बसपा नेता समेत दो की हत्या, पुलिस फायरिंग में दो की मौत

उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में शुक्रवार को पूर्व विधायक और बसपा नेता सर्वेश सिंह समेत दो लोगों की बाइक पर सवार तीन अज्ञात लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी।

आजमगढ़/लखनऊ : उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में शुक्रवार को पूर्व विधायक और बसपा नेता सर्वेश सिंह समेत दो लोगों की बाइक पर सवार तीन अज्ञात लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी। वारदात से उग्र समर्थकों ने जीयनपुर थाने पर हमला कर दिया, जिसे तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने गोलियां चलाईं। गोली लगने से दो लोगों की मौत हो गई, जबकि प्रदर्शनकारियों के पथराव और दोनों तरफ से हुई फायरिंग में 12 नागरिक और छह पुलिसकर्मी जख्मी हो गए।
पुलिस सूत्रों ने बताया है कि जीयनपुर कस्बा स्थित चौक में सगड़ी विधानसभा क्षेत्र के समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक और मौजूदा बसपा नेता सर्वेश सिंह ‘सीपू’ (35) तथा उनके घर किसी काम से आए भरत राय (40) को अज्ञात बदमाशों ने उनके घर के सामने गोली मार दी, जिससे दोनों की मौके पर ही मृत्यु हो गयी। हमलावरों की संख्या तीन बतायी गयी है और वे एक पल्सर बाइक पर आये थे।
पुलिस महानिरीक्षक (कानून-व्यवस्था) राजकुमार विश्वकर्मा ने लखनऊ में बताया कि वारदात की सूचना मिलने पर ढाई से तीन हजार लोग जीयनपुर कस्बे पहुंच गये और थाने पर हमला कर दिया। उग्र भीड़ ने थाने में कई पुलिसकर्मियों से राइफलें छीन लीं, पथराव किया और थाने में आग लगाने की कोशिश की। इसके अलावा पुलिस के दो वाहन और छह मोटरसाइकिलें फूंक दी।
विश्वकर्मा ने बताया कि पुलिस ने शवों को सड़क पर रखकर प्रदर्शन करने के दौरान हिंसा पर उतारू हुई भीड़ को तितर-बितर करने के लिये उस पर कई राउंड गोलियां चलायीं। विश्वकर्मा ने बताया कि घटनास्थल से जितेन्द्र गुप्ता (25) नामक व्यक्ति का शव भी पाया गया है, जबकि चन्द्रभान (48) नामक एक व्यक्ति ने अस्पताल में दम तोड़ दिया।
इस संघर्ष में स्थानीय पत्रकार ज्ञानेन्द्र मिश्रा सहित 12 नागरिक घायल हुए है और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 25 पुलिसकर्मी भी चोटिल हुए है, जिनमें छह को गंभीर चोटे आयी हैं। उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी, जिला पुलिस अधीक्षक, उप पुलिस महानिरीक्षक तथा पुलिस महानिरीक्षक जोन सहित सभी वरिष्ठ अधिकारी मौके पर मौजूद हैं और अपर पुलिस महानिदेशक कानून एवं व्यवस्था अरुण कुमार आजमगढ़ के लिए रवाना हो गए हैं।
विश्वकर्मा ने बताया कि स्थिति हालांकि नियंत्रण में है, पर ऐहतियात के तौर पर आसपास के जौनपुर, गाजीपुर, अम्बेडकरनगर आदि जिलों से अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी और पुलिस अधिकारी वहां तैनात कर दिये गये हैं और पीएसी की भी चार कंपनियां वहां पहुंच गयी हैं। यह बताते हुए कि घटना की जांच में एसटीएफ की भी सहायता ली जा रही है, विश्वकर्मा ने कहा कि हालांकि अभी कोई निष्कर्ष निकालना जल्दबाजी होगी। मगर प्रारम्भिक जांच में मामला ब्लाक प्रमुख के चुनाव को लेकर पूर्व ब्लाक प्रमुख कुंटू सिंह से चल रही अदावत की ओर इशारा करती है। उन्होंने बताया कि कुंटू सिंह फिलहाल वाराणसी जेल में है और उनके विरुद्ध लगभग एक दर्जन आपराधिक मामले दर्ज हैं।
इस बीच, जोनल पुलिस महानिरीक्षक जी. एल. मीणा ने बताया कि यह हत्याकांड रंजिशन अंजाम दिया गया। हत्यारों की तलाश के लिये आजमगढ़ से सटे मउ, जौनपुर, अम्बेडकरनगर तथा अन्य जिलों की सीमा पर सघन जांच अभियान शुरू किया गया है। गौरतलब है कि सर्वेश सिंह प्रदेश के पूर्व मंत्री तथा सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव की सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे रामप्यारे सिंह के बेटे थे और वह वर्ष 2007 में सगड़ी सीट से सपा के विधायक चुने गये थे।
पार्टी महासचिव अमर सिंह के सपा से रिश्ते खत्म होने पर सर्वेश सिंह ने बसपा का दामन थाम लिया और मायावती ने पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में उन्हें आजमगढ़ सदर सीट से चुनाव लड़ाया था, जिसमें वह सपा प्रत्याशी दुर्गा प्रसाद के हाथों पराजित हो गये थे। (एजेंसी)

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