कुडनकुलम के विरोध में मछुआरों ने तूतीकोरीन बंदरगाह को घेरा
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कुडनकुलम के विरोध में मछुआरों ने तूतीकोरीन बंदरगाह को घेरा

कुडनकुलम परमाणु उर्जा संयंत्र में ईंधन भरे जाने के खिलाफ परमाणु विरोधी प्रदर्शनकारियों और मछुआरों ने अपना प्रदर्शन तेज करते हुए आज यहां बंदरगाह का घेराव करने की कोशिश की लेकिन इससे यहां कामकाज बाधित नहीं हुआ।

तूतीकोरीन (तमिलनाडु) : कुडनकुलम परमाणु उर्जा संयंत्र में ईंधन भरे जाने के खिलाफ परमाणु विरोधी प्रदर्शनकारियों और मछुआरों ने अपना प्रदर्शन तेज करते हुए आज यहां बंदरगाह का घेराव करने की कोशिश की लेकिन इससे यहां कामकाज बाधित नहीं हुआ। सीआईएसएफ और बंदरगाह अधिकारियों ने बताया कि करीब 3000 मछुआरों और परमाणु विरोधी कार्यकर्ताओं ने 500 यंत्र चालित तथा सामान्य नौकाओं में सवार होकर बंदरगाह तक जहाज के पहुंचने के मार्ग में बाधा डालने की कोशिश की, लेकिन उन्हें तट रक्षक और सीआईएसएफ कर्मियों ने रोक दिया।
उन्होंने बताया कि प्रदर्शनकारी केंद्र और राज्य सरकारों के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। वे संयंत्र में ईंधन भरने का कार्य रोकने की मांग कर रहे थे। संयंत्र में ईंधन भरने का काम बुधवार को शुरू हुआ है। उन्होंने बताया कि बंदरगाह का कामकाज बाधित नहीं हुआ है। इसबीच, परमाणु विरोधी कार्यकर्ताओं के एक समूह ने तूतीकोरीन शहर में मानव श्रृंखला बनाई।
परमाणु उर्जा नियामक बोर्ड (एईआरबी) ने मंगलवार को संयंत्र की प्रथम इकाई में ईंधन भरने की अंतिम मंजूरी दे दी, जिसके मद्देनजर प्रदर्शन तेज हो गया है। उधर, पीपुल्स मूवमेंट अगेनस्ट न्यूकलियर एनर्जी के नेता एसपी उदयकुमार गिरफ्तारी से बच रहे हैं। परमाणु विरोधी प्रदर्शन को लेकर उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी है।
उदयकुमार ने 25 सितंबर को केंद्र सरकार के कार्यालयों का घेराव करने का आह्वान किया है। परमाणु विरोधी आंदोलन ने 10 सितंबर को हिंसक रूप ले लिया था जिसके तहत तूतीकोरीन में हुई पुलिस गोलीबारी में एक मछुआरे की मौत हो गई थी। संयंत्र की प्रथम इकाई को पिछले साल दिसंबर में शुरू हो जाना था लेकिन लगातार चल रहे प्रदर्शन को लेकर इसमें देर हुई है।

इस बीच, मछुआरों के अलावा उदयकुमार सहित पीएमएएनई नेताओं और परमाणु विरोधी कार्यकर्ताओं ने कुडनकुलम से 10 किलोमीटर दूर कूटाकुझी के पास समुद्र में ‘जल सत्याग्रह’ किया। प्रदर्शनकारी घुटने भर पानी में एक दूसरे के हाथ पकड़े हुए खड़े थे।
इसी तरह से प्रदर्शन कुडनकुलम, इदीनथकरई, पेरूमानल और पास की तटीय बस्तियों के पास स्थित समुद्र में किए गए। पीएमएएनई ने कहा है कि ‘जल सत्याग्रह’ सुबह 10 बजे से दोपहर दो बजे तक होगा और बाद में प्रदर्शनकारी तटीय बस्तियों में मौजूद गिरजाघरों के सामने शाम छह बजे तक उपवास करेंगे। (एजेंसी)

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