अगर देशद्रोही हूं तो जेल में क्‍यों नहीं डाल देते: अन्ना
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अगर देशद्रोही हूं तो जेल में क्‍यों नहीं डाल देते: अन्ना

गांधीवादी सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने मंगलवार को कहा कि उन्हें विदेशी ताकतों के साथ का आरोप पूरी तरह बेबुनियाद है। सरकार बताए कि हमारे पीछे कौन सी विदेशी ताकतें हैं। उन्होंने कहा कि अगर मैं देशद्रोही हूं तो जेल में डाल दो।

ज़ी न्यूज ब्यूरो/एजेंसी
नई दिल्ली : गांधीवादी सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने मंगलवार को कहा कि उन्हें विदेशी ताकतों के साथ का आरोप पूरी तरह बेबुनियाद है। सरकार बताए कि हमारे पीछे कौन सी विदेशी ताकतें हैं। उन्होंने कहा कि अगर मैं देशद्रोही हूं तो जेल में डाल दो।

अन्ना ने कहा कि उनके और उनकी टीम के सदस्यों के खिलाफ लगाए गए आरोप बेबुनियाद और गलत हैं। प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री वी. नारायणसामी के बयानों से उन्हें बहुत ठेस पहुंची है।
नारायणसामी द्वारा उनके सहयोगी अरविंद केजरीवाल और किरन बेदी के खिलाफ लगाए गए आरोपों पर अन्नां ने सरकार को चुनौती दी कि यदि वह और उनके सहयोगी राष्ट्रविरोधी हैं तो वह उनके खिलाफ कार्रवाई करने का साहस दिखाएं। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि यदि मैं दोषी हूं तो मुझे सजा दीजिए और जेल में डाल दीजिए।
उन्होंने कहा कि हमें किसी विदेशी ताकत का समर्थन हासिल नहीं है। हमारे खिलाफ पीएमओ की ओर से लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद और गलत हैं। अन्ना ने कहा कि नारायणसामी कहते हैं कि अन्ना में भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने की इच्छाशक्ति नहीं है। वह हमें राष्ट्रविरोधी कहते हैं। लेकिन मैं मजबूती से भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ रहा हूं। वह इससे अधिक मुझसे और क्या चाहते हैं। यह सही नहीं है।
अन्ना ने लगे हाथ केंद्र सरकार से कहा कि वह सबूत दिखाए कि हमारे आंदोलन को विदेशी धन हासिल हुआ। उन्होंने कहा कि मेरे खिलाफ आरोप लगाए गए हैं कि रामलीला मैदान में हुए प्रदर्शन के दौरान मिले धन का मैंने कोई हिसाब नहीं दिया। यह बिल्कुल गलत है। एक-एक पैसे का हिसाब दिया है हमने। यह ऑनलाइन भी देखा जा सकता है। हमने यहां तक कि इस हिसाब का लेखाजोखा भी कराया है। इससे अधिक वे और क्या चाहते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार और विभिन्न राजनीतिक दलों को अपने पैसों का हिसाब देना चाहिए। उन्होंने फिर से सरकार पर आरोप लगाया कि भ्रष्टाचार के खिलाफ कदम उठाने की उसकी कोई इच्छाशक्ति ही नहीं है।
भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कानून बनाने को लेकर सरकार गम्भीर ही नहीं है। अन्ना ने कहा कि यह लोगों को धोखा देने जैसा है। सरकार ने देश की जनता को हर स्तर पर धोखा दिया है।
अन्ना ने यहां आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि पीएमओ की चिट्ठी मुझे अभी मिली है। पीएमओ की ओर से ऐसे झूठे आरोप लगाना सही नहीं है। पीएमओ के सभी आरोप बेबुनियाद हैं। उन्होंने सवाल किया कि पीएम अपने वायदे से मुकर गए हैं।
‘चिट्ठी में कहा गया है कि अगर टीम अन्नां के खिलाफ शिकायत आई तो जांच होगी। अन्ना और उनकी टीम की ओर से लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं।‘
अन्ना ने कहा कि कानून बनाने में जनता की राय भी लेनी चाहिए। भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकार कठोर कानून नहीं बनाना चाहती है। लोकपाल से ध्यान हटाने के लिए साजिशें हो रही हैं। जनता का ध्यान हटाने के लिए आरोप लगाए जा रहे हैं।
उन्होंने सवाल उठाया कि ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट अभी भी क्यों चल रहा है। अन्‍ना ने यह भी कहा कि 14 मंत्रियों के खिलाफ लगे आरोपों की जांच होनी चाहिए। साथ ही जांच के बारे जनता का जानकारी दी जाए।

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