`पीएसएलएन तमिलनाडु में हो जाए तो रॉकेट की क्षमता बढ़ सकती है`
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`पीएसएलएन तमिलनाडु में हो जाए तो रॉकेट की क्षमता बढ़ सकती है`

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के एक पूर्व वैज्ञानिक ने कहा कि विषुवत्तीय रेखा के समीप स्थित तमिलनाडु के कन्याकुमारी या तिरूनेलवेली जिले में धुव्रीय उपग्रह प्रक्षेपण केंद्र (पीएसएलएन) स्थापित कर दिया जाए तो रॉकेट की क्षमता बढ़ सकती है।

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तूतीकोरिन : भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के एक पूर्व वैज्ञानिक ने कहा कि विषुवत्तीय रेखा के समीप स्थित तमिलनाडु के कन्याकुमारी या तिरूनेलवेली जिले में धुव्रीय उपग्रह प्रक्षेपण केंद्र (पीएसएलएन) स्थापित कर दिया जाए तो रॉकेट की क्षमता बढ़ सकती है।
पूर्व इसरो वैज्ञानिक एन शिवसुब्रमण्यम ने संवाददाताओं से कहा कि अब हमारे पीएसएलवी 1.25 टन से लेकर 1.5 टन क्षमता तक ढ़ोते हैं। तकनीकी रूप से, हम कह सकते हैं कि प्रक्षेपित किए जा रहे रॉकेटों की क्षमता बढ़ायी जा सकती है यदि हम कुलासेकारपट्टिनम या कन्याकुमारी में कहीं पीएसएलएन स्थापित कर पाएं क्योंकि ये स्थान विषुवत्तीय वृत के समीप है। यह दो टन तक ढो सकता है। (एजेंसी)

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