`गांधी` कनेक्शन ने रॉबर्ट वाड्रा को बनाया अरबपति : वॉल स्ट्रीट जर्नल

अमेरिकी अखबार द वॉल स्ट्रीट जर्नल ने रॉबर्ट वाड्रा की संपत्ति के बारे में नया खुलासा किया है। रिपोर्ट के मुताबिक 2012 में वाड्रा के पास करीब 324 करोड़ की जमीन जायदाद थी।

ज़ी मीडिया ब्यूरो
नई दिल्ली : कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद और प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा की वजह से कांग्रेस लगातार मुश्किलों में घिरती जा रही है। अरविंद केजरीवाल के तमाम खुलासों के बाद अब एक अमेरिकी अखबार द वॉल स्ट्रीट जर्नल ने रॉबर्ट वाड्रा की संपत्ति के बारे में नया खुलासा किया है। रिपोर्ट के मुताबिक 2012 में वाड्रा के पास करीब 252 करोड़ की जमीन जायदाद थी। उसी साल वाड्रा ने 72 करोड़ की जमीन बेची थी। यानी 2012 में रॉबर्ट वाड्रा के पास
करीब 324 करोड़ की जमीन जायदाद थी। अखबार ने कंपनी की ऑडिट रिपोर्ट, लैंड रिकॉर्ड और प्रॉपर्टी जानकारों के हवाले से रॉबर्ट की संपत्ति का पूरी विवरण पेश किया है।
द वॉल स्ट्रीट के मुताबिक, वाड्रा ने 2009 में जमीनें खरीदनी शुरू की थी जिसकी कीमत 3 साल में बढ़कर 300 करोड़ से ज्यादा हो गई। 2004 में यूपीए की सरकार के सत्ता में आने के समय वाड्रा आभूषण कारोबार में थे। 2007 में करीब 90 हजार की लागत से `स्काई लाइट` नाम की एक कंपनी बनाई।
2008 में वाड्रा ने साढ़े तीन एकड़ जमीन गुडगांव में 13 लाख डॉलर (लगभग 6 करोड़ 65 लाख रुपए) में खरीदी। दो महीने बाद हरियाणा की कांग्रेस सरकार से कृषि जमीन को व्यवसायिक भूमि में बदलने की इजाजत मांगी जो 18 दिन में मिल गई। इससे जमीन की कीमत काफी बढ़ गई। इसके बाद अगले चार साल तक डीएलएफ ने वाड्रा की कंपनी में पैसे लगाए।
कंपनी की बैलेंसशीट में इसे एडवांस कहा गया है। 2012 में डीएलएफ में 97 लाख डॉलर में गुड़गांव की प्रॉपर्टी खरीदी। 2008 में जो जमीन वाड्रा ने खरीदी उसकी सात गुना ज्यादा कीमत डीएलएफ ने वाड्रा को दी। हरियाणा के आईएएस अधिकारी अशोक खेमका ने इसको लेकर सवाल उठाया था कि वाड्रा ने अपनी जेब से पेमेंट नहीं की। इसीलिए खेमका ने इस जमीन सौदा को रद्द कर दिया था।

Zee News App: पाएँ हिंदी में ताज़ा समाचार, देश-दुनिया की खबरें, फिल्म, बिज़नेस अपडेट्स, खेल की दुनिया की हलचल, देखें लाइव न्यूज़ और धर्म-कर्म से जुड़ी खबरें, आदि.अभी डाउनलोड करें ज़ी न्यूज़ ऐप.