लखनऊ : उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नवनिर्वाचित राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह पर हमला करते हुए शनिवार को कहा कि इस नेता ने अपनी पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में जिस तरह उत्तर प्रदेश के खिलाफ जहर उगला है उससे जाहिर है कि उन्हें अपने पद की गरिमा को समझने में काफी वक्त लगेगा।
सपा के प्रान्तीय प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने यहां कहा कि शाह ने भाजपा की राष्ट्रीय परिषद में जिस तरह उत्तर प्रदेश के खिलाफ जहर उगला है उससे पता लगता है कि उन्हें अपने पद की गरिमा समझने में काफी समय लगेगा। शाह ‘अहंकारी’ की भूमिका में आ गये हैं और उन्होंने आते ही अलोकतांत्रिक घोषणा की हैं जो संविधान, संघीय ढांचे की व्यवस्था और लोकतांत्रिक परम्पराओं के बिल्कुल विपरीत है।
उन्होंने कहा कि अच्छा होता यदि भाजपा केन्द्र में अपनी जीत को विनम्रता से स्वीकार करती और अपने संवैधानिक दायित्व को निभाते हुए जनता को राहत देने के काम में जुटती। इसके बजाय फासीवादी सोच के साथ देश में एकतरफा राज चलाने और राज्यों के अधिकार हड़पने की कोशिश होगी तो जनता उसे कभी बर्दाश्त नहीं करेगी। जनता प्रदेश में कुछ सीटों पर होने वाले उपचुनाव में भाजपा को करारा जवाब देने का मन बना चुकी है।
चौधरी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सपा की बहुमत की सरकार है। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में राज्य सरकार के खिलाफ भाजपा अध्यक्ष की अनर्गल बयानबाजी यह बताती है कि उनके इरादे कतई नेक नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा पिछले दो साल से उत्तर प्रदेश में अराजकता पैदा करने की कोशिशों में लगी है, लेकिन सपा सरकार ने उसके मंसूबे पूरे नहीं होने दिये।
गौरतलब है कि शाह ने दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय परिषद की बैठक में उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था को लेकर राज्य सरकार को घेरा था।