मुद्रास्फीति व वृद्धि के बीच संतुलन कायम रखता है RBI: राजन

रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने कहा है कि मुद्रास्फीति पर नियंत्रण केंद्रीय बैंक की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक ने हमेशा मुद्रास्फीति पर नियंत्रण व वृद्धि को प्रोत्साहन के बीच संतुलन कायम रखा है।

नई दिल्ली : रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने कहा है कि मुद्रास्फीति पर नियंत्रण केंद्रीय बैंक की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक ने हमेशा मुद्रास्फीति पर नियंत्रण व वृद्धि को प्रोत्साहन के बीच संतुलन कायम रखा है।
नए वित्त मंत्री अरण जेटली से मुलाकात के बाद राजन ने आज यहां संवाददाताओं से कहा, निश्चित तौर पर यह (मुद्रास्फीति पर नियंत्रण) ऐसा मुद्दा है जिस पर सरकार और रिजर्व बैंक लगे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्रीय बैंक ने हमेशा वृद्धि व मुद्रास्फीति के बीच संतुलन कायम करने का काम किया है और आगे भी वह ऐसा करना जारी रखेगा। केंद्रीय बैंक की अगली द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा 3 जून को आनी है। जेटली के साथ राजन की बैठक करीब 50 मिनट चली।
जेटली ने आज वित्त मंत्रालय का कार्यभार संभालने के बाद महंगाई पर काबू की प्रतिबद्धता जताई। रिजर्व बैंक द्वारा मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के लिए उच्च ब्याज दर बरकरार रखने के बीच जेटली ने वृद्धि में नरमी और उच्च मुद्रास्फीति से निपटने के लिए संतुलन बिठाने पर जोर दिया।
औद्योगिक उत्पादन में गिरावट व मुद्रास्फीति आज कार्यभाल संभालने वाली भाजपा सरकार के लिए प्रमुख चुनौती है। मार्च में औद्योगिक उत्पादन में लगातार दूसरे महीने गिरावट आई। इस दौरान औद्योगिक उत्पादन आधा प्रतिशत घटा। अप्रैल में खुदरा मुद्रास्फीति तीन माह के उच्च स्तर 8.59 प्रतिशत पर पहुंच गई।
उद्योग जगत हालांकि लगातार ब्याज दरों में कमी की मांग कर रहा है जिससे वृद्धि को प्रोत्साहन दिया जा सके। चालू खाते का घाटा (कैड) 2013-14 में घटकर सकल घरेलू उत्पाद के 1.7 प्रतिशत के स्तर पर आने के संबंध में राजन ने कहा, कल का आंकड़ा बेहद अच्छा था। सोने के आयात पर नियंत्रण में ढील देने के बारे में पूछने पर गवर्नर ने कहा जैसे जैसे नीतियां आती जाएंगी आपको पता चलता जाएगा।

(एजेंसी)

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