नई दिल्ली : सरकार ने बताया कि इस वर्ष 30 जून को 440 आवश्यक दवाओं की कीमतों में पर्याप्त कमी की गई है और इसके लिए इन दवाओं को आवश्यक दवाओं की राष्ट्रीय सूची के तहत लाया गया है।
रसायन एवं उर्वरक राज्यमंत्री निहाल चंद ने राज्यसभा को एक लिखित उत्तर में बताया कि आवश्यक दवाओं की राष्ट्रीय सूची (एनएलईएम) के तहत 680 दवायें हैं। इनमें से 30 जून को राष्ट्रीय फार्मास्युटिकल प्राइसिंग प्राधिकार (एनपीपीए) ने 440 दवाओं के संदर्भ में सीलिंग प्राइस को निर्धारित किया है। उन्होंने कहा कि डीपीसीओ, 2013 के तहत अधिसूचित दवाओं की कीमतों में पर्याप्त गिरावट लाई गई है।
मंत्री ने कहा कि एनएलईएम के तहत 440 दवाओं में 113 दवाओं की कीमतों में 40 प्रतिशत तक की कमी की गई है। इसी प्रकार 34 दवाओं की कीमत 35.40 प्रतिशत कम हुई है, 27 दवाओं की कीमतों में 30.35 प्रतिशत, 43 दवाओं की कीमत में 25.30 प्रतिशत और 58 दवाओं की कीमत में 20.25 प्रतिशत की कमी की गई है।
दवा कीमत नियंत्रण आदेश (डीपीसीओ) 2013 के तहत मूल्य सीमा निर्धारण के बाद 40 दवाओं की कीमतों में 15 से 20 प्रतिशत की गिरावट आई है जबकि 49 दवाओं की कीमत में 10.15 प्रतिशत, 76 दवाओं की कीमतों में 10 प्रतिशत तक की कमी आई है।
रसायन एवं उर्वरक मंत्री अनंत कुमार ने अलग से दिये एक उत्तर में कहा कि दवा कीमत नियामक एनपीपीए ने 108 डाइबटीज और कार्डियोवेस्कुलर दवाओं की कीमतें भी निर्धारित की हैं जिससे इन दवाओं की कीमतों में कमी आई है।