कोलकाता : विभिन्न क्षेत्रों में एफडीआई की इजाजत देकर देश को विदेशी ताकतों के हाथों बेचने की कोशिश करने का नरेन्द्र मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि भविष्य में किसी भी तरह की वैश्विक आर्थिक मंदी का भारतीय अर्थव्यवस्था पर गंभीर असर पड़ेगा।
ममता ने एक बांग्ला समाचार चैनल को दिए साक्षात्कार में कहा, ‘मेरी वरीयता लोगों के प्रति है यही कारण है कि मैं उस वक्त संप्रग सरकार से निकल गई जब उसने खुदरा कारोबार में एफडीआई की इजाजत दी थी। वे लोग यानी भाजपा मेरी हालिया सिंगापुर यात्रा के बारे में बात कर रहे हैं। हमारे प्रधानमंत्री के कुछ महीने पहले ही पदभार संभालने के बाद उनकी विदेश यात्राओं के बारे में क्या कहना है? वे लोग रेलवे और रक्षा सहित हर क्षेत्र में एफडीआई की इजाजत दे रहे हैं।’ केंद्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली द्वारा उनकी सिंगापुर यात्रा के बारे में सवाल किए जाने पर ममता ने कहा, ‘‘वह एफडीआई के बारे में बात कर रहे हैं मैं सार्वजनिक निजी भागीदारी की बात कर रही हूं। वह बंदूक के जोर पर जबरन भूमि अधिग्रहण के बारे में बात करते हैं, मैं भूमि बैंक के बारे में बात करती हूं।’ उन्होंने कहा, ‘‘वे लोग हर चीज बेचने, कीमतें और किराया बढ़ाने तथा सब्सिडी कम करने में यकीन रखते हैं।’ इंदिरा गांधी नीत कांग्रेस शासन द्वारा उठाए गए कदमों की सराहना करते हुए ममता ने कहा कि इस कदम ने 2008 में भारत को वैश्विक आर्थिक मंदी के दौरान बचाया।
उन्होंने कहा कि बैंकों का राष्ट्रीयकरण करने की इंदिरा गांधी की नीति के चलते 2008 में आर्थिक मंदी में भी भारत टिका रह सका और चूंकि भारत ने रिकार्ड लघु एवं मध्यम बचत की इसलिए यह हालिया मंदी में भी टिका रहा।