DGMO बैठक की पेशकश के बाद पाक सेना ने फिर किया संघर्ष विराम का उल्लंघन
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DGMO बैठक की पेशकश के बाद पाक सेना ने फिर किया संघर्ष विराम का उल्लंघन

सीमा पार से भारतीय चौकियों को लगातार निशाना बना रही पाकिस्तानी सेना भारत के कड़े रुख के बाद बैकफुट पर आ गई है। पाकिस्तान ने संघर्षविराम उल्लंघन पर बातचीत करने के लिए डीजीएमओ बैठक का प्रस्ताव रखा है।

DGMO बैठक की पेशकश के बाद पाक सेना ने फिर किया संघर्ष विराम का उल्लंघन

जम्मू/विशाखापट्टनम : सीमा पर जारी संघर्षविराम उल्लंघन एवं तनाव को कम करने के लिए पाकिस्तानी सेना ने जहां एक ओर डीजीएमओ स्तर की बैठक बुलाने का प्रस्ताव दिया, वहीं, इसके कुछ घंटे बाद ही उसने शनिवार शाम को जम्मू के आरएस पुरा सेक्टर में फिर से गोलीबारी की। स्थानीय मीडिया की रिपोर्टों को मुताबिक पाकिस्तानी सेना ने इसके पहले दोनों सेनाओं के महानिदेशक सैन्य संचालन (डीजीएमओ) की बैठक का प्रस्ताव करने के कुछ घंटे बाद ही भारतीय चौकियों पर गोलीबारी करनी शुरू कर दी।  

पाकिस्तानी सैनिकों ने जम्मू सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर 22 सीमा चौकियों और 13 गांवों में बिना किसी उकसावे के भीषण गोलाबारी की जिससे 2 भारतीय नागरिक मारे गए और बीएसएफ के जवान सहित 6 लोग घायल हो गए। सेना के जवानों ने जम्मू क्षेत्र के संवेदनशील पल्लनवाला सेक्टर में सीमा से लगी अग्रिम चौकी के पास करीब 50 मीटर लंबी एक सुरंग का पता लगाया है जिसका उपयोग आतंकवादियों की भारत में घुसपैठ के लिए किया जा सकता था।

स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार राष्ट्रीय सुरक्षा एवं विदेशी मामलों पर पाकिस्तान के सलाहकार सरताज अजीज ने ‘बिना किसी उकसावे’ की बीएसएफ की कथित गोलीबारी पर चिंता जताई। अजीज ने कहा कि यह दोनों देशों के बीच के द्वीपक्षीय रिश्तों और क्षेत्र की शांति को प्रभावित कर रही है।

उन्होंने ‘डॉन’ से कहा कि दोनों देशों के डीजीएमओ को फौरन मुलाकात करनी चाहिए और नियंत्रणरेखा पर गोलीबारी के मौजूदा दौर को रोकने के तौर-तरीके पर चर्चा करनी चहिए। ‘पाकिस्तान बैठक के लिए भारत को एक प्रस्ताव भी भेज रहा है।’ अजीज ने याद दिलाया कि दोनों देशों के डीजीएमओ की पिछली बैठक ने नियंत्रण रेखा पर हालात सामान्य करने में मदद की थी। उन्होंने कहा कि इस तरह की बैठक फिर मददगार होगी।

उन्होंने भारत के इन आरोपों को खारिज कर दिया कि पाकिस्तान अपनी सरहद की तरफ से सुरंग के मार्फत उग्रवादी भेज रहा है। उन्होंने कहा कि अगर भारत के पास कोई सबूत हैं तो आरोप लगाने के बजाय उसे पाकिस्तान के साथ साझा करना चाहिए।

यह प्रतिक्रिया पाकिस्तानी रक्षा सूत्रों के इन दावों के बाद आई कि पाकिस्तान के सियालकोट इलाके में बीएसएफ की कथित गोलीबारी के चलते दो असैनिक मारे गए।

पाकिस्तान की ओर से किए जा रहे संघर्षविराम उल्लंघन पर प्रतिक्रिया देते हुए रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने शनिवार को कहा कि पाकिस्तान की ओर से किए जा रहे सीजफायर उल्लंघन का सेना माकूल और करारा जवाब दे रही है।  

पाकिस्तानी सैनिकों ने जम्मू सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर 22 सीमा चौकियों और 13 गांवों में बिना किसी उकसावे के भीषण गोलाबारी की है जिससे 2 भारतीय नागरिक मारे गए और बीएसएफ के जवान सहित 6 लोग घायल हो गए। आरएसपुरा सेक्टर में भारी फायरिंग की वजह से दो भारतीयों अकरम हुसैन और उसके बेटे असलम की मौत हो गई और 5 लोग घायल हो गए। इस बीच, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू आज जम्मू-कश्मीर के लद्दाख में चीन सीमा से सटे इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेंगे।

मध्यरात्रि के बाद पाकिस्तान की ओर से संघर्ष विराम उल्लंघन करते हुए पुंछ के हमीरपुर उपसेक्टर में और आरएसपुरा तथा अरनिया की पूरी सीमा पट्टी को निशाना बनाया गया। इसके तत्काल बाद आपात योजना के तहत सीमावर्ती गांवों में रहे 3000 से अधिक लोगों को वहां से हटा कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।

बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बीएसएफ के जवानों ने फौरन पोजीशन ली और जवाबी कार्रवाई की। आज सुबह सात बजे तक दोनों पक्षों के बीच गोलीबारी जारी थी। अधिकारी ने बताया, ‘पाक रेंजरों ने अंतर्राष्ट्रीय सीमा के पास जम्मू के अरनिया और आर एस पुरा उप सेक्टर में रात 12.30 बजे से 82 मिमी के मोर्टार दागे और स्वचालित रायफलों से 22 सीमा चौकियों को तथा रिहायशी इलाकों को निशाना बनाया।’

आर एस पुरा के उप संभागीय पुलिस अधिकारी देवेन्द्र सिंह ने बताया कि पाकिस्तान सैनिकों की ओर से दागा गया एक मोर्टार जोरा फार्म में एक मकान पर गिरा जिससे छत ध्वस्त हो गई और अकरम हुसैन और उसके बेटे असलम की मौत हो गई तथा परिवार के तीन अन्य सदस्य घायल हो गए। मालूम हो कि 5 अगस्त से पाकिस्तान भारतीय सीमा पर लगातार सीजफायर का उल्लंघन करता आ रहा है। पिछले 18 दिन में पाकिस्तान की ओर से 14 बार गोलीबारी की गई है।

सिंह ने बताया कि वर्ष 2003 में हुए संघर्ष विराम समझौते के बाद से जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाक रेंजरों की ओर से उल्लंघन किए जाने की यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है। पाकिस्तानी सैनिकों ने आज दो बार संघषर्विराम उल्लंघन किया। जम्मू कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा पर हमीरपुर उप सेक्टर में उन्होंने गोलीबारी की जिसका भारतीय सैनिकों ने समुचित जवाब दिया।

पाक रेंजरों ने कम से कम 13 सीमाई गांवों पर मोर्टार दागे जिससे अंतरराष्ट्रीय सीमा पर रह रहे लोगों में दहशत फैल गई। इस संषर्घविराम उल्लंघन में बीएसएफ के एक जवान सहित 6 लोग घायल हो गए और 5 मकानों को नुकसान पहुंचा। मोर्टार से सिया, जोर्धा फार्म, ट्रेवा, निकोवाल, पित्ताल, पिंडी, टॉप-2, गढ़ी, घराना, अब्दुल्लियां कोरोटना, कोरोटना खुर्द और विधिपुर जत्तन गांवों को निशाना बनाया गया।

एक रक्षा प्रवक्ता ने कहा कि 22 अगस्त को सेना के जवानों ने पल्लनवाला सेक्टर में नियमित गश्त के दौरान नियंत्रण रेखा पर भारतीय क्षेत्र में चकला चौकी के पास करीब 50 मीटर लंबी सुरंग का पता लगाया। प्रवक्ता ने कहा कि सुरंग की चौड़ाई करीब ढाई फुट और उंचाई साढ़े तीन फुट है। इसकी दिशा पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) की ओर थी।

उन्होंने एक बयान में कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि यह सुरंग अधूरी है क्योंकि भारतीय क्षेत्र में इसका कोई निकास नहीं मिला है। प्रवक्ता ने कहा कि जवान क्षेत्र में गहन तलाशी अभियान चला रहे हैं।

सेना सूत्रों ने कहा कि सुरंग का उपयोग आतंकवादियों के भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ के लिए किया जा सकता था। सूत्रों ने बताया कि सेना अपने घुसपैठ विरोधी ग्रिड को मजबूत बना रही है ताकि पाकिस्तानी सेना द्वारा आतंकवादियों को भारत में भेजने के किसी प्रयास को रोका जा सके। सेना ने इसी क्षेत्र में 2008 में भी एक सुरंग का पता लगाया था।

27 जुलाई 2012 को, जम्मू कश्मीर के सांबा जिले में बीएसएफ के चिल्लायारी सीमा चौकी (बीओपी) के पास भारी बारिश के कारण दो तीन स्थानों पर जमीन धंस जाने से सीमा..पार सुरंग का पता लगा था। (एजेंसी इनपुट के साथ)

 

 

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