लखनऊ : बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की मुखिया मायावती ने शनिवार को कहा कि केन्द्र सरकार की बहुचर्चित प्रधानमंत्री जन-धन योजना से गरीबों का कुछ भला नहीं होगा और उनकी मदद के लिये उन्हें आर्थिक लाभ दिये जाने की सख्त जरूरत है।
मायावती ने यहां संवाददाताओं से कहा कि गत 28 अगस्त को शुरू की गयी प्रधानमंत्री जनधन योजना के तहत देश के गरीब लोगों को केवल बैंक खाता खुलवाने से कोई लाभ नहीं होगा और ना ही इस योजना से उन्हें कोई सीधी आर्थिक मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा कि इस योजना से गरीब लोग अपनी रोजमर्रा की जरूरतों को भी पूरा नहीं कर सकते हैं। वे आवश्यकताएं पूरी करने के लिये उन्हें आर्थिक लाभ देने की सख्त जरूरत है, जैसा कि उत्तर प्रदेश में उनकी पूर्ववर्ती सरकार ने उत्तर प्रदेश गरीब आर्थिक महामाया योजना के जरिये किया था।
मायावती ने केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि केन्द्र की पिछली सरकारों ने गरीबों की मदद के लिये जो अनेक योजनाएं शुरू की थीं, उनको केन्द्र की मौजूदा भाजपा सरकार ने या तो बंद कर दिया या फिर ठंडे बस्ते में डाल दिया है। योजनाओं के जरिये अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जनजातियों और पिछड़े वर्ग के लोगों को जो भी मिल रहा था वह भी भाजपा की सरकार में अब शायद बंद हो जाएगा।
उन्होंने कहा ‘हमारी केन्द्र सरकार पर पैनी नजर है कि कमजोर वर्गो के लिये चल रही योजनाओं को लेकर उसका नजरिया कैसा है।’ बसपा प्रमुख ने प्रधानमंत्री जनधन योजना के तहत लाभार्थियों को एक लाख रुपये का बीमा कराये जाने पर कहा कि बीमा दावे की वह धनराशि आसानी से नहीं मिलेगी क्योंकि किसी भी दुर्घटना की बीमा दावा राशि मिलने में वर्षों लग जाते हैं।