दो पुलिसवालों ने किया मासूम का यौन शोषण!
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दो पुलिसवालों ने किया मासूम का यौन शोषण!

16 दिसंबर गैंगरेप के बाद पूरी दिल्ली ही नहीं, देश ने पुलिस के रवैये पर सवाल उठाए। देश के प्रधानमंत्री और कांग्रेस सुप्रीमो सोनिया गांधी ने खुद पुलिस को यौन उत्पीड़न और छेड़छाड़ करने वालों को ही नहीं बल्कि पीछा करने वालों के ख़िलाफ़ भी कार्रवाई के आदेश दिए लेकिन तमाम दावों और वादों के बाद भी पुलिस के हालात बेहद शर्मनाक हैं। बेबी मासूम की ज़ुबान से निकला एक एक शब्द दंग कर देने वाला है।

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नई दिल्ली: 16 दिसंबर गैंगरेप के बाद पूरी दिल्ली ही नहीं, देश ने पुलिस के रवैये पर सवाल उठाए। देश के प्रधानमंत्री और कांग्रेस सुप्रीमो सोनिया गांधी ने खुद पुलिस को यौन उत्पीड़न और छेड़छाड़ करने वालों को ही नहीं बल्कि पीछा करने वालों के ख़िलाफ़ भी कार्रवाई के आदेश दिए लेकिन तमाम दावों और वादों के बाद भी पुलिस के हालात बेहद शर्मनाक हैं। बेबी मासूम की ज़ुबान से निकला एक एक शब्द दंग कर देने वाला है। पुलिस वाले ऐसी दरिंदगी कर सकते हैं। वो भी महज़ 13 साल की बच्ची से ,इसे सुन रूह कांप उठती है लेकिन बेबी मासूम की आंखों से वो ख़ौफनाक मंज़र नहीं जा पा रहा। उसके ज़हन में पुलिस की ऐसी छवी बन चुकी है कि अब वो पुलिस तो क्या उसके नाम से भी कांपती है। दिल्ली पुलिस का ये चेहरा डराता है और निराशा पैदा करता है। जिस पुलिस पर महिलाओं की आबरू बचाने का जिम्मा है अगर वही बहशीपन पर उतर आयें तो उम्मीद का दामन तार तार होना लाजिमी है। देश की राजधानी दिल्ली की ये तस्वीर यह बताती है कि यहाँ सब कुछ ठीक नहीं है। महिलाएं ऑफिस से लेकर घर तक कहीं भी सुरक्षित नजर नहीं आतीं
5 अक्टूबर का वो शनिवार का दिन था। दिन में क़रीब साढ़े तीन बजे स्कूल से लौटने के बाद बेबी मासूम अपने घर के पास ही उत्तम नगर में ही थी। उसका आरोप है कि पुलिस कॉन्स्टेबल अमित तोमर ने अपने पास बुलाया। तोमर ने बेबी मासूम को ललचाया ताकि वो उसके साथ जाने को तैयार हो जाए। मासूम ने बताया कि पुलिस वाले ने अगवा कर लिया। दिल्ली पुलिस के दो कॉन्स्टेबल अमित तोमर और गुरजिन्दर बेबी मासूम के साथ ज़बरदस्ती करने की कोशिश कर रहे थे। उन्होंने बेबी मासूम के साथ आई दो 11 साल की बच्चियों को दूसरे कमरे में बंद कर रखा था। तीनों बच्चियां बेहद डरी-सहमी हुई थीं। बड़ी बहन से हो रही जोर जबरदस्ती की आवाज़ें दूसरे कमरे में भी सुनाई पड़ रही थीं। इसी बीच बेबी मासूम की छोटी बहन और उसकी सहेली ने हिम्मत दिखाई।
इन दो बहादुर बच्चियों ने न सिर्फ़ खुद को आज़ाद करवाया बल्कि अपनी बड़ी बहन की इज्ज़त को बचाने की ख़ातिर आने-जाने वाले लोगों को बुलाया और तब पुलिस को फोन किया गया। पुलिस ने पूरा मामला सामने आने के साथ ही आरोपी गुरजिन्दर और अमित तोमर को गिरफ्तार कर उन्हें जेल भेज दिया है। उन्हें ड्यूटी से भी बर्ख़ास्त किया जा चुका है।
16 दिसंबर गैंगरेप के बाद दिल्ली पुलिस ने महिलाओं के खिलाफ़ हो रहे किसी भी तरह की छेड़छाड़ या शोषण के मामलों पर तुरंत कार्रवाई का वादा किया लेकिन पुलिस खुद ही छेड़छाड़, बदतमीज़ी और यौन शोषण के आरोपों से घिरती जा रही है। बेबी मासूम का यौन शोषण करने के आरोप में मुखर्जी नगर और किंग्सवे कैंप में तैनात गुरजिन्दर और अमित तोमर को जेल भेजा जा चुका है। लेकिन ये पहला मामला नहीं है। बेबी मासूम से यौन शोषण तब हुआ, जब दिल्ली पुलिस के बड़े अधिकारी पुलिस स्टेशन में एक रेप पीड़ित से हुई बदतमीज़ी के आरोपी एसएचओ के निलंबन का फैसला ले रहे थे। वरिष्ठ अधिकारी ने दोनों मामलों में आरोपी पुलिसकर्मियों को तो निलंबित कर चुके हैं लेकिन सवाल ये है कि अगर पुलिस की अंदरुनी हालत ऐसे ही हैं तो दिल्ली में बेटियों को कौन बचाएगा। आंकड़े बताते हैं कि 16 दिसंबर गैंगरेप केस के बाद भी दिल्ली में यौन शोषण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। पिछले साल जहां दिल्ली में रेप के 467 मामले दर्ज हुए वो आंकड़े इस साल 31 अगस्त तक ही 140 फीसदी की बढ़ोतरी हो चुकी है। ये हाल सिर्फ़ देश की राजधानी का ही नहीं है। पूरे देश में महिलाओं की हालत में सुधार होने की बजाए ख़तरा बढ़ता जा रहा है।

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