को तैयार हैं। हालांकि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने गडकरी से इस मामले में स्‍पष्‍टीकरण मांगा है।
उधर, गडकरी के बचाव में अब पार्टी की नेता सुषमा स्वराज भी आ गई। उन्होंने गडकरी के खिलाफ लगे आरोपों को बिना जांच के स्वीकार करना अनुचित और गलत बताया। गडकरी ने स्पष्ट किया है कि कोई गड़बड़ी नहीं हुई है। उन्होंने स्वयं जांच की पेशकश की है।
उधर, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी के खिलाफ लगे भ्रष्टाचार के आरोपों पर टिप्पणी करने से मना करते हुए कहा कि यह पार्टी का अंदरूनी मामला है। नागपुर में विजया दशमी उत्सव के मौके पर स्वयंसेवकों को संबोधित करने के बाद संघ प्रमुख ने संवाददाताओं से कहा कि मैं अपने भाषण में भ्रष्टाचार पर पहले ही बात कर चुका हूं और यदि आप और अधिक जानना चाहते हैं तो संघ के प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य से बात कर सकते हैं। वैद्य ने कहा कि गडकरी के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप केवल मीडिया में ही हैं।
उन्होंने कहा कि मीडिया ट्रायल चल रहा है और संबंधित व्यक्ति (गडकरी) पार्टी के समक्ष अपने विचार रखेंगे। संघ के गणवेश में समारोह में शामिल हुए गडकरी मीडिया से बातचीत किये बिना कार्यक्रम स्थल से निकल गए। खबरों में गडकरी द्वारा संचालित कंपनी पूर्ति पावर एंड शुगर लिमिटेड में धन के स्रोत पर सवाल खड़े किए गए हैं। मीडिया की छानबीन में दावा किया गया है कि कंपनी को आइडियल रोड बिल्डर्स (आईआरबी) नामक समूह ने बड़ा कर्ज दिया था, जिसे 1995 से 1999 के बीच निर्माण कार्यों के ठेके दिए गए। इस दौरान गडकरी महाराष्ट्र के लोक निर्माण विभाग मंत्री थे।
गडकरी ने आरोपों का खंडन करते हुए खुद को तथा अपनी कंपनियों को किसी भी जांच के लिए तैयार बताया है। इससे पहले भागवत ने अपने संबोधन में कहा कि संघ चरित्र निर्माण के अपने काम पर लगातार ध्यान केंद्रित कर रहा है और लोगों को व्यवस्था परिवर्तन की जरूरत के बारे में जागरुक रहना चाहिए।

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