रिटायर होने से पहले दाउद के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करुंगा: नीरज कुमार
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रिटायर होने से पहले दाउद के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करुंगा: नीरज कुमार

दिल्ली पुलिस कमिश्नर नीरज कुमार ने सोमवार को ज़ी मीडिया से कहा कि वह आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में अंडर वर्ल्ड डॉन दाउद अब्राहिम के खिलाफ चार्जशीट दायर करेगा।

ज़ी मीडिया ब्यूरो
नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस कमिश्नर नीरज कुमार ने सोमवार को ज़ी मीडिया से कहा कि वह आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में अंडर वर्ल्ड डॉन दाउद अब्राहिम के खिलाफ चार्जशीट दायर करेगा। कुमार ने कहा, मैं रिटायर होने से पहले क्रिकेट स्पॉट फिक्सिंग के मास्टर माइंड दाउद के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करुंगा। नीरज कुमार दिल्ली पुलिस कमिश्नर पद से 31 जुलाई को रिटायर होंगे।

इससे पहले इस फिक्सिंग के पीछे दाउद के करीबी सुनील रामचंदानी उर्फ सुनील दुबई का नाम आ रहा था। आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग और सट्टेबाजी मामले का खुलासा दिल्ली पुलिस ने अंडर वर्ल्ड डॉन दाउद अब्राहिम और इस मामले में शामिल कथित सट्टेबाज के टेलिफोन बातचीत के द्वारा किया।
पुलिस ने दावा कि टेलिफोन बातचीत का टेप राजस्थान रॉयल्स के खिलाड़ी अजीत चंदीला, दाउद अब्रहिम और जावेद चुटानी के फिक्सिंग में शामिल होने का सबूत है। दाउद और भारतीय सट्टेबाजों ने इस साल 26 मार्च को टेलिफोन के जरिये बातचीत की थी। वे रुपए और किसी मंत्री के बारे में बात कर रहे थे।
स्पॉट फिक्सिंग मामले में चंदीला राजस्थान रॉयल्स के उन खिलाड़ियों में से हैं जिन्हें दिल्ली पुलिस ने इस साल मई में गिरफ्तार किया था। इसके अवाले दो खिलाड़ी एस श्रीसंत और अंकित चव्हाण है। श्रीसंत और अंकित 18 सट्टेबाजों के साथ 10 जून को जमानत पर जेल से बाहर आ चुके हैं जबकि चंदीला अभी जेल में हैं।
पुलिस डी कंपनी संपर्क पर सीएफसीएल रिपोर्ट सौंपेगी
दिल्ली पुलिस ने आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग कांड में एक सटोरिए की जमानत याचिका का विरोध करते हुए कोर्ट में कहा कि ‘फोन कॉल बातचीत’ पर एक सीएफएसएल रिपोर्ट यह साबित करने के लिए सौंपी जाएगी कि आरोपी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से अंडरवर्ल्ड सरगना दाउद इब्राहिम के इशारे पर काम कर रहा था।
वरिष्ठ सरकारी अभियोजक राजीव मोहन ने अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश रेणु भटनागर को बताया कि एक दो दिन में दिल्ली पुलिस (विशेष प्रकोष्ठ) अंडरवर्ल्ड से कथित संपर्क वाले क्रिकेटरों एवं सटोरियों के फोन कॉल से जुड़ी केंद्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (सीएफएसएल) की रिपोर्ट सौंप देगी।
मोहन ने आरोप लगाया कि सटोरिया जितेन्द्र कुमार जैन अहमदाबाद के लिए एक मुख्य वित्तपोषक था। अहमदाबाद गुजरात आधारित एक गिरोह है जो आईपीएल में ‘स्पॉट और सेशन फिक्सिंग’ में संलिप्त था। उन्होंने अदालत को बताया कि सीएफएसएल की रिपोर्ट सौंप दिए जाने पर वह अपने समक्ष लंबित जमानत याचिकाओं पर फैसला कर सकती है। मोहन ने कहा कि रिपोर्ट सभी 29 गिरफ्तार आरोपियों की आवाज को साबित कर सकती है जिनमें से 21 जमानत पर रिहा हैं। इन लोगों को दाउद और छोटा शकील से बात करते पाया गया था। वे लोग दाउद के सहयोगी जावेद चुटानी और सलमान से भी बात कर रहे थे जो अभी पाकिस्तान में है।

जितेन्द्र के वकील ने पुलिस की दलील का विरोध करते हुए कहा, हम आवाज के नमूनों के आधार पर जमानत की मांग नहीं कर रहे हैं। वकील ने यह भी कहा कि पुलिस ने आवाज के नमूनों से छेड़छाड़ की होगी क्योंकि वे फोनकॉल के ऑडियो रिकार्डिंग को पहले ही चला चुकी है और उसे अदालत के संरक्षण में नहीं रखा गया तथा इसके बजाय वे सीडी अपने साथ ले गए।
उन्होंने कहा, क्या पुलिस ने ऑडियो रिकार्डिंग चलाने के लिए अदालत की इजाजत ली थी? यदि उन्होंने फोन कॉल का अंश साक्ष्य के रूप में अदालत में पेश किया था तब इसे अदालत द्वारा दिखाया जा सकता था लेकिन ऐसा नहीं किया गया। हालांकि, न्यायाधीश ने पुलिस को सीएफसीएल रिपोर्ट 25 जुलाई को सौंपने की इजाजत दी और बचाव पक्ष एवं अभियोजन पक्ष से जितेन्द्र के बारे में अपनी दलीलें उस दिन सम्पन्न करने को भी कहा। बहरहाल, अदालत ने सात जमानत याचिकाओं पर अपने आदेश के लिए 26 जुलाई की तारीख तय की है। इन याचिकाओं पर बहस पूरी हो चुकी है।

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