दिल्ली में बिजली संकट पिछली सरकार की वजह से, 10 दिन में होगा निदान: ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल
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दिल्ली में बिजली संकट पिछली सरकार की वजह से, 10 दिन में होगा निदान: ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल

शहर में भीषण गर्मी और बिजली की लंबी कटौती के बीच केंद्रीय बिजली मंत्री पीयूष गोयल ने बिजली संकट पर चर्चा के लिए आज दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग और अन्य शीर्ष अधिकारियों के साथ एक आपात बैठक की। बिजली मंत्रालय में जंग के साथ बैठक से पहले गोयल ने संवाददाताओं को बताया, हम पिछली सरकार की निष्क्रियता के वजह से परेशानी उठा रहे हैं।

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ज़ी मीडिया ब्यूरो

नई दिल्ली : शहर में भीषण गर्मी और बिजली की लंबी कटौती के बीच केंद्रीय बिजली मंत्री पीयूष गोयल ने बिजली संकट पर चर्चा के लिए आज दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग और अन्य शीर्ष अधिकारियों के साथ एक आपात बैठक की। बिजली मंत्रालय में जंग के साथ बैठक से पहले गोयल ने संवाददाताओं को बताया, हम पिछली सरकार की निष्क्रियता के वजह से परेशानी उठा रहे हैं।
उन्होंने मौजूदा संकट 10 दिन में हल करने का दावा किया। साथ ही उन्होंने कहा, अधिकारियों को जरूरी कदम उठाने के निर्देश दे दिए गए हैं। प्रतिदिन पॉवर बुलेटिन जारी किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि पिछले सालों में ऊर्जा से जुड़ी हर तरह की व्यवस्था बेहद खराब रही। उन्होंने बताया कि पिछले 12 साल से बिजली को लेकर कोई फैसले नहीं लिए गए, और क्षेत्र में निवेश नहीं होने से भी बिजली समस्या बढ़ी। अब बिजली उत्पादन बढ़ाया जाएगा, जिसके लिए बवाना प्‍लांट को गैस दी जाएगी, जो मंगलवार रात तक मिल जाएगी। उन्होंने बताया कि एनटीपीसी भी दिल्ली को अतिरिक्त बिजली देने के लिए तैयार है, और दिल्‍ली को 400 मेगावाट अतिरिक्‍त बिजली उपलब्ध कराई जाएगी। दिल्ली में बिजली की किल्लत से उबरने के लिए सरकार डाभोल (महाराष्ट्र) बिजली घर से रोजाना 9 लाख घनमीटर गैस राजधानी को देगी।

कल दिल्ली का तापमान 45.5 डिग्री सेल्सियस रहा, जो कि सामान्य से छह अंक उपर था। पिछले दस साल में शहर में जून का यह सबसे अधिक तापमान है। बिजली कटौती के कारण विभिन्न राजनैतिक दलों ने विरोध प्रदर्शन किए।
आप के 20 से ज्यादा विधायकों ने केंद्रीय मंत्री हर्ष वर्धन के पूर्वी दिल्ली स्थित आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और शहर में बिजली आपूर्ति सुधार के लिए केंद्र सरकार की ओर से तत्काल कदम उठाए जाने की मांग की।
कल कांग्रेस के विधायकों और नेताओं ने राष्ट्रीय राजधानी में बिजली और पानी की आपूर्ति में तत्काल सुधार की मांग करते हुए दिल्ली के प्रमुख सचिव एस के श्रीवास्तव को डेढ़ घंटे के लिए उनके कमरे में बंद कर दिया था। बिजली की मौजूदा समस्या को नियंत्रित करने के लिए उपराज्यपाल ने रविवार को कुछ निर्देश जारी किए थे, जिनमें रात दस बजे के बाद मॉल की बिजली आपूर्ति रोकना शामिल था।
जंग ने ये आदेश भी दिए थे कि ज्यादा बिजली की खपत करने वाली सड़कों पर काफी उंचे खंभों पर लगे हैलोजन लैंपों को रात में अधिकतम बिजली उपभोग के समय बंद कर दिया जाना चाहिए ताकि बिजली बचाई जा सके। दिल्ली सचिवालय और अन्य सरकारी कार्यालयों समेत सरकारी प्रतिष्ठानों, विश्वविद्यालयों और कॉलेजों को सलाह दी गई है कि वे दिन में अधिकतम बिजली उपभोग के समय यानी दोपहर साढ़े तीन से साढ़े चार बजे के बीच वातानुकूलन को बंद कर दें।
(एजेंसी इनपुट के साथ)

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