मोदी के विकास मॉडल को आड़े हाथ लिया शरद पवार ने
Advertisement

मोदी के विकास मॉडल को आड़े हाथ लिया शरद पवार ने

केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख शरद पवार ने आज गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के विकास के मॉडल को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि सत्ता हासिल करने की चाह में उन्होंने समाज के कुछ तबकों की अनदेखी की है।

fallback

मुंबई : केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख शरद पवार ने आज गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के विकास के मॉडल को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि सत्ता हासिल करने की चाह में उन्होंने समाज के कुछ तबकों की अनदेखी की है।
स्थानीय वाई बी चव्हाण केंद्र में अल्पसंख्यकों की स्थिति पर चर्चा करते हुए पवार ने कहा, पड़ोसी राज्य के मुख्यमंत्री अपने विकास के एजेंडे की बात करते हैं...पर विकास कहां है ? क्या इससे गरीबों के जीवन में चहुंमुखी विकास हो रहा है ? क्या इससे गरीबों के चेहरे पर मुस्कान आ रही है ? पवार ने कहा कि वे देश के बदलते चेहरे की बात करते हैं. पर पूरे देश ने देखा कि जनसंहार किस तरह हुआ। भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार मोदी पर हमला बोलते हुए पवार ने कहा, ये लोग पूरी सत्ता चाहते हैं...पर उनका रवैया समाज के कुछ तबकों की अनदेखी करने वाला है। एनसीपी केंद्र में कांग्रेस की अगुवाई वाली यूपीए सरकार की एक अहम सहयोगी है और वह महाराष्ट्र की सरकार में भी कांग्रेस की सहयोगी है। पवार ने भाजपा में शामिल होने की खातिर भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) छोड़ने वाले मुंबई पुलिस के पूर्व आयुक्त सत्यपाल सिंह की भी आलोचना की।

एनसीपी प्रमुख ने कहा, कुछ दिनों पहले तक वह मुंबई की कानून-व्यवस्था के प्रभारी थे और अचानक लोग पाते हैं कि वह भाजपा में शामिल हो गए। हाल ही में गृह मंत्रालय के एक पूर्व आला अधिकारी भी सांप्रदायिक भाजपा में शामिल हुए हैं। उन्होंने कहा, विचारधारा रातोंरात नहीं बनती। प्रशासन में मौजूद लोगों से उम्मीद की जाती है कि वह एक धर्मनिरपेक्ष देश में निष्पक्ष एवं तटस्थ रहें। ये लोग 20-30 साल से प्रशासन का हिस्सा थे और अचानक वे एक राजनीतिक दल में शामिल हो गए।
पवार ने कहा कि सरकार में ऐसे लोगों की मौजूदगी खतरनाक हो सकती है। उन्होंने कहा, उनके राजनीति में शामिल होने पर मुझे कोई ऐतराज नहीं है पर सरकार में उनकी मौजूदगी खतरनाक है...सभी धर्मनिरपेक्ष दलों को इसके बारे में सोचना चाहिए। (एजेंसी)

Trending news