भड़काऊ भाषण: अमित शाह के जवाब पर चुनाव आयोग आज करेगा फैसला
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भड़काऊ भाषण: अमित शाह के जवाब पर चुनाव आयोग आज करेगा फैसला

बीजेपी के पीएम उम्‍मीदवार नरेंद्र मोदी के करीबी माने जाने वाले अमित शाह की ‘बदला लेने’ संबंधी टिप्पणी पर उनकी ओर से दिए गए जवाब पर चुनाव आयोग बुधवार को फैसला करेगा।

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ज़ी मीडिया ब्‍यूरो
नई दिल्‍ली/लखनऊ : बीजेपी के पीएम उम्‍मीदवार नरेंद्र मोदी के करीबी माने जाने वाले अमित शाह की ‘बदला लेने’ संबंधी टिप्पणी पर उनकी ओर से दिए गए जवाब पर चुनाव आयोग बुधवार को फैसला करेगा।
गौर हो कि शाह की टिप्‍पणी पर संज्ञान लेते हुए चुनाव आयोग ने बीते दिनों उन्हें प्रथम द्रष्टया आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने के लिए नोटिस जारी किया था और आयोग ने भाजपा नेता से तीन दिन के भीतर यह स्पष्ट करने को कहा कि उनके खिलाफ उत्तर प्रदेश के शामली, बिजनौर और मुजफ्फरनगर में चुनाव प्रचार के दौरान दिये उनके भाषण से आचार संहिता के उल्लंघन को लेकर उन पर क्यों नहीं कार्रवाई शुरू की जाए।
वहीं, बीजेपी ने `बदले` के लिए वोट संबंधी भड़काऊ टिप्‍पणी पर चुनाव आयोग के अमित शाह को भेजे गए नोटिस के जवाब में कहा कि इस संबंध में जो सबूत पेश किए गए हैं उसमें काफी छेड़छाड़ की गई है। आयोग को दिए गए वीडियो में ऑडियो और वीडियो कंटेंट में काफी असामनता है। ऐसा लगता है कि वीडियो के साथ छेड़छाड़ की गई है।
यूपी के पार्टी प्रभारी अमित शाह का बचाव करते हुए बीजेपी के चुनाव सेल के प्रभारी आर रामाकृष्‍णा ने चुनाव आयोग को लिखा, “ट्रांसक्रिप्‍ट में कुछ अनावश्‍यक सामग्री डाली गई है। इसमें `बदला` शब्‍द के इस्‍तेमाल को लेकर समाजवादी पार्टी सरकार के अधीन कार्य कर रहे प्रशासन ने अनावश्‍यक तौर पर बढ़ा चढ़ाकर पेश किया है। अमित शाह को जानबूझकर इस मामले में घसीटा जा रहा है।"
इससे पहले, आयोग ने कहा था कि आयोग का प्रथम द्रष्टया में यह मत है कि आपने अपनी बात से आदर्श चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन किया है। चुनाव आयोग की नोटिस के अनुसार, आयोग आपको यह स्पष्ट करने का मौका देता है कि आप नौ अप्रैल 2014 को शाम 5 बजे से पहले अपना रूख स्पष्ट करें। ऐसा नहीं करने पर आयोग आगे आपको सूचित किये बिना ही इस पर कोई फैसला करेगी। नोटिस में आदर्श आचार संहिता के प्रावधानों का जिक्र किया गया है जिसमें कहा गया है कि किसी भी पार्टी या उम्मीदवार को ऐसी किसी गतिविधियों में शामिल नहीं होना चाहिए जो विभिन्न जातियों और समुदाय तथा धार्मिक या भाषायी आधार पर घृणा या मतभेद या तनाव पैदा करे। पार्टियों एवं उम्मीदवारों को ऐसी आलोचनाओं से बचना चाहिए जो किसी की निजी जिंदगी से संबंधित हो और नेता या कार्यकर्ता से सार्वजनिक कार्यो से जुड़े नहीं हों।
अमित शाह के उस बयान से विवाद पैदा हो गया जिसमें उन्होंने कहा कि आम चुनाव विशेष तौर पर उत्तरप्रदेश में चुनाव सम्मान के लिए हैं । यह चुनाव अपमान का बदला लेने का है। यह चुनाव उनको सबक सिखाने का है जिन्होंने अन्याय किया है। उत्तर प्रदेश में अधिकारियों ने कल अमित शाह के खिलाफ दो एफआईआर दर्ज की हैं। भाजपा ने बिजनौर और मुजफ्फरनगर जिले में एफआईआर दर्ज करने की निंदा करते हुए कहा था कि इसमें कोई दम नहीं है और यह उत्तर प्रदेश में साम्प्रदायिक रंग देने का सोची समझी योजना है।

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