`पंजाब में आतंकवाद को पुनर्जीवित कर रहा है ISI`

यूरोप और उत्तर अमेरिका में अलगाववादी सिख संगठन बड़े पैमाने पर धन जुटा रहे हैं। वे पाकिस्तान के आईएसआई के बहकावे में धन जुटा रहे हैं ताकि पंजाब में आतंकवाद को पुनर्जीवित किया जा सके।

नई दिल्ली : यूरोप और उत्तर अमेरिका में अलगाववादी सिख संगठन बड़े पैमाने पर धन जुटा रहे हैं। वे पाकिस्तान के आईएसआई के बहकावे में धन जुटा रहे हैं ताकि पंजाब में आतंकवाद को पुनर्जीवित किया जा सके।
सुरक्षा एजेंसियों के सूत्रों ने प्रतिबंधित बब्बर खालसा इंटरनेशनल और खालिस्तान कमांडो फोर्स की गतिविधियों के बारे में सूचना दी है कि पश्चिमी देशों में ऑपरेशन ब्लूस्टार के छेड़छाड़ वाले फुटेज एवं अन्य प्रचार सामग्रियां दिखाकर सिख युवकों को कट्टर बनाया जा रहा है। सूत्रों ने कहा कि ऑपरेशन ब्लू स्टार का नेतृत्व करने वाले लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) के.एस. बराड़ पर हमला और इस वर्ष लंदन में भारतीय स्वतंत्रता दिवस समारोहों को बाधित करना भारत विरोधी तत्वों का काम था।
उन्होंने कहा कि इन आतंकवादी संगठनों के लिए काम करने वालों को आईएसआई इस बात के लिए उकसा रही है कि वे अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी और बेल्जियम में जन्मे एवं पले-बढ़े सिख युवकों पर अपना ध्यान केन्द्रित करे। उन्होंने आरोप लगाए कि बीकेआई और केसीएफ के अलावा दल खालसा और इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन भी युवाओं को कट्टर बनाने के लिए काम कर रहा है। सूत्रों ने कहा कि खालिस्तान के लिए लड़ने के नाम पर वहां बसे सिख धन जुटा रहे हैं और अगली पीढ़ी के युवकों को चरमपंथी समूहों की विचाराधार के प्रति आकर्षित किया जा रहा है। सबसे दुखदायक बात है कि जब कभी भी 6 जून पर ऑपरेशन ब्लूस्टार की वषर्गांठ जैसे अवसरों पर भारत विरोधी सभा या प्रदर्शन का आयोजन होता है तो वहां पाकिस्तानी मूल के लोगों की पर्याप्त संख्या होती है जो सक्रिय रूप से भागीदारी करते हैं और खालिस्तानी विचारधारा को साझा करते हैं।
इसके अलावा 50 से ज्यादा सोशल नेटवर्किंग साइट और 20 से ज्यादा वेबसाइट हैं जो स्वतंत्र खालिस्तान को बढ़ावा दे रहे हैं और आंदोलन की बहाली को खुलेआम प्रोत्साहित कर रहे हैं। एक सूत्र ने कहा, ‘ये परेशान करने वाली बातें हैं। हम चाहते हैं कि विदेशी सरकारें भारत विरोधी तत्वों से कड़ाई से निपटें।’ उन्होंने कहा, ‘दुर्भाग्य से इन देशों की उदारवादी नीतियों के कारण इन समूहों के खिलाफ कोई महत्वपूर्ण कदम नहीं उठाया जा सका है।’ (एजेंसी)

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