नई दिल्ली : नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को विदेशी बैंकों से काला धन वापस लाने के मुद्दे पर केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन किया।
एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष रोजी एम जॉन के नेतृत्व में प्रदर्शनकारियों ने ‘विदेशी बैंकों में जमा काले धन को वापस लाने में कथित रूप से विफल रही’ भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के खिलाफ नारे लगाए।
जॉन ने संवाददाताओं को बताया कि लोकसभा चुनाव से पहले, भाजपा के विभिन्न नेताओं ने भाषणों में यह दावा किया था कि वे मोदी सरकार के 100 दिन के भीतर विदेशी खातों से काला धन वापस लेकर आएंगे। अब 99 दिन बीत चुके हैं और मोदी की सरकार विदेशी बैंकों में जमा एक रूपया भी वापस नहीं ला पाई है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जापान जाने के बजाय स्विट्जरलैंड जाना चाहिए था ताकि वहां के बैंकों में जमा काले धन के मुद्दे पर चर्चा की जा सके। एनएसयूआई आज दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, अहमदाबाद और कोलकाता में इस मुद्दे पर राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन आयोजित कर रही है। एनएसयूआई के राष्ट्रीय प्रवक्ता अमरीश रंजन पांडे ने कहा कि राजनाथ सिंह ने इस साल 17 अप्रैल को ठाणे में कहा था कि यदि वे सत्ता में आते हैं तो उनकी पार्टी 100 दिन के भीतर विदेशी खातों में जमा काले धन को वापस लेकर आएगी। लेकिन भाजपा इस धन को वापस लाने में पूरी तरह विफल रही है। प्रदर्शनकारियों को राजनाथ के आवास के भीतर घुसने से रोकने के लिए पुलिस को बाहर अवरोधक लगाने पड़े।
जब प्रदर्शनकारी वहां से हटने के लिए राजी नहीं हुए, तो पुलिस ने जॉन समेत एनएसयूआई के कुछ नेताओं को हिरासत में ले लिया और उन्हें संसद मार्ग पुलिस चौकी ले गई।