निवेश को यूनान के चुनाव परिणामों का इंतजार
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निवेश को यूनान के चुनाव परिणामों का इंतजार

यूनान में 17 जून को होने वाले चुनाव परिणामों पर पूरी दुनिया के साथ-साथ भारत को भी बेसब्री से इंतजार है क्योंकि उसके नतीजे दुनिया के वित्त और पूंजी बाजार की दिशा तय कर सकते हैं।

नई दिल्ली : यूनान में 17 जून को होने वाले चुनाव परिणामों पर पूरी दुनिया के साथ-साथ भारत को भी बेसब्री से इंतजार है क्योंकि उसके नतीजे दुनिया के वित्त और पूंजी बाजार की दिशा तय कर सकते हैं। उसके बाद शेयर बाजार के हालात सुधरे तो भारत सरकार के 30,000 करोड़ रुपए के विनिवेश कार्यक्रम की गाड़ी भी चल निकलेगी।
इस समय बाजार के डांवाडोल हालात को देखते हुए सार्वजनिक शेयर निर्गम लाना ठीक नहीं माना जा रहा है। यहां वित्त मंत्रायल में विनिवेश विभाग के सूत्रों ने संकेत दिया कि सरकार चालू वित्त वर्ष में विनिवेश कार्यक्रम को हरी झंडी दिखाने से पहले यूनान के चुनाव परिणामों को देखना चाहती है।
विनिवेश विभाग के सूत्रों ने कहा, `आरआईएनएल निर्गम के लिए मर्चेंट बैंकर ने हाल ही में सरकार को सलाह दी कि वह यूनान में चुनावों का इंतजार करे। चुनाव परिणामों के बाद यूनान यूरोपीय संघ से निकल सकता है। इससे यूरोपीय संघ के दूसरे देशों पर से दबाव कम होगा।` सरकार ने राष्ट्रीय इस्पात निगम (आरआईएनएल) के आईपीओ को तीन सप्ताह के लिए टाल दिया है जो तीन जुलाई को आना था। मौजूदा वित्त वर्ष में उसकी सेल, भेल, हिंदुस्तान कॉपर, ऑयल इंडिया तथा हिंदुस्तान एयरोनाटिक्स आदि में निवेश की योजना है।
यूनान के चुनावों के परिणाम का यूरोपीय तथा विश्व अर्थव्यवस्था पर असर पड़ा है। यूरोपीय संघ यूनान को राहत पैकेज के बदले मितव्ययता कदमों की मांग कर रहा है। यूनान में मई के चुनाव परिणामों का असर दुनिया भर के शेयर बाजारों पर देखा गया था और भारत में शेयर बाजार भी तेजी से गिरा था।

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