सियाचिन समेत सभी मुद्दों का सौहार्दपूर्ण हल हो: पाक
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सियाचिन समेत सभी मुद्दों का सौहार्दपूर्ण हल हो: पाक

पाकिस्तान ने सोमवार को कहा कि वह भारत के साथ सभी मुद्दों का सौहार्दपूर्ण समाधान चाहता है। फिलहाल पाकिस्तान में दुनिया के सबसे ऊंचे युद्ध क्षेत्र को सेना रहित बनाने और सियाचिन में सैन्य गतिरोध का हल निकालने के लिए दोनों देशों के रक्षा सचिवों के बीच वार्ता सोमवार को शुरू हुई।

इस्लामाबाद : पाकिस्तान ने सोमवार को कहा कि वह भारत के साथ सभी मुद्दों का सौहार्दपूर्ण समाधान चाहता है। फिलहाल पाकिस्तान में दुनिया के सबसे ऊंचे युद्ध क्षेत्र को सेना रहित बनाने और सियाचिन में सैन्य गतिरोध का हल निकालने के लिए दोनों देशों के रक्षा सचिवों के बीच वार्ता सोमवार को शुरू हुई।
रक्षा सचिव शशिकांत शर्मा के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल के साथ मुलाकात के बाद पाकिस्तान के रक्षा मंत्री नावेद कमर ने कहा कि सियाचिन समेत दोनों देशों के बीच के सभी मुद्दों का सौहार्दपूर्ण समाधान निकालना दोनों देशों के हित में है। यह दक्षिण एशिया क्षेत्र में शांति और समृद्धि के क्षेत्र में बहुत मददगार साबित होगा। अधिकारियों ने विस्तृत जानकारी दिए बगैर कहा कि कमर ने भारतीय प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक में द्विपक्षीय संबंधों पर वार्ता की।
मंत्रिमंडल में हल्के बदलावों के बाद हाल ही में रक्षा मंत्री बने कमर की विदेशी प्रतिनिधिमंडल के साथ यह पहली वार्ता थी। आधिकारिक बयान में कहा गया, रक्षा सचिव शर्मा के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल और पाकिस्तानी समकक्ष नरगिस सेठी के साथ प्राथमिक बातचीत में दोनों पक्षों ने सियाचिन मुद्दे पर अपना-अपना पक्ष रखा।
बयान में कहा गया कि वार्ता बहुत ही सुखद और सौहार्दपूर्ण माहौल में हुआ। दोनों पक्षों में कल फिर वार्ता होगी और उसके बाद अंतिम सत्र में संयुक्त बयान जारी किया जाएगा। इसी वर्ष सात अप्रैल को सियाचिन में एक पाकिस्तानी सैन्य शिविर के हिमस्खलन में दबने से 139 लोगों के मरने के बाद इस्लामाबाद सियाचिन को सेना रहित क्षेत्र बनाने की बात कर रहा है। भारत और पाकिस्तान के बीच बहाल हुई वार्ता प्रक्रिया के अंग के रूप में सियाचिन मुद्दे पर यह दो दिवसीय बातचीत सैन्य छावनी शहर रावलपिंडी में रक्षा मंत्रालय में शुरू हो गई है।
पाकिस्तानी पक्ष का नेतृत्व नरगिस सेठी करेंगी जो प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी की करीबी मानी जाती हैं। पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल अशफाक परवेज कयानी ने सियाचिन जैसे मुद्दों का समाधान निकालने की बात कही थी। उन्होंने यह बात सात अप्रैल को सियाचिन में आये बर्फीले तूफान में 139 लोगों के मारे जाने के बाद यह बात कही थी। लेकिन विश्लेषकों का मानना है कि सियाचिन में 1984 से बने गतिरोध को समाप्त करने के बारे में वार्ता में दोनों पक्षों के बीच कोई प्रगति होने की संभावना क्षीण है।
भारत पाक रक्षा सचिवों की वार्ता से पहले रक्षा मंत्री ए के एंटनी ने इस बातचीत में कोई सफलता की उम्मीद करने के प्रति आगाह किया था। एंटनी ने नई दिल्ली में संवाददाताओं से कहा कि एक ऐसे मुद्दे पर आप किसी नाटकीय घोषणा या निर्णय की उम्मीद नहीं करे, जो हमारे लिये बेहद महत्वपूर्ण है विशेषकर राष्ट्रीय सुरक्षा के परिप्रेक्ष्य में। उन्होंने कहा कि भारत का सियाचिन मुद्दे पर स्पष्ट रूख है। रक्षा सचिव इस रूख को पाकिस्तानी पक्ष के समक्ष स्पष्ट कर देंगे। गुरुवार को नई दिल्ली में कैबिनेट की सुरक्षा मामलों की समिति में सियाचिन मुद्दे पर विचार विमर्श किया गया था। (एजेंसी)

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